अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग की टीम ने आज बड़खल गांव में नशीली दवाओं के व्यवसाय में संलिप्त तीन मेडिकल स्टोरों को सील कर दिया इन मेडिकल स्टोरों पर नशीली दवाएं बेचने के आरोप के साथ साथ विभाग के छापामार दल ने आज इनके पास से नशीली दवाएं भी बरामद की है उल्लेखनीय है कि इन दवा विक्रेताओं को नशीली दवाएं सप्लाई करने वाले एक सप्लायर को गत वर्ष 30 अप्रैल को विभाग ने एनआईटी नंबर 5 से गिरफ्तार कराया था जोकि आज भी नीमका जेल में नशीली दवाएं सप्लाई करने की सजा भुगत रहा है.इस विषय में अधिक जानकारी देते हुए जिले के वरिष्ठ औषधि नियंत्रक अधिकारी करण गोदारा ने बताया कि प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज एवं खाद्य एवं औषधि प्रशासन के आयुक्त डॉ. साकेत कुमार के निर्देश पर आज उनके नेतृत्व में जिला औषधि निरीक्षक संदीप गहालान तथा पूजा चौधरी के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया।
इस टीम ने जब बड़खल गांव में मेडिकल स्टोरों की जांच शुरू की तो पाया कि गांव में चल रहे रॉयल मेडिकल स्टोर, शिव मेडिकल स्टोर और सानिया मेडिकल स्टोर नशीली दवाएं बेच रहे हैं,छापामार दल ने जब इन मेडिकल स्टोर की जांच की तो उनके पास से प्रतिबंधित नशीली दवाएं भी बरामद हुई जिस पर कार्रवाई करते हुए छापामार दल ने इन तीनों ही मेडिकल स्टोरों पर उपलब्ध दवाओं के सैंपल लेकर, इन तीनों मेडिकल स्टोरों को सील कर दिया करण सिंह गोदारा के अनुसार आज उनके नेतृत्व में इस छापामार दल ने गांव के पांच मेडिकल स्टोरों पर जांच की
जिनमें से इन तीन मेडिकल स्टोर पर प्रतिबंधित नशीली दवाएं बरामद की गई उन्होंने बताया कि इससे पूर्व भी इसी गांव में नशीली दवाएं बरामद की गई थी और उस समय विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 30 अप्रैल 2018 को एन आई नंबर 5 से उस सप्लायर को भी नशीली दवाओं के साथ पकड़ा था जोकि बड़खल गांव में नशीली दवाओं की सप्लाई करता था। गोदारा ने बताया कि उक्त सप्लायर आज भी अपने गैर कानूनी धंधे की सजा भुगत रहा है और इस वक़्त नीमका जेल में बंद है लेकिन इसके बावजूद भी बड़खल गांव के इन दवा विक्रेताओं ने सीख नहीं ली और इन लोगों ने नशीली दवाओं का व्यवसाय शुरू कर दिया जिसके चलते आज इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया
करण सिंह गोदारा के अनुसार प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज विभाग के आयुक्त डॉ. साकेत कुमार तथा प्रदेश औषधि नियंत्रक नरेंद्र आहूजा के साफ आदेश है कि प्रदेश में किसी भी सूरत में कोई भी प्रतिबंधित दवाई नहीं बेचने दी जाएगी। उनके अनुसार खाद्य एवं औषधि प्रशासन इस मामले में समय-समय पर कार्यवाही करता रहा है और आगे भी करता रहेगा। उन्होंने सभी दवा विक्रेताओं का आह्वान किया कि जिले में यदि कोई भी दवा विक्रेता गैर कानूनी तथा प्रतिबंधित दवाओं की बिक्री या संग्रह करता पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने दवा विक्रेताओं का आव्हान किया कि वह प्रदेश सरकार की नीतियों के अनुरूप लोगों को उच्च गुणवत्ता वाली दवाएं उपलब्ध कराने में विभाग की नीतियों के अनुरूप अपना सहयोग प्रदान करें।