अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली:दिल्ली पुलिस की पूर्वी रेंज-I, अपराध शाखा की टीम ने आज एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया हैं ,जो अपने आप को नकली सीबीआई अधिकारी बता कर एक जौहरी से 40 लाख रुपए नगद और 500 ग्राम सोने की ठगी कर ली। पुलिस ने इस गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया हैं। गिरफ्तार किए गए आरोपितों के नाम संदीप भटनागर, 54 वर्ष, निवासी सेक्टर 8, द्वारका, दिल्ली, पवन गुप्ता, 47 वर्ष, निवासी बालउद्यान रोड , उत्तम नगर, दिल्ली, योगेश कुमार, 58 वर्ष, निवासी ओम विहार-I, उत्तम नगर, दिल्ली, और हिमांशु उर्फ़ दिनेश उर्फ़ बबलू,35 वर्ष, निवासी ग्राम बाजीतपुर ठाकरान, दिल्ली हैं। इनके कब्जे पुलिस ने ठगी के 11 लाख रुपए नगद , 104 ग्राम सोना, 5 मोबाइल फोन दो डीवीआर बरामद किए हैं। आरोपित संदीप भटनागर गिरोह का मास्टरमाइंड और सरगना है,जिसने फिल्म “स्पेशल-26” से प्रभावित होकर इस गिरोह को बनाया , और ठगी की वारदातों को अंजाम दिया।
विशेष डीसीपी क्राइम रविंद्र सिंह यादव ने आज जानकारी देते हुए कहा कि शिकायतकर्ता हरप्रीत सिंह अपने आवास के भूतल पर सुनार की दुकान चलाता हैं। उसने बताया कि गत 17 अप्रैल 20 23 को, एक महिला सहित छह व्यक्ति उसकी दुकान में आए और खुद को सीबीआई अधिकारी के रूप में पेश किया और शिकायतकर्ता को बताया कि वह अवैध सोने के कारोबार में लिप्त है और अगर वह समझौता करना चाहता है तो शिकायतकर्ता को उन्हें 1 करोड़ रुपये का भुगतान करना होगा। इन फर्जी सीबीआई अधिकारियों की बातों से डर कर शिकायतकर्ता ने उन्हें 40 लाख रुपये नकद और 500 ग्राम सोना दे दिया। आरोपित लौटते समय दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे का डीवीआर साथ ले गए.तदनुसार, एफआईआर नंबर- 152/2023, धारा 419/ 420/ 34, भारतीय दंड संहिता, थाना फर्श बाजार, दिल्ली में दर्ज की गई । यादव का कहना हैं कई उपरोक्त आरोपितों को पकड़ने के लिए एक टीम का गठन सयुंक्त आयुक्त एस.डी. मिश्रा और उपायुक्त सतीश कुमार द्वारा सहायक आयुक्त रोहताश कुमार की देखरेख में व निरीक्षक लिछमन के नेतृत्व में किया गया। जिसमे उप निरीक्षक देवेंद्र, प्रधान सिपाही सूर्य प्रकाश, प्रधान सिपाही सोहित, प्रधान सिपाही महा सिंह, सिपाही शामिल थे।
टीम ने मौके पर लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच की। इन सभी सीसीटीवी फुटेज की गहन जांच/विश्लेषण करने पर 06 आरोपित व्यक्तियों की पहचान की गई और मुखबिरों के माध्यम से आरोपितों के ठिकानों का पता लगाया गया। बिना समय बर्बाद किए छापा मारा गया और 4 व्यक्तियों को उनके निवास स्थान से गिरफ्तार किया गया। जिनके नाम संदीप भटनागर, 54 वर्ष, निवासी सेक्टर 8, द्वारका, दिल्ली, पवन गुप्ता, 47 वर्ष, निवासी बालउधान रोड, उत्तम नगर, दिल्ली , योगेश कुमार, 58 वर्ष, निवासी ओम विहार-I, उत्तम नगर दिल्ली, और हिमांशु उर्फ़ दिनेश उर्फ़ बबलू, 35 वर्ष, निवासी ग्राम बाजीतपुर ठाकरान, दिल्ली हैं। उनका कहना हैं कि आरोपित संदीप भटनागर गिरोह का मास्टरमाइंड और सरगना है। फिल्म “स्पेशल-26” से प्रभावित होकर, संदीप भटनागर ने अपने साथियों, पवन गुप्ता, हिमांशु और योगेश शर्मा और दो अन्य लोगों के साथ मिलकर अपराध की योजना बनाई। अभियुक्त संदीप भटनागर ने अपने आप को उच्च रैंक का सीबीआई अधिकारी बताया व सहयोगियों को अपने अधीनस्थ सीबीआई अधिकारी बताया। आरोपितों ने सीबीआई के फर्जी पहचान पत्र पहने हुए थे और हाथों में वॉकी-टॉकी लिए हुए थे।
पिछली भागीदारी:
1.योगेश शर्मा – प्राथमिकी संख्या 555/2019, धारा 43/174ए भारतीय दण्ड संहिता, थाना उत्तम नगर, दिल्ली।
2.पवन गुप्ता उर्फ़ तिहकल – प्राथमिकी संख्या 255/2006, धारा 392/411/34 भारतीय दण्ड सहिंता, थाना विकासपुरी, दिल्ली।
3.संदीप भटनागर उर्फ़ संजू – प्राथमिकी संख्या 255/2006, धारा 392/411/34 भारतीय दण्ड सहिंता, थाना विकासपुरी, दिल्ली।
4.हिमांशु उर्फ़ दिनेश उर्फ़ बबलू – प्राथमिकी संख्या 286/2019, धारा 25 आर्म्स एक्ट, थाना बवाना, दिल्ली।
बरामद सामन:
1.रूपए 11 लाख
2.104 ग्राम सोने के समान दिखने वाली पीली धातु का टुकड़ा
3.दो डीवीआर
4.पांच मोबाइल फोन
आरोपितों की पृष्ठभूमि:
1.संदीप भटनागर, 54 वर्ष, निवासी सेक्टर 8, द्वारका, दिल्ली का रहने वाला है। वह स्नातक हैं। वह फिल्म “स्पेशल -26” से काफी प्रभावित था । वह गैंग का मास्टरमाइंड और सरगना है।
2.पवन गुप्ता, 47 वर्ष, निवासी बलुध्यान रोड, उत्तम नगर, दिल्ली का रहने वाला है। आसानी से पैसा कमाने और अपनी इच्छाओं को पूरा करने के लिए वह अपराध में शामिल हो गया।
3.योगेश कुमार, 58 वर्ष, निवासी ओम विहार-I, उत्तम नगर दिल्ली का रहने वाला है। वह स्नातक हैं। आसानी से पैसा कमाने और अपनी इच्छाओं को पूरा करने के लिए वह अपराध में शामिल हो गया।
4.हिमांशु उर्फ़ दिनेश उर्फ़ बबलू, 35 वर्ष, निवासी गांव वाजिदपुर ठाकरन, दिल्ली का रहने वाला है। उसने 12वीं तक पढ़ाई की है। पहले वह एक पहलवान था और प्रॉपर्टी डीलर का काम करता था ।