अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: आजकल के आधुनिक दौर में मैट्रिमोनियल साइट पर अपना जीवन साथी तलाशना बहुत से लोगो का एक बहुत बड़ा माध्यम है। इस तरीके से जीवन साथी को ढूंढना सुगम भी हैं लेकिन अधूरी जानकारी से मैट्रिमोनियल साइट पर जीवन साथी की तलाश करने वाले लोगो के लिए विपत्ति भी बन जाती हैं । कुछ लोग मैट्रिमोनियल साइट पर झूठे प्रोफाइल बनाकर लोगो को शादी का झूठा झांसा देकर इसकी एवज में अलग-अलग बहाने बनाकर लोगो से पैसे ऐंठते हैं। ऐसे ही लोगों से ठगी करने वाले एक गिरोह के 4 सदस्यों को साइबर अपराध थाना फरीदाबाद ने अरेस्ट किया है। अरेस्ट किए गए आरोपित में चिनोंतो रॉय अकाता,अजय,आतिफ अली व एक महिला आरोपित शामिल है। आरोपित चिनोंतो रॉय अकाता नाइजीरियन है। सभी आरोपित फिलहाल दिल्ली में रह रहे थे।
इसी तरह आरोपितों ने मैट्रिमोनियल साइट पर शादी का झांसा देकर फरीदाबाद के निवासी अमरीक से 5 लाख 78 हजार रुपये धोखाधड़ी से हड़प लिए। पीड़ित अमरीक की मुलाकात आरोपित लड़की से संगम नामक मेट्रोमोनियल साइट पर हुई थी जहां पर लड़की ने अपने आपको नीदरलैंड देश के ऐम्स्टर्डैम शहर का बताकर उसे दोस्ती कर ली। और उसे अपने प्यार के जाल में फंसा लिया। इसके पश्चात आरोपित लड़की ने मिलने के लिए भारत आने के बात कही। कुछ समय पश्चात आरोपित लड़की ने अमरीक को फोन करके बताया कि वह लगभग 88 लाख का सामान अपने साथ लेकर आ रहे थे और एयरपोर्ट पर कस्टम अधिकारियों ने उसे पकड़ लिया। इसके पश्चात उसने अमरीक की अपने आरोपित साथी से बात करवाई जिसने कस्टम अधिकारी बनकर अमरीक से बात की और बताया कि कस्टम की कागजी कार्रवाई के लिए उन्हें 5 लाख 78 हजार रुपए भरने पड़ेंगे। लड़की ने अमरीक को कहा कि उसके पास अभी इतने पैसे नहीं है और मदद के नाम पर उसे पैसे भेजने के लिए कहा। अमरीक ने लड़की की बातों में आकर उनके फर्जी खाते में पैसे ट्रांसफर कर दिए। जब अमरीक को फर्जीवाड़े का पता चला तो उसने इसकी शिकायत थाना साइबर अपराध, फरीदाबाद में लिखित दरखास्त दी जिस पर आरोपितों के खिलाफ धोखाधड़ी व षडयंत्र की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज करके मामले की जांच शुरू की गई। इसके बाद प्रबंधक बसंत कुमार के नेतृत्व में उप निरीक्षक राजेश,योगेश, सहायक उप निरीक्षक नीरज, सत्यवीर, महिला मुख्य सिपाही अंजु, सिपाही संदीप, आज़ाद, अमित व अंशुल कुमार की एक विशेष टीम गठित की गई, तकनीक का प्रयोग करके कडी मेहनत से आरोपितों को अलग अलग राज्यो से अरेस्ट किया गया है। आरोपितों के कब्जे से 50 हजार 900 रुपए नकद तथा वारदात में प्रयोग 4 मोबाइल फोन बरामद किए गए। डीसीपी क्राइम नरेंद्र कादयान का कहना हैं कि आरोपितों के फर्जी बैंक खाते में पिछले 6 माह में करीब 60 लाख रुपये का लेन देन पाया गया । रिकार्ड के अनुसार आरोपितों द्वारा गाजियाबाद, नोएडा (उत्तर प्रदेश), अहमदाबाद (गुजरात) व गुरुग्राम (हरियाणा) मे वारदातों का किया जाना पाया गया जो सभी थानों को सूचित किया जा रहा है। फर्जी अकाउंट (जिसमें पैसे ट्रांसफर करवाए गए थे) प्रोवाइड करवाने वाला आतिफ अली 7 दिन के पुलिस रिमांड पर , बाकी अन्य 3, दोस्त बनी महिला सहित सिम उपलब्ध कराने वाला अजय व महिला के भाई बने नाइजीरियन को जेल भेज दिया है।
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