अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद के एसजीएम नगर इलाके में एक 50 वर्षीय महिला को एक दर्जन महिला पुरुषों ने लात घूसों और ईटों से मार मार कर लहूलुहान कर दिया।ये सारा वाक़्या वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। इस पुरे मामले को देख कर यहीं, लगता हैं कि महिला सुरक्षा सवालों के घेरे में हैं। पीटने वाले कोई और नहीं , सभी के सभी पड़ोस के ही रहने वाले हैं।
पीड़िता कुंती देवी की माने तो सम्बंधित थाने की पुलिस ने मामूली धाराओं में मुकदमा दर्ज कर केस में हलकी धाराओं का इस्तेमाल किया हैं, क्यूंकि पुलिस उन के साथ मिली हुई हैं,और आरोपियों को बचा रही हैं। इस घटना को 24 घंटों से अधिक समय बीत जाने के बाद भी किसी भी आरोपित को पुलिस ने अरेस्ट नहीं किया।
सीसीटीवी फुटेज में साफ़- साफ़ दिखाई दे रही हैं कि एक महिला को लगभग एक दर्जन महिला पुरुष मिलकर लात घूसों व ईटों से मारे जा रहे हैं , जो रुकने का नाम नहीं ले रहे गनीमत यह रही कि बाइक की रोशनी देख कर मौके से भाग गए.वरना इसे मार ही देते। तब तक पुलिस की गाडी मौके पर पहुंच गई. वावजूद इसके मजबूती के साथ आरोपितों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। पीड़िता कुंती देवी की माने तो वह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की रैली में गई हुई थी , मैं अपने घर में अकेली रहती हूँ। रास्ते से गुजरते वक़्त एक इंसान जो की पडोसी हैं ने मेरे ऊपर गलत शब्दों का इस्तेमाल किया, इसके बाद वह नजदीक के पुलिस चौकी में शिकायत की, यहां पर दोनों के बीच समझौता हो गया।
इस बात को लेकर सबसे पहले पडोसी ने गंदी -गन्दी गालियां देकर मुझे जमकर ललकारा.इस बात की उन्होनें पुलिस में कॉल किया तो पुलिस मुझे रास्ते का नहीं पता, आप बाहर सड़क पर आ जाओं, मैं भी आता हूँ। जैसे वह अपने घर से बाहर गली में पुलिस को लेने के लिए निकली तो एक पडोसी की लगभग एक दर्जन महिलाओं और पुरुषो ने उन पर कातिलाना हमला कर दिया। पीड़िता का कहना जब पुलिस कर्मी उसे चौकी लेकर गए तो वहां पर उन के साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया गया , अब पुलिस ने हल्की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया हैं,
सिर्फ पुलिस ने इस लिए अपने निजी स्वार्थ और आरोपितों को बचाने के लिए किया। इस मामले की जानकारी एनआईटी डीसीपी नरेंद्र कादियान को फोन पर दे दी गई हैं,और उन्हें बता दिया गया हैं कि ये सनसनीखेज घटना पुलिस चौकी सेक्टर-21 डी , और थाना एनआईटी का हैं बताया गया हैं , इस बारे में सही जानकारी के लिए एनआईटी थाना के एसएचओ से मोबाइल फोन पर संपर्क किया गया पर उन्होनें अपना मोबाइल फोन बंद कर दिया और उनसे आगे की और सही जानकारी नहीं मिल पाई हैं। इस खबर पर “अथर्व न्यूज़” की बारिकी से रहेगी नजर। पीड़िता का ये भी कहना हैं कि जब वह लहूलुहान थी , उस दौरान जांच अधिकारी व एएसआई ने उससे जल्दबाजी में दरखास्त देने को कहा, जब उसने कहा कि पहले इलाज करवा लेती हैं तो उसने कहा की लेट करने पर उल्टा केस बना दूंगा। जब वह दरखास्त में गहने झपटने व अन्य मामले जो सही हैं , उसे लिखने की कोशिश की तो उन्होनें कहा कि इसमें फ़ालतू चीजे मत लिखों, सिर्फ मारपीट की बातें लिखों। इसके बाद वह कहता हैं कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी सिफारिश नहीं सुनेगा, चाहे तुन्हें जहां जाना हो वहां चले जाओं। पीड़िता कुंती देवी ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल , पुलिस महानिदेशक पी के अग्रवाल व पुलिस कमिश्नर विकास कुमार अरोड़ा, एनआईटी डीसीपी नरेंद्र कादियान से मांग हैं कि वह लोग सीसीटीवी फुटेज को देख कर सभी आरोपितों के खिलाफ मजबूती से कार्रवाई करे , जो कि एक मिशाल बने, जो महिला सुरक्षा के ऊपर बड़े सवाल खड़े कर रहे हैं।
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