अरविन्द उत्तम की रिपोर्ट
नोएडा: अगर आप नोएडा के सड़कों पर सफ़र करते हैं तो सजग हो जाइए और ट्रैफिक नियमों का संजीदगी से पालन करे. क्योंकि अगर आप नियम तोड़े तो आपका चालान करना लाज़मी है। इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आईटीएमएस) की महत्वकांक्षी परियोजना लागू हो चुकी है. 82 चौराहों पर ट्रैफिक व्यवस्था को कैमरे मॉनिटर कर रहे है. अगर आप नियम तोड़े तो आपका चालान करना लाजमी है। क्योंकि इन कमरों में कितने भी तेजी से अगर आप गुज़रेंगे, तब भी आपका नंबर प्लेट उन कैमरों में क़ैद हो जाएगा और आपका चालान आपके नंबर पर आ जाएगा जब से कैमरों को एक्टिवेट किया है अब तक क़रीब 40, हज़ार वाहनो के चालान कट चुके हैं. एक स्मार्ट और सुरक्षित शहर बनाने के लिए नोएडा प्राधिकरण द्वारा शुरू की गई हैं।
इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आईटीएमएस) की महत्वाकांक्षी परियोजना को पूरी तरह से लागू किया जा चुका है.इस परियोजना के अंतर्गत सेंट्रल कमांड सेंटर से 82 चौराहों पर ट्रैफिक व्यवस्था को कैमरे से मॉनिटर व्यवस्था है. जिसमे 76 जगह के कैमरों को एक्टिव कर दिया गया है, कैमरों द्वारा यातायात नियमों के उल्लंघन करने वालों के 15 दिनों में 40 हजार से ज्यादा वाहनों के चालान किये जा चुके है , ट्रैफिक व्यवस्था को व्यवस्थित करने और इलेक्ट्रॉनिक प्रणाली से निगरानी को मजबूत करने के उद्देश्य से बनाई गई महत्वाकांक्षी परियोजना आईटीएमएस को नोएडा प्राधिकरण ने ट्रैफिक जाम की समस्या से लोगों निजात दिलाने के लिये, जाम का शिकार होने वाले 84 चौराहों पर 88.4 करोड़ रुपये का बजट से 1,065 सीसीटीवी कैमरों की मदद से नजर रखने के लिए महत्वाकांक्षी परियोजना बनाई है. इसका कमांड और कंट्रोल रूम से सिस्टम सेक्टर 94 स्थित लगाया गया जहाँ से चौबीसों घंटे पुलिसकर्मियों द्वारा निगरानी की जा रही है.
नोएडा ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस वे पर हर रोज़ क़रीब 10 लाख वाहन गुज़रते हैं ऐसे में आईटीएमएस के ज़रिये पहले ही जाम की स्थिति किसी एक्सीडेंट की स्थिति या किसी तरह से ट्रैफिक बाधित हुए की जानकारी मिल जाएगी इसके अलावा रूट डायवर्ट करके भी लोगों को निकाला जाएगा। इस परियोजना के तहत 40 व्यस्त क्रॉसिंगों पर एक अनुकूली ट्रैफिक लाइट नियंत्रण प्रणाली स्थापित की गई है. 18 स्थानों पर स्पीड डिटेक्शन सिस्टम और शहर में 22 बिंदुओं पर ट्रैफिक एडवाइजरी और अलर्ट प्रसारित करने के लिए वेरिएबल मैसेज साइन बोर्ड लगाए गए है। इसके अलावा, इसमें स्वचालित नंबर प्लेट पहचान प्रणाली, लाल बत्ती उल्लंघन पहचान प्रणाली, निगरानी कैमरे और सार्वजनिक घोषणा प्रणाली भी शामिल है. इन सुविधाओं का रणनीतिक रूप से मुख्य प्रवेश और निकास बिंदुओं और उच्च गति वाले गलियारों में उपयोग किया गया है.
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