अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
जयराम रमेश ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि साथियों, ‘इंडिया’ गठबंधन की चौथी बैठक अभी-अभी ख़त्म हुई है। कांग्रेस अध्यक्ष और लीडर ऑफ़ द अपोजीशन राज्य सभा में… मल्लिकार्जुन खरगे जी आपको संबोधित करेंगे।मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि मंच पर पधारे हुए सारे नेतागण और यहां पर मौजूद सभी मीडिया के दोस्तों और जो हमारे इस ‘इंडिया’ गठबंधन में आए हुए हैं, वो सभी नेता लोग… आज हमारी चौथी मीटिंग यहां पर दिल्ली में हुई, इस चौथी मीटिंग में 28 पार्टियों ने हिस्सा लिया और 28 पार्टियों के नेता लोगों ने अपने-अपने विचार को गठबंधन के सामने रखा। और ये खुशी की बात है कि सभी ने एक होकर आगे किस ढंग से गठबंधन का काम चलना चाहिए और लोगों के हित में सबको मिलकर किस ढंग से एजिटेशन करना है या जो भी इशूज़ हैं, उनको उठाना है… तो ये सारे देश में कम से कम 8-10 मीटिंग सभी मिलकर करने का निर्णय हुआ और लोगों को ये मालूम करना ज़रूरी समझे कि गठबंधन के लोग अगर एक मंच पर नहीं आएंगे तो लोगों को इसके बारे में… पूरा जो इसको महत्व मिलना है या मालूमात होना है, वो नहीं होगा… इसीलिए सभी ने माना और सभी लोगों ने मिलकर ये निर्णय लिया है…ये एक बहुत अच्छी बात है कि हमारी मीटिंग कम से कम दो-तीन घंटे चली।
दूसरी चीज़… जो हमारे 151 एमपीज़ को सदन के बाहर डालकर… सदन जो बीजेपी की सरकार चला रही है, इसको कंडेम (condemn) करते हुए हमने एक रिज़ॉल्यूशन (resolution) पास किया कि ये अनडेमोक्रटिक है और लोकतंत्र के खिलाफ़ है और लोकतंत्र को अगर बचाना है तो हम सब लोगों को मिलकर लड़ना होगा और इस लड़ाई के लिए सभी लोग तैयार हैं। और ये पहली बार है हिन्दुस्तान के इतिहास में, एक डेमोक्रेटिक प्रोसेस में कि जो मुद्दा हमने हाउस में उठाया था, वो कोई ग़लत मुद्दा नहीं था… वो मुद्दा यही था कि जो लोग सदन के अंदर आए, वो कैसे आए और कौन उनको लाया और किस ढंग से वो सब तरफ़ जाकर स्लोगन दिए, सभी किए…. लेकिन उनके जो मुद्दे थे, वो उन्होंने लोक सभा में अपनी आवाज़ से उठाए थे। हम पहले से ही ये कह रहे हैं कि होम मिनिस्टर या प्राइम मिनिस्टर सदन में आइए… जो घटनाएं घटी हैं, उनके बारे में सदन को अवगत कराइए, मालूमात कराइए लोक सभा को और राज्य सभा को…. लेकिन उन्होंने नहीं माना। मुझको समझ में नहीं आता सदन इधर चल रहा है, ये लोग अहमदाबाद में बिल्डिंग के इनॉगरेशन (inauguration) में जाते हैं। सदन इधर चल रहा है, मोदी जी अपनी कॉन्स्टिटुएंसी (constituency) में जाकर घूमते हैं। ये क्या है? ऐसा कभी नहीं हुआ… यहां देश में रहकर और सभी तरफ़ अपने भाषण देने लगे लेकिन पार्लियामेंट में क्यों नहीं आए, लोक सभा और राज्य सभा में क्यों नहीं आए? तो ये जो उनकी मंशा है डेमोक्रेसी को ख़त्म करना… अगर नहीं गए (संसद में) तो क्या होने वाला, कौन पूछने वाला है और यहां तक की 151 लोगों को सस्पेंड करके बाहर जो निकाले, ये पहला इंसिडेंट (incident) है… देश में इतने लोगों को आज तक किसी ने सस्पेंड नहीं किया था, ये सरकार ने प्रोत्साहन देकर सस्पेंड करवाया। ये बड़ी बुरी बात है और इसके लिए हम लड़ेंगे, मैदान में जाएंगे और जो आज प्राइम मिनिस्टर और होम मिनिस्टर समझ रहे हैं कि हमारे सिवाय हिन्दुस्तान में और कोई भी नहीं, हम ही हुकूमत करने के लायक हैं… ये उनकी समझ है, इस समझ को ख़त्म करने के लिए हम सब एक हुए हैं, एक होकर ये आज बहुत निर्णय लिए हैं।