अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद:जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद द्वारा विश्वविद्यालय के शिक्षण विभागों तथा संबद्ध कालेजों में स्वयम तथा एनपीटीईएल प्लेट फामर्स के माध्यम से यूजीसी के मुक्त आनलाइन पाठ्यक्रमों (मुक्स) एवं डिजिटल लर्निंग के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में लगभग 50 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। कार्यशाला के समापन सत्र को कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने संबोधित किया। कुलपति ने कहा कि आनलाइन पाठ्यक्रम (मुक्स) एवं डिजिटल लर्निंग भविष्य की शिक्षा प्रणाली का मुख्य आधार है।
इससे विद्यार्थियों को अपनी रूचि के अनुरूप पाठ्यक्रम पढ़ने का अवसर मिलता है और शिक्षक वर्ग भी अपने ज्ञान एवं कौशल को बढ़ा सकते है। कुलपति ने विश्वविद्यालय के संकाय सदस्यों तथा संबद्ध कालेजों के प्रतिनिधियों से आग्रह किया कि वे विद्यार्थियों को आनलाइन पाठ्यक्रमों के प्रति प्रेरित करें तथा स्वयम तथा एनपीटीईएल प्लेटफामर्स को लेकर जागरूक बनाये। इस कार्यशाला को डिजिटल इंडिया प्रकोष्ठ द्वारा संचालित किया जा रहा है। कार्यशाला में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के शैक्षणिक संचार संकाय के निदेशक प्रो. जगत भूषण नड्डा भी उपस्थित थे। कार्यशाला को डीन, इंस्टीट्यूशन्स डाॅ.संदीप ग्रोवर तथा कम्प्यूटर इंजीनियरिंग विभाग के अध्यक्ष डाॅ. कोमल कुमार भाटिया ने भी संबोधित किया। डिजिटल इंडिया प्रकोष्ठ की नोडल अधिकारी डाॅ. नीलम दूहन ने बताया कि कार्यशाला के आयोजन का उद्देश्य विश्वविद्यालय तथा संबद्ध कालेजों को ई-लर्निंग के महत्व को बताना तथा उन्हें मुक्स पाठ्यक्रमों के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए प्रेरित करना था। उन्होंने बताया कि कार्यशाला में डिजिटल इंडिया पहल की जागरूकता, मुक्स,स्वयम प्लेटफामर्स, विश्वविद्यालय की क्रेडिट ट्रांसफर पोलिसी, स्वयम की पंजीकरण प्रक्रिया तथा स्वयम एवं एनपीटीईएल केे लोकल चैप्टर से संबंधित विषयों पर चर्चा की गई।