अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद:हरियाणा के राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य जोकि जेसी बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए फरीदाबाद के कुलाधिपति भी है, ने विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. दिनेश कुमार की नियुक्ति अवधि को मुख्यमंत्री मनोहर लाल की सिफारिश पर 4 नवम्बर, 2018 से आगे तीन वर्षाें के लिए विस्तार दिया है। इस संबंध में हरियाणा राजभवन द्वारा अधिसूचना जारी कर दी गई है।प्रो. दिनेश कुमार, जिन्हें देश में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के विकास में योगदान के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा प्रतिष्ठित होमी भाभा मेमोरियल पुरस्कार का सम्मान हासिल है, को नियुक्ति विस्तार उनके कार्यकाल के दौरान विश्वविद्यालय द्वारा हासिल उपलब्धियों के आधार पर दिया गया है।
नियुक्ति अवधि में विस्तार के लिए हरियाणा के राज्यपाल सत्यदेव नारायण, मुख्यमंत्री मनोहर लाल तथा तकनीकी शिक्षा मंत्री राम बिलास शर्मा का आभार जताते हुए प्रो. दिनेश कुमार ने कहा कि वे विश्वविद्यालय को नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए अपने निरंतर प्रयास आगे भी जारी रखेंगे तथा विश्वविद्यालय की विकास के लिए कार्य करेंगे। उन्होंने कहा कि एक संस्थान के रूप में वाईएमसीए विश्वविद्यालय 49 वर्षाें की गौरवमयी विरासत का वाहक है और इसके विकास तथा विस्तार के लिए विश्वविद्यालय से जुड़े प्रत्येक व्यक्ति को सहयोग करना होगा।एक कुशल प्रशासक तथा प्रतिबद्ध शोधकर्ता, जिन्होंने मास्टर व पीएचडी की डिग्री कैंब्रिज विश्वविद्यालय से हासिल की है, की पहचान रखने वाले प्रो. दिनेश कुमार ने 4 नवम्बर, 2015 को विश्वविद्यालय के पांचवें कुलपति के रूप में पदभार ग्रहण किया था। वाईएमसीए विश्वविद्यालय से पहले प्रो. दिनेश कुमार ने कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय, कुरूक्षेत्र में प्रोफेसर के पद अपनी सेवाएं दी है।
विश्वविद्यालय के कुलपति के रूप में प्रो. दिनेश कुमार (54) का कार्यकाल उल्लेखनीय रहा है तथा उनके कार्यकाल में विश्वविद्यालय ने उत्कृष्ट उपलब्धियां हासिल की है। उनके कार्यकाल के दौरान विश्वविद्यालय को नैक द्वारा ‘ए’ ग्रेड मान्यता प्राप्त हुई तथा विश्वविद्यालय के विभिन्न पाठ्यक्रमों को एनबीए मान्यता प्राप्त हुई। विश्वविद्यालय ने पहली बार एनआईआरएफ रैंकिंग में राष्ट्रीय स्तर पर अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। विश्वविद्यालय को संबद्धता का दर्जा प्राप्त हुआ और आज पलवल तथा फरीदाबाद के 18 इंजीनियरिंग कालेज विश्वविद्यालय के साथ संबद्ध है।प्रो. दिनेश कुमार के निरंतर प्रयासों के कारण ही विश्वविद्यालय को केन्द्रीय एजेंसियों द्वारा टीईक्यूआईपी-3 व रूसा के तहत 27 करोड़ रुपये का अनुदान प्राप्त करने में सफलता मिली, जिससे विश्वविद्यालय में अकादमिक व ढांचागत विकास को बल मिला है। विश्वविद्यालय ने रिकार्ड समय में कई नई प्रयोगशालाएं, क्लासरूम, आॅडिटोरियम तथा अन्य सुविधाएं सृजित करने में सफलता हासिल की है। विगत वर्ष के दौरान विश्वविद्यालय में 28 छोटी व बड़ी परियोजनाओं को पूरा किया गया तथा इस समय विश्वविद्यालय में 70 करोड़ रुपये की 25 विभिन्न छोटी व बड़ी महत्वपूर्ण परियोजनाओं पर कार्य चल रहा है। राज्य सरकार ने विश्वविद्यालय को फरीदाबाद-गुरूग्राम सड़क मार्ग पर दूसरे परिसर की स्थापना के लिए जमीन भी आवंटित की है।विश्वविद्यालय के रूप में अपग्रेड होने के बाद से संस्थान में सीमित संख्या में स्वीकृत पद थे और प्रो. दिनेश कुमार द्वारा किए गए निरंतर प्रयासों से राज्य सरकार द्वारा विश्वविद्यालय के लिए 140 नए टीचिंग व नाॅन टीचिंग पद स्वीकृत किए गए है।