अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: क्राइम ब्रांच -48 की टीम ने आज दो दिन पूर्व सूरजकुंड इलाके से हरियाणा सरकार में मंत्री रहे करतार भड़ाना के एक सहयोगी से नोटों से भरे बेग को छीन कर भागने वाले दो आरोपितों को वारदात के मात्र 48 घंटों के बाद ही अरेस्ट कर लिया। छीने गए बेग में 11 लाख से अधिक रूपए रखे हुए थे । इस वारदात में दो और आरोपित हैं जिसकी पुलिस सरगर्मी से तलाश कर रही हैं। इस वारदात को बदले की भावना से अंजाम दिया गया था, ना की लूट के इरादे से। पुलिस की माने तो इस वारदात में शामिल चारों आरोपितों का कोई भी आपराधिक रिकॉर्ड नहीं हैं। ये खुलासा आज डीसीपी मुख्यालय नितीश अग्रवाल ने अपने कार्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस किए हैं।
डीसीपी मुख्यालय नितीश अग्रवाल ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि गत 27 नवंबर 21 की रात लगभग नौ बजे भड़ाना क्रेशर ज़ोन पर कार्य करने वाले मुंशी एक बैग में 11 लाख से अधिक रकम रख कर अपने मालिक पूर्व मंत्री करतार भड़ाना के निवास की तरफ बाइक पर सवार होकर जा रहा था जैसे ही वह सूरजकुंड रोड स्थित गांव अनंगपुर के नजदीक पहुंचा तो एक कार सवार चार लड़कों ने उससे जबरन नोटों से भरे बैग को छीन कर फरार हो गए। इस मामले में सूरजकुंड थाने में छीना झपटी की कई संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था। उनका कहना हैं कि इस मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस कमिश्नर विकास कुमार अरोड़ा ने इस केस की आगे की कार्रवाई की जिम्मेदारी क्राइम ब्रांच -48 के इंचार्ज राकेश सिंह को सौपी थी। इसके बाद इंचार्ज राकेश सिंह ने इस केस में लिप्त आरोपितों को पकड़ने के लिए एक विशेष टीम की गठित की। जिसने तत्परता से कार्रवाई करते हुए दो आरोपितों को पलवल से अरेस्ट कर लिया। उनका कहना हैं कि अरेस्ट किए गए आरोपितों ने नाम विमल व हितेश, निवासी पलवल हैं। इनके दो साथी जो फरार हैं उनके नाम रोहित और रूपेश हैं। छीनी गई की रकम 11 लाख रूपए इस वक़्त इन्हीं अपराधियों के पास हैं। पकड़े गए विमल व हितेश के पास से पुलिस ने 89000 रूपए बरामद किए हैं। सवाल के जवाब में उनका कहना हैं कि इनमें से एक आरोपित विमल, निवासी गांव सिलोठी, जिला पलवल लगभग तीन महीने तक भड़ाना क्रेशर ज़ोन पर नौकरी की थी, इसलिए इसको वहां के सभी हालात भली भांति मालूम थे। इसकी लेनदेन को लेकर मुंशी व अन्य कर्मचारी बीच झगड़ा हो गया था। इसके बाद आरोपित विमल को नौकरी से निकल दिया था । इस बात को लेकर इसके मन में मुंशी के प्रति रंजिश था। और उससे बदला लेना चाहता था। इसलिए आरोपित विमल ने अपने तीन साथियों के साथ मिलकर मुंशी से नोटों से भरे बैग को छीनने की साजिश रची और गत 27 नवंबर -21 की रात लगभग 9 इस वारदात को अंजाम दिया। आज पुलिस ने आरोपित विमल व हितेश को अदालत में पेश कर अगले तीन दिनों के पुलिस रिमांड पर लिया हैं। और फरार आरोपित रोहित व रुपेश उत्तराखंड की भागे हैं को जल्द ही अरेस्ट कर लिया जाएगा और छीनी गई रकम को उससे बरामद किया जाएगा।