अरविन्द उत्तम की रिपोर्ट
नॉएडा: नोएडा कोतवाली सेक्टर-20 पुलिस ने राजधानी दिल्ली से ऑपरेट कर रहे फॉरेन नेशनल के फ्रॉड गैंग का पर्दाफाश करते हुए अफ्रीकी देशों के सात जालसाज समेत आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया है, इनमें दो महिलाएं भी हैं। सोशल साइट पर महिलाओं से दोस्ती कर महंगे गिफ्ट भेज कर, उसको क्लियर करने के लिए कस्टम ड्यूटी के नाम पर लाखों की साइबर जालसाजी की जाती थी। पुलिस ने इनके पास से 31 मोबाइल, तीन लैपटॉप, पांच पासपोर्ट, 31 हजार रुपये समेत अन्य कागजात बरामद किए हैं। पुलिस की गिरफ्त में खडे घाना निवासी डेनियल जोन, जोनस डेक्का, नाइजीरिया निवासी कैल्विन ओकाफोर, उच्चेन्ना एंबू, इक्सा सगीर, ओयोमा लीसा, अजरबैजान निवासी हिबिब फोफाना और गंगटोक (सिक्किम) निवासी राधिका छेत्री को पुलिस ने कस्टम अधिकारी बनकर भारत समेत अन्य देशों की महिलाओं से साइबर ठगी करने के आरोप में गिरफ्तार किया है. एडीसीपी शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि इन जालसाजों ने पिछले नौ सालों में 700 से अधिक महिलाओं को निशाना बनाया है।
एडीसीपी ने बताया कि पिछले साल महिला डॉक्टर ने साइबर क्राइम की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसमें बताया गया था कि साइबर जालसाज ने डेविड मॉर्गन बनकर महिला चिकित्सक से बातचीत शुरू की थी। इनके पास भी जालसाजों ने नेवी की वर्दी वाली किसी विदेशी शख्स की फोटो भेजी थी। इस के बाद महिला से जालसाजों ने कस्टम ड्यूटी के नाम पर ढाई लाख रुपये ठग लिए। इसके बाद से ही पुलिस गिरोह के पीछे लगी हुई थी। मामले की जांच के दौरान टेक्निकल सपोर्ट टीम के जरिए इन विदेशी ठगों के के ठिकाने की जानकारी हासिल करने के बाद पुलिस ने आरोपियों को दिल्ली के निहाल विहार से गिरफ्तार किया है। एडीसीपी ने बताया कि आरोपी नेवी का कैप्टन बता कर महिलाओं और युवतियों से दोस्ती करते थे और उनसे लगातार चैट करते थे। 10-15 दिन में जालसाज उन महिलाओं के साथ घुलमिल जाते थे और इसके बाद जालसाजी का खेल शुरू करते थे। महिला से बातचीत कर उन्हें विदेशी गिफ्ट भारत में उसके पते पर भेजने का झांसा देते हैं। इसी दौरान गिरफ्तार राधिका महिलाओं को फोन कर खुद को कस्टम की अधिकारी बताती थी और कस्टम ड्यूटी के नाम पर लाखों की साइबर जालसाजी की जाती थी। इनके पास से बरामद 31 मोबाइलों की जांच की जा रही है। अब तक की जांच में पता चला है कि इन लोगों ने 1000 से अधिक महिलाओं से लंबी चैटिंग की है। इनमें से कई को जालसाजी के शिकार बना चुके हैं.
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