अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली: मध्य प्रदेश के रतलाम में 25 नवंबर की रात तीन लोगों की हत्या करने वाले कुख्यात हत्यारे दिलीप देवल को रतलाम पुलिस ने देर रात एनकाउंटर में ढेर कर दिया. एनकाउंटर से पहले बदमाश की फायरिंग में एक टीआई समेत 5 पुलिसकर्मी भी घायल हो गए. दिलीप देवल रतलाम में ट्रिपल मर्डर की घटना को अंजाम देने के बाद से फरार था. इस हत्याकांड के 5 आरोपियों को पुलिस पहले ही पकड़ चुकी थी, लेकिन मास्टरमाइंड दिलीप देवल घटना के बाद से फरार था.गुरुवार को मुखबिर से सूचना मिली कि दिलीप देवल को धनासुता रोड की तरफ देखा गया है.
सूचना के आधार पर पुलिस ने इलाके में तलाश शुरू की तो दिलीप देवल भागता हुआ दिखाई दिया. पुलिस अधिकारियों ने जब उसे रुकने को कहा तो उसने पुलिस वालों पर ही गोलियां चला दीं.जवाबी कार्रवाई में पुलिसकर्मियों को भी फायरिंग करनी पड़ी. इस जवाबी फायरिंग में दिलीप देवल मारा गया. दिलीप देवल द्वारा की गई फायरिंग से एक थाना प्रभारी समेत में कुल पांच पुलिसकर्मी घायल हुए हैं जिनका रतलाम के अस्पताल में इलाज चल रहा है.
Madhya Pradesh: Dilip Dewal, the prime acussed in a triple murder case in Ratlam was shot dead by Police following an encounter.
DIG says, "Acussed was shot at during retaliatory firing by policemen, he was declared brought dead at the hospital. Five policemen have been injured" pic.twitter.com/vNucATgQX7— ANI (@ANI) December 3, 2020
25 नवंबर को रतलाम के राजीव नगर इलाके में रहने वाले गोविंद सोलंकी, उनकी पत्नी शारदा सोलंकी और बेटी दिव्या सोलंकी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. पुलिस की तफ्तीश में आरोपी दिलीप देवल हत्याकांड का मास्टरमाइंड निकला था. दिलीप मूल रूप से दाहोद का रहने वाला था और कुल 6 लोगों की हत्या कर चुका था.एनकाउंटर के बाद देर रात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर लिखा ‘अभी थोड़ी देर पहले रतलाम ट्रिपल मर्डर केस का मुख्य आरोपी दिलीप देवल पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारा गया.
अभी थोड़ी देर पहले रतलाम ट्रिपल मर्डर केस का मुख्य आरोपी दिलीप देवल पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारा गया।
मैंने पुलिस को सख़्त निर्देश दिए थे की ऐसे नरपिशाच को समाज में रहने का कोई अधिकार नहीं है। उसे जल्द से जल्द पकड़ा जाए।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) December 3, 2020
मैंने पुलिस को सख़्त निर्देश दिए थे कि ऐसे नरपिशाच को समाज में रहने का कोई अधिकार नहीं है. उसे जल्द से जल्द पकड़ा जाए.मुख्यमंत्री चौहान ने अपने अगले ट्वीट में कहा कि जब पुलिस टीम उसे पकड़ने गयी तो उसने टीम पर गोलियां चलाई और हमारे बहादुर जवानों ने उसका मुंहतोड़ जवाब दिया. हमारे कुछ पुलिसकर्मी इस मुठभेड़ में घायल भी हुए है. मैं उनके शीघ्रातिशीघ्र ठीक होने की कामना करता हूं. पूरी पुलिस टीम को मध्यप्रदेश की तरफ से धन्यवाद. मध्य प्रदेश आज फिर से शांति से सोएगा क्योंकि आप हमारे रक्षक हो. जय हिंद’