अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: खाद्य एवं औषधी प्रशासन ने आज यहां एनआईटी नम्बर पांच के एक मकान में छापा मार कर बिना लाईसेंस के रखी गई दवाओं का जखीरा बरामद किया है। गंभीर बात यह है कि इन दवाओं में भारी मात्रा में ऐसी दवाएं भी हैं जिनको की समान्य मैडीकल स्टारों को बेचने की इजाजत नहीं होती। इन में आप्रेशन के दौरान मरीज को वेहोश करने वाली तथा गर्भपात में प्रयोग करने वाली दवाएं भी शामिल हैं। इस बिषय में अधिक जानकारी देते हुए खाद्य एवं औषधी प्रशासन के वरिष्ठ औषधी नियंत्रक अधिकारी करण सिंह गोदारा ने बताया कि पिछले काफी समय से उनको शिकायत मिल रही थी कि कुछ मैडीकल स्टोरों तथा छोला छाप डाक्टरों को कोई व्यक्ति बिना बिल के दवाओ की सप्लाई कर रहा है। विभागीय अधिकारियों ने अपना जाल फैलाया और पता लगा कि पांच नम्बर से यह दवाएं सप्लाई हो रहीं हैं, अधिक जानकारी जुटाने पर पता लगा कि पांच नम्बर में हरीश नाम का एक व्यक्ति इन दवाओं की सप्लाई करता है।
जिसके बाद खाद्य एवं औषधी प्रशासन विभाग की एक टीम का गठन किया गया जिसमें उनके अतिरिक्त जिला औषधी नियंत्रक अधिकारी श्रीमती पूजा चौधरी को भी शामिल किया गया। इस टीम ने एन आई टी थाना पुलिस के साथ पांच नम्बर के मकान नम्बर पांच ई 29 पर छापा मारा तो टीम दंग रह गई यहां पर आरोपी हरीश ने अपने घर के एक कमरे में पूरा मैडीकल स्टोर खोला हुआ था जिसमें अंग्रेजी दवाओं के साथ-साथ आयुवेदिक दवाओं का पूरा भंडार था। पुलिस के साए में चलाए गए जांच अभियान में टीम ने पाया कि यहां पर विभिन्न तरह की दवाओं का स्टाक किया हुआ है तथा इस स्टाक के लिए आरोपी के पास किसी प्रकार का कोई लाईसेंस नहीं है। श्री गोदारा के अनुसार सबसे बडा आश्चर्य यह देख कर हुआ कि यहां पर भारी मात्रा में नशे व आप्रेशन में प्रयोग होने वाली की आमीन हाईड्रोक्लोराईड तथा गर्भपात के लिए प्रयोग होने वाली एमपीटी किट भी बरामद हुई हैं। करण गोदारा के अनुसार आरोपी इन दवाओं को दिल्ली से बिना बिल के लाता था तथा यहा पर झोला छाप डाक्टरों व मैडीकल स्टोरों को सप्लाई करता था।
श्री गोदारा ने बताया कि अरोपी के पास से बरामद सभी दवाओ को टीम ने कब्जे में ले लिया तथा आरोपी के खिलाफ ड्रग एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी। नशे की दवाओं के लिए एन डी पी एस एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी। साथ ही आरोपी से उन मैडीकल स्टारों की जानकारी भी ली जा रही है जिनको वह यह दवाएं सप्लाई करता था तथा जहां से दवाएं लाता था, उनके खिलाफ भी अलग से अभियान चलाया जाएगा। इस मामले में जब आरोपी हरीश से बात की गई तो उसका कहना था कि उसको यह जानकारी नहीं हे कि दवाओं क ेलिए लाईसेंस की जरुरत होती है, वह तो दिल्ली से वही दवाएं लाता था जो कि डाक्टर उससे मांगते थे। हालांकि पत्रकारों से बातचीत करते हुए करण गोदारा ने बताया कि यह मामला इस कारण से अधिक गंभीर है कि इन दवाओं में नशे की दवाए अधिक हैं तथा पिछले दिनों इस प्रकार की शिकायतें भी मिली हैं कि नशे की इन दवाओं का प्रयोग आप्रेशन के साथ-साथ स्कूल कालेज के छात्र नशे के लिए करने लगे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार व प्रदेश के औषधी नियंत्रक अधिकारी नरेन्द्र आहुजा के साफ निर्देश है कि यदि कोई भी दवाओं का गैरकानूनी काम करता पाया तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। उन्होनें कहा कि अब पूरे जिले में इस तरह की दवाओं को लेकर एक बिशेष अभियान भी चलाया जाएगा और जो कोई दोषी पाया गया उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।