अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
गुरुग्राम:अभिनेत्री कंगना रनौत ने एक बहुत ही आपत्तिजनक बयान न्यूज़ चैनल के कार्यक्रम में दीया, कहा कि भारत को आजादी भीख में मिली है और असली आज़ादी तो 2014 में मिली है। “इस तरह का मानसिक दिवालियापन केवल व्यक्तिगत रूप के अंधभक्त ही दिखा सकते हैं।
आम आदमी पार्टी बादशाहपुर की अध्यक्ष डॉ सारिका वर्मा ने कहा कि ऐसे व्यक्ति को पदम श्री पुरस्कार का कोई अधिकार नहीं है और हम सरकार से अनुरोध करेंगे की कंगना रनौत का पद्मश्री पुरस्कार वापस लिया जाए। भारत की आजादी की लड़ाई 90 वर्ष से भी ज्यादा चली है और हजारों लोगों ने इसमें संघर्ष किया था। इस तरह की टिप्पणी हमारे शहीदों का अपमान करती है। शहीदे आजम भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव ,सुभाष चंद्र बोस , लाला लाजपत राय,बाल गंगाधर तिलक, अमानतुल्लाह खान, चंद्रशेखर आजाद जैसे देशभक्तों ने अपनी जान की कुर्बानी देकर हमारा देश आजाद करवाया। कितने लोगों का खून इस मिट्टी मे मिल गया तब जाकर भारत एक आजाद देश बना।