अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: पृथला से होकर गुजरने वाला केजीपी हाईवे सुविधाओं के अभाव में लोगों के लिए मौत का सबब बन रहा है। देर रात भी सडक हादसे में चार लोगों दर्दनाक मौत हो गई। इन मौतो का जिम्मेदार आखिर कौन होगा, क्योंकि हजारों करोड रुपए खर्च करने के बाद भी आए दिन लोग मौत के आगोश में समाते चले जा रहे हैं। इस रोड पर सफर करने वाले वाहनो से टोल भी वसूला जाता है लेकिन सुविधांए नाम मात्र भी नहीं मिल पा रही है। देर रात हुई इस भयंकर हादसे में हुई मौत में तीन लोग फिराजपुर झिरका मेवात के रहने वाले थे और एक एटा मैनपुरी का रहने वाला था। परिजनों का आरोप है कि सडक पर अंधेरा होने के कारण यह हादसा हुआ है तो वहीं पुलिस भी इस हादसे का कारण सडक लाईटों का ना जलना ही बता रही है। पुलिस ने आरोपी वाहन चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और मृतको के शवों को पोस्टमार्टम के लिए बादशाह खान अस्पताल के शव गृह में रखवा । आरोपी चालक मौके से फरार होने में सफल हो गया।
रोते बिलखते दिखाई दे रहे ये लोग उन्हीं चार मृतकों के परिजन है जो अब फरीदाबाद के बादशाह खान अस्पताल में उनके शव लेने के इंतजार में खडे हैं। प्रत्यक्षदर्शी परिजनों की मानें तो वे राजस्थान से भेड बकरियों को लेकर दिल्ली के लिए जा रहे थे, उसी समय यमुना पुल के पास केजीपी हाईवे पर उनका केंटर पंचर हो गया जिसके बाद उन्होंने अपनी गाडी को साईड में लगा दिया और अंधेरा होने के कारण उन्होंने मोबाइल फोन से लाईट जलाकर अपनी गाडी का टायर बदलना शुरू कर दिया। जब वे टायर बदल रहे थे तो उसी समय अंधेरे में एक तेज रफतार से आए ट्राला ने उनके कंटेनर में सीधी टक्कर मार दी जिसमें चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। मृतकों में पूर्ण, तालिम, मौसिम और नईम शामिल हैं। इनमे से तीन फिराजपुर झिरका मेवात के रहने वाले थे और एक मृतक ऐटा मेनपुरी का रहने वाला था। परिजनों का आरोप है कि उनकी मौत हाईवे पर लाईट ना होने की वजह से हुई है। वहीं, थाना छांयसा पुलिस की माने तो उन्होनें सूचना मिलते ही मौके पर पहुंच कर चारों शवों को बी.के अस्पताल के शव गृह में रखवा दिया। जांच अधिकारी केशराम ने बताया कि यह हादसा रोड पर लाईट ना होने के कारण हुआ है और इसमें चार लोगों सहित करीब एक दर्जन से ज्यादा भेड व बकरियों की मौत हुई है।