अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय एन एच तीन फरीदाबाद की सैंट जॉन एम्बुलेंस ब्रिगेड, गाइडस तथा जूनियर रेड क्रॉस ने प्राचार्य रविन्द्र कुमार मनचन्दा की अध्यक्षता में विश्व युवा कौशल दिवस के अवसर पर वर्चुअल जागरूकता अभियान चलाया गया। ब्रिगेड अधिकारी व प्राचार्य रविन्द्र कुमार मनचन्दा ने कहा कि कोरोना वायरस के खतरे ने हालांकि सम्पूर्ण राष्ट्र को संकट के कगार पर पहुँचा दिया है, लेकिन इस स्थिति ने एक बार फिर यह भी सिद्ध कर दिया है कि आर्थिक रूप से मजबूत बने रहने के लिए हमें आत्मनिर्भर बनना होगा। और कठिन समय में वही लोग सबसे आत्मनिर्भर होते हैं, जो कुशल होते हैं और ऐसे लोग ही ‘आत्म निर्भर भारत’ के सपने को पूरा कर सकते हैं।
इस दिन को हर साल युवाओं को स्किल डेवलप करने और उसके फायदे के बारे में जागरुक करने के लिए मनाया जाता है। जे आर सी काउन्सलर रविन्द्र कुमार मनचन्दा ने बताया कि जिसका उद्देश्य युवाओं को स्वरोजगार के साथ आत्मनिर्भर बनाना है। इस समय दुनिया में भारत, सबसे ज्यादा युवाओं वाला देश बन गया है। ऐसे में विश्व युवा कौशल दिवस का महत्व बहुत ज्यादा बढ़ जाता है। इसके अलावा भारत सरकार ने भी हाल ही में युवा कौशल विकास नामक योजना की शुरुआत गई है। जिसमें युवाओं को अलग अलग प्रकार के कौशल विकसित करने का प्रशिक्षण दिया जाता है तथा उन्हें स्वरोजगार उत्पन्न करने का प्रशिक्षण और अवसर भी प्रदान किया जाता है। प्राचार्य रविन्द्र कुमार मनचन्दा ने यह भी कहा कि इस दिन संयुक्त राष्ट्र को आजीवन सीखने के संचालन के लिए आवश्यक तंत्र पर ध्यान केंद्रित करना है।
वैश्विक आबादी में से लगभग 16% जो कि लगभग 1.2 बिलियन है, युवा 15 से 24 वर्ष की आयु के हैं जलवायु परिवर्तन, बेरोजगारी, गरीबी, लैंगिक असमानता, संघर्ष और प्रवास के प्रभावों सहित स्थायी, समावेशी और स्थिर समाजों को प्राप्त करने और सतत विकास के लिए चुनौतियों और खतरों को टालने के लिए युवाओं की सक्रिय भागीदारी आवश्यक है।प्रधानमंत्री ने 15 जुलाई 2015 को स्किल इंडिया मिशन की शुरुआत की थी इसका लक्ष्य देश के युवाओं को कुशल बनाकर उनके लिए रोजगार अवसरों को बढ़ाना है इसी के अन्तर्गत वर्ष 2016 में प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना शुरू की गई थी उन्होंने कहा कि इस वर्ष का थीम है
“स्किल फॉर ए रेसीलांइट यूथ” तथा आज भारत में कौशल भारत मिशन की 5वी वर्षगांठ भी मनाई जा रही है। विद्यालय की छात्राओं निशा, खुशी और अंजलि ने वर्चुअल पोस्टर बना कर और स्लोगन लिख कर युवाओं के कुशल होने का महत्व बताया। प्राचार्य रविन्द्र कुमार मनचन्दा, प्राध्यापिका जसनीत कौर और हेमा वर्मा ने बच्चों की सराहना करते हुए कुशल बनने के लिए प्रेरित किया।