अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: फरीदाबाद में चतुर्थ श्रेणी के एक कर्मचारी कूड़े राम ने रिटायरमेंट के दिन हेलीकॉप्टर की सवारी की। कूड़े राम का सपना था कि वह 1 दिन हेलीकॉप्टर पर जरूर बैठे। कूड़े राम ने खुद तो हेलीकॉप्टर की सवारी की है, साथ ही साथ अपने पूरे परिवार को भी हेलीकॉप्टर में घुमाया। हेलीकॉप्टर में घूमने का पूरा खर्चा लगभग सवा तीन लाख रुपए आया। जिसके लिए कूड़े राम ने अपने रिश्तेदारों से उधार लिया
कहते हैं कि सपने देखना कभी छोड़ना नहीं चाहिए। उसे पूरा करने में लगन और मेहनत की जाए तो एक दिन वह सपना जरूर पूरा होता है। ऐसा ही कुछ सदपुरा गाँव के बुजुर्ग कूड़े राम के साथ हुआ। उनकी इच्छा थी कि जब वो सरकारी नौकरी से रिटायर्ड हो, तब वह अपने घर हेलीकॉप्टर में जाए। मंगलवार को जब वह स्कूल से रिटायर्ड हुए तो हेलीकॉप्टर में बैठकर अपने घर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने हवा में उड़कर अपने गांव के चक्कर भी लगाए।
1979 में कूडेराम को हरियाणा शिक्षा विभाग में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की नौकरी मिली। इनकी पहली पोस्टिंग नीमका गांव स्थित सरकारी स्कूल में हुई। तब से वह इसी स्कूल में सेवार्थ थे। मंगलवार को 60 साल की उम्र में उनकी रिटायरमेंट हो गई। कूड़ेराम के परिवार में पत्नी रामवती के अलावा 3 बेटे और एक बेटी हैं। चारों संतान शादीशुदा हैं। अपनी इच्छा को पूरा करने के लिए नीमका से सदपुरा गांव तक के लिए साढ़े 3 लाख रुपये में हेलिकॉप्टर बुक करवाए । दोनों गांवों की दूरी महज 2 किलोमीटर है। परिवार के लोगों ने भी बारी- बारी से हेलीकॉप्टर की सवारी की ।