अरविंद उत्तम की रिपोर्ट
नॉएडा: कृषि कानून के विरोध में जारी आंदोलन में भाग लेने के लिए दिल्ली कूच के लिए मंगल वार को भारतीय किसान भानू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर भानु प्रताप सिंह के नेतृत्व में सैकड़ों किसानों के साथ आगरा, मथुरा और जेवर, दनकौर होते हुए नोएडा के चिल्ला बॉर्डर तक पहुंच गए। ट्रैक्टरों और अन्य वाहनो पर सवार होकर किसान चिल्ला बॉर्डर से दिल्ली में घुसने लगे तो दिल्ली पुलिस ने बैरिकेडिंग करके किसानों को रोक दिया और दोनों तरफ से वाहनों का आवागमन बंद कर दिया। किसान मुख्य मार्ग पर ही धरने पर बैठ गए हैं। उन्होंने पहले दिल्ली-नोएडा मार्ग को बाधित किया। इसके बाद नोएडा से दिल्ली जाने वाले मार्ग को बाधित किया। देर शाम तक नोएडा व दिल्ली शहर जाम से परेशान दिखे।
यह तस्वीरें हैं नोएडा को दिल्ली से जोड़ने वाली लिंक रोड की जहां नोएडा की मुख्य प्रवेश द्वार द्वार की रात के 12:00 बज गए हैं लेकिन यहां पर किसान डटे हुए हैं और नारेबाजी कर रहे हैं यह भारतीय किसान भारतीय किसान यूनियन भानु ग्रुप से जुड़े हुए हैं जो अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर भानु प्रताप सिंह के नेतृत्व में यहां पर धरना दे रहे हैं। सरकार ने किसानों के हित में एमएसपी लागू नहीं की, जिसका किसान विरोध कर रहे हैं और जब तक मांगें पूरी नहीं होंगी, धरना जारी रहेगा
पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत मंगलवार को सिंह के नेतृत्व में अलीगढ़, हाथरस, आगरा और गौतमबुद्ध नगर जिले के सैकड़ों किसान नोएडा में चिल्ला बॉर्डर पहुंच गए। शाम करीब साढ़े चार बजे किसानों ने चिल्ला बॉर्डर पर धरना देना शुरू किया और यातायात जाम कर दिया। वे मुख्य मार्ग पर अपने ट्रैक्टर ट्रॉली खड़े कर धरना दे रहे हैं। किसानों का कहना है कि वे दिल्ली में जंतर मंतर पर जाकर धरना देना चाहते हैं। अगर पुलिस उन्हें नहीं जाने देगी तो वे यहीं सड़क पर धरना देंगे। जब तक जंतर मंतर पर जाने की इजाजत नहीं मिलेगी, वे रास्ता नहीं छोड़ेंगे। जहां किसानों ने जाम लगाया है, वहां से होकर प्रतिदिन लाखों की संख्या में लोग नोएडा में नौकरी करने आते-जाते हैं। चिल्ला बॉर्डर सीधे नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे और आगरा एक्सप्रेस-वे को भी जोड़ता है। यह बॉर्डर वाया गोलचक्कर डीएससी रोड को जोड़ता है। शाम तक दिल्ली व नोएडा में करीब पांच किलोमीटर का लंबा जाम लग गया। मार्ग परिवर्तन के बाद भी स्थिति खराब है।