एक तो 151 लोगों (निलंबित सांसदों) के बारे में; और दूसरा जो है… सब मिलकर प्रोटेस्ट करना और ऑल इंडिया प्रोटेस्ट 22 दिसंबर को… ये जितने भी सस्पेंशन हो गए, उनके बारे में ये चलेगा; और तीसरी बात ये है कि जो ‘इंडिया’ गठबंधन का मुद्दा है कि सभी लोग मिलकर काम करेंगे और सीट शेयरिंग का भी हम मिलकर पहले जिस-जिस स्टेट में हमारे लोग हैं, पहले वो लोग वहां पर एक-दूसरे से समझौता करेंगे, अगर कहीं दिक्कत है या कहीं अभी नहीं बन सकता, उसके लिए फिर यहां पर हमारे जो ‘इंडिया’ गठबंधन के नेता लोग हैं, उसको वो डिसाइड करेंगे और बहुत सी जगह जो हर एक पार्टी है, वो ठीक ढंग से है… अब चाहे वो तमिलनाडु में हो, कर्नाटका में हो, केरल में हो या तेलंगाना में हो, बिहार में हो… अब जो मुद्दा है इसका यूपी में, वो भी सुलझ जाएगा और बाकी का दिल्ली या पंजाब का है, वो समस्या को भी किस ढंग से सुलझाना, ये भी बात बाद में तय हो जाएगी। तो यही हमने तय करके ये मीटिंग की। मुझे खुशी है कि इस मीटिंग के 28 पार्टी के नेता लोग और सभी दिग्गज यहाँ जो बैठे हैं, उन सभी ने कोऑपरेट (cooperate) किया और कोऑपरेट करके इस मीटिंग को यशस्वी बनाया। इसलिए मैं उन सबको हार्दिक बधाई देता हूं, उन सबको धन्यवाद देता हूं कि वो और भी आगे बढ़कर देश में इस गठबंधन को मज़बूत करके चलाएंगे। प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार को लेकर पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में श्री खरगे ने कहा कि पहले सभी लोग जीत कर आना है… जीत के लिए क्या करना, उसके बारे में हम सोचें। कौन प्रधानमंत्री बनेगा, ये बाद की बात है। एमपी अगर नहीं हैं तो प्रधानमंत्री की बात करके क्या फायदा है। इसलिए हम पहले अपनी संख्या बढ़ाने के लिए एक होकर सभी लोग लड़कर मेजौरिटी (majority) लाने की कोशिश करेंगे और जो आज बीजेपी और मोदी जी बहुत… दो-तीन इलेक्शन होने के बाद उनमें तो इतना घमंड आया है कि अब देश में मेरे सिवाए कोई नहीं बचेगा या दुनिया में भी मैं ही एक लीडर हूं, प्रचार करते हैं…. तो हम पहले जीतने की कोशिश करेंगे और एक होकर जीतेंगे। इसी को लेकर पूछे गए एक अन्य प्रश्न के उत्तर में श्री खरगे ने कहा कि मैं कितनी बार बोलूं… बोल रहा हूं पहले हम जीतेंगे, उसके बाद में हमारे एमपी आकर क्या कर सकते हैं डेमोक्रेटिक प्रोसेस में… वो हो जाएगा। पहले हमें चिंता है जीतने की और आप लोग सभी उस दिशा में सोचिए, ना कि उन्होंने ये बोला, हमने ये बोला… ये तो हमारी इंटरनल बात है, उसमें कोई ये नहीं है। थैंक्यू।
जयराम रमेश ने पुन: कहा कि साथियों, आज की बैठक के बाद सभी पार्टियों ने ये गुजारिश की खरगे जी से कि वो आपको ब्रीफ़ करें… जो मुद्दे उठाए गए थे इस बैठक में, उसकी जानकारी आपको खरगे जी ने दी है। इसके अलावा जैसे कि उन्होंने कहा है… 22 तारीख़ को सारे देश में, सभी राज्यों में प्रोटेस्ट होंगे… जो 151 एमपी अब तक सस्पेंड हुए हैं, ‘इंडिया’ पार्टीज़ के एमपी जो लोकसभा में और राज्यसभा में उनको सस्पेंड किया गया है… उसको लेकर सारे देश भर में प्रोटेस्ट किया जाएगा। शुक्रिया।
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