अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद : गर्मी का मौषम शुरू हो चूका ,इस गर्मी के मौषम लोगों को पानी का संकट न झेलना पड़े इसके लिए नगर निगम की कमिश्नर अनीता यादव के नेत्तृत्व में एक बैठक संपन्न हुई थी जिसमें यह फैसला लिया गया था कि शहर भर में चल रहे अवैध टियूबवैलों को एक विशेष अभियान चला कर बंद करा दिया जाए पर नगर निगम से अभी तक चल रहे एक भी अवैध टियूबवेल तो बंद नहीं हुए, बल्कि सूरजकुंड रोड पर बन रहे निर्माणधीन होटल में बुधवार की रात एक साथ दो अवैध बोरिंग करने की खबर हैं।
बुधवार की रात शहर के सभी लोग होली की तैयारी में जुटे थे और दूसरे दिन रंग खेलने की होली थी और इस दिन सारा प्रशासनिक कार्यालय बंद थे और अधिकारी छुट्टी पर थे। इस बात का फायदा उठाते हुए निर्माणधीन होटल के संचालक ने रात के अंधेरे में दो -दो अवैध बोरिंग करवा लिए। इस बात की भनक न तो नजदीक के अनखीर पुलिस चौकी के इंचार्ज को लगी नाहीं नगर निगम प्रशासन को या कहे इन दोनों की मिलीभगत से लगी। इस संबंध में सूरजकुंड थाने के एसएचओ अर्जुनदेव का कहना हैं कि इस बारे में उन्हें कोई सूचना नहीं हैं वावजूद इसके वह अपने टीम भेज कर चेक करवा लेते हैं। उधर, नगर निगम के कार्यकारी अभियंता ओमवीर सिंह व एसडीओ पदम् भूषण का कहना हैं कि वह अपने टीम को भेज चेक करवा रहे हैं अगर ऐसा हुआ तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।
सवाल हैं कि सरेआम सुप्रीम कोर्ट के आदेश का उल्लंघन हैं पर कानून के पालन करने वाले क्यों सोते रहे. संभवता कहीं उनकी मिलीभगत का आरोप जो लगा रहे हैं. कहीं उनकी बात सच तो नहीं। देखते हैं कि अधिकारी गण जांच सही करते हैं या अपने बड़े अधिकारीयों को गुमराह करते हैं। खबर हैं कि निर्माणधीन होटल के संचालक बिल्कुल एक सोची समझी साजिश के तहत 19 -20 – 21 मार्च की रात को अपने निर्माणधीन होटल के अंदर गढ्ढे में मशीनों के जरिए के दो अवैध बोरिंग करवाई गई हैं और वह भी तसल्ली से.क्यूंकि शहर के लोग होली के जश्न मनाने की तैयारी में जुटे थे इस बात का फायदा उठा कर दो रात दो बोरिंग की गई
जबकि एक बोरिंग तक़रीबन 15 दिन पूर्व में की गई हैं यानी की निर्माणधीन होटल ,सूरजकुंड रोड ,अनखीर चौक से थोड़ा आगे हैं में कुल तीन बोरिंग की गई हैं। देखते हैं कि आज सम्बंधित अधिकारी क्या कार्रवाई करते हैं। इस तरह से हुए बोर से नगर निगम की कमिश्नर अनीता यादव के उस आदेश का खुलमखुला मजाक उड़ाया गया हैं जिस बैठक में अवैध बोरिंग को बंद कराने का फैसला लिया गया था। यह वहीँ संचालक हैं जिसका दो होटल नीलम -बाटा रोड व बाटा -नीलम रोड पर होटल हैं और उसी का तीसरा होटल सूरजकुंड रोड पर बन रहा हैं। वैसे तो सुनने में आया हैं कि उनका यह होटल कानूनी तरीके से बन रहा हैं पर उसमें जो तीन बोरिंग निर्माणधीन होटल के गढ्ढे में की गई हैं वह बिल्कुल अवैध हैं. चलो भाई यह तो सम्बंधित अधिकारीयों का काम हैं देखना।