अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस साइबर सेल, दक्षिण -पश्चिम जिले की टीम ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफश किया हैं जो फर्जी बिज्ञापन पोस्टिंग कर एयर इंडिया में नौकरी दिलाने के नाम सैकड़ों युवाओं को ठगने के मामले में एक महिला सहित तीन लोगों को नॉएडा सेक्टर -12 से आज गिरफ्तार किया हैं। गिरफ्तार किए गए आरोपितों के नाम शादाब मलिक, निवासी हिंडन विहार, ग़ज़िआबाद , उत्तरप्रदेश, कुमुद रंजन उर्फ़ मनीष कमलेश प्रसाद निवासी मयूर विहार फेस -3 , दिल्ली -96 और प्रियंका गोस्वामी निवासी मंडोली , दिल्ली -92 , उम्र 22 साल हैं। इन तीनों आरोपितों थाना पालम गांव में मुकदमा न. 597 /2020, भारतीय दंड सहिंता की धारा 420 के तहत दर्ज मुकदमे में गिरफ्तार किया गया हैं।
पुलिस के मुताबिक साइबर सेल,दक्षिण-पश्चिम जिले की टीम ने फर्जी विज्ञापन पोस्टिंग कर सैकड़ों युवाओं को ठगने वाले शादाब मलिक निवासी हिंडन विहार, गाजियाबाद, उत्तरप्रदेश उम्र -26 वर्ष, कुमुदरंजन कामल उर्फ़ मनीष कमलेश प्रसाद निवासी मयूर विहार फेज-3, दिल्ली -96 और प्रियंका गोस्वामी निवासी मंडोली, दिल्ली-92, उम्र-22 साल को गिरफ्तार किया है। जिन्होंने फर्जी विज्ञापन पोस्ट कर के सैकड़ों युवाओं को नौकरी दिलाने का झांसा दिया। उनकी गिरफ्तारी के साथ, एक लैपटॉप फर्जी प्रस्ताव पत्र बनाने और एयर इंडिया के कथित ई-मेल तक पहुंचने के लिए इस्तेमाल किया गया, सिम-कार्ड सहित दस मोबाइल फोन, इंटरनेट तक पहुंचने के लिए दो वाई-फाई राउटर, विभिन्न बैंकों के चौदह डेबिट कार्ड और फर्जी बैंक खातों की दो चेक बुक बरामद की गई ।
पुलिस की माने तो शिकायतकर्ता निवासी राज नगर पार्ट-2,पालम कॉलोनी ने प्रसिद्ध एयर लाइंस कंपनी (एयर इंडिया) के नाम पर नौकरी धोखाधड़ी के संबंध में पुलिस थाना पालम गांव में शिकायत दर्ज कराई । उसने आरोप लगाया कि वह 2017 के बाद से वह जोमैटो में काम करती थी और महामारी के कारण उसकी नौकरी चली गई । वह नौकरी के अवसर की तलाश में थी और एयर इंडिया में नौकरी की नियुक्ति के बारे में (कथित एयर इंडिया ई-मेल पता) से एक ई-मेल प्राप्त किया। वांछित आवश्यकता के अनुसार उसने अपना रिज्यूम साझा किया और पहले 1875 रुपये जमा किए। पैसे जमा करने के बाद उसे ऑफर लेटर मिला और वर्दी शुल्क, सत्यापन शुल्क व अन्य के नाम पर पैसे जमा करने को कहा गया। इस तरह आरोपी व्यक्तियों ने शिकायतकर्ता को एक लाख रुपये की राशि का झांसा देकर ठगी की। कुल 71,875/– चूंकि मामला साइबर वित्तीय धोखाधड़ी से संबंधित है, इसलिए थाना पालम गांव में मामला मुकदमा नंबर – 597/2020 , भारतीय दंड सहिंता की धारा 420 आईपीसी पंजीकृत किया गया था और जिला साइबर सेल/एसडब्ल्यूडी से तकनीकी सहायता मांगी गई थी ।
कार्रवाई: वर्तमान शिकायत पर कार्रवाई करते हुए जिला साइबर सेल की एक टीम ने इंस्पेक्टर रमन कुमार सिंह के नेतृत्व में एसआई नीरज यादव, एसआई संदीप सुथार, एचसी दल चंद, सी टी सोनू,डब्ल्यू/सीटी शामिल थे। आशा और डब्ल्यू/सीटी पूनम का गठन एसीपी/ऑपरेशंस/एसडब्ल्यूडी एसएच की समग्र देखरेख में किया गया था । टीम ने लगातार काम किया और इस मामले का पता लगाने के लिए तकनीकी निगरानी शुरू की। रैकेट में इस्ते माल किए गए बैंक खातों का ब्योरा और सभी संदिग्धों के कॉल डिटेल्स को हासिल कर उनका अच्छी तरