अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: वाईएमसीए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, फरीदाबाद के विवेकानंद मंच द्वारा सामाजिक समरसता मंच, फरीदाबाद के संयुक्त तत्वावधान में ‘समर्थ युवा समरस भारत’ विषय पर एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें पूर्व प्रशासनिक अधिकारी रामधन लाल मीणा तथा महेन्द्र कुमार मुख्य वक्ता रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने की।
मुख्य अतिथि द्वारा दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया और स्वामी विवेकानंद व डॉ. भीमराव अम्बेडकर के चित्रों पर पुष्प माला अर्पित की। इस अवसर पर कुलसचिव डॉ. एस.के. शर्मा भी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन निदेशक, विद्यार्थी कल्याण डॉ. प्रदीप डिमरी ने किया ,कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने सामाजिक समरसता जैसे अहम विषय पर विद्यार्थी मंच द्वारा विचार-गोष्ठी आयोजित करने की सराहना की। उन्होंने प्रसन्नता जताई कि इंजीनियरिंग और विज्ञान की पढ़ाई पढ़ने के बावजूद विद्यार्थियों में राष्ट्रहित और सामाजिक चिंतन की भावना है जो आज के दौर में युवा पीढ़ी के लिए बेहद आवश्यक है। विद्यार्थियों को जातिभेद से मुक्त समरस समाज के निर्माण के लिए प्रेरित करते हुए मुख्य वक्ता तथा सामाजिक समरसता मंच, हरियाणा के संयोजक महेन्द्र कुमार ने कहा कि जातीय भेदभाव समाज में विद्यमान सबसे जटिल समस्याओं में से एक है और इस समस्या के समाधान के लिए युवा पीढ़ी को आगे आना होगा।
विद्यार्थियों को समाज में अपनी रचनात्मक भूमिका सुनिश्चित करनी होगी, तभी सामाजिक समरसता के उद्देश्यों को पूरा किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि समाज में ऐसे लोगों की पीड़ा को समझने की आवश्यकता है, जो वर्षों से उपेक्षित तथा भेदभाव के शिकार रहे है और समाज में उनको साथ लेकर चलना होगा। रामधन लाल मीणा ने भी सामाजिक समरसता पर अपने विचार रखे और विद्यार्थियों को देशहित के लिए कार्य करने को कहा। उन्होंने देश की समृद्धि के लिए विद्यार्थियों को स्वदेशी वस्तुओं के उपयोग के लिए भी प्रेरित किया। उन्होंने ऐसा करने से देश की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी और स्वरोजगार को भी बढ़ावा मिलेगा।कार्यक्रम के समापन पर अतिथियों को स्मृति स्वरूप तुलसी का पौधा भेंट किया गया। कार्यक्रम को सामाजिक समरसता मंच, फरीदाबाद के अन्य पदाधिकारियों तथा विवेकानंद मंच के सदस्यों ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर सह संयोजक मंजूल पालीवाल, विभाग कार्यवाह राकेश त्यागी, जिला संयोजक अरूण त्यागी, कर्नल समर सिंह तथा ओपी धामा भी उपस्थित थे।