अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय गृह एंव सहकारिता मंत्री अमित शाह ने आज आपातकाल की 50 वीं बरसी पर आपातकाल को देश के लोकतांत्रिक इतिहास को काला दिवस बताया। शाह ने कहा, कांग्रेस ने एक खास परिवार को बनाए रखने के लिए कई बार भारत के संविधान की भावना को कुचला है। कांग्रेस की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देश में आपातकाल लगा कर लाखों लोगों पर निर्मम हत्या किए है। इसके बाद इंदिरा गांधी के पुत्र राजीव गांधी ने प्रधानमंत्री बनने के बाद आपातकाल को जायज ठहराया। शाह ने कहा कि लोकतंत्र की हत्या और उस पर बार -बार आघात करने का कांग्रेस का लंबा इतिहास रहा है। 25 जून 1975 को कांग्रेस की सरकार द्वारा देश में आपातकाल लगाया था। ये लोकतंत्र को कुचलने का सबसे बड़ा उदारण है। कांग्रेस पार्टी के युवराज यह भूल गए है कि उनकी दादी इंदिरा गांधी ने अपनी सत्ता बचाने की कोशिश में देश में आपातकाल थोपा था। कांग्रेस के युवराज के पिता राजीव गांधी ने 23 जुलाई 1985 को इस भयावह घटना पर गर्व करते हुए लोकसभा में कहा था कि आपातकाल कुछ भी गलत नहीं था। आपातकाल को लोकतंत्र के लिए घातक बताने के बदले राजीव गांधी ने यहां तक कहा था कि अगर इस देश का कोई प्रधानमंत्री इन परिस्थितियों में आपातकाल को जरूरी समझता है। और आपातकाल को लागू नहीं करता है , तो वह इस देश का प्रधानमंत्री बनने लायक नहीं है।
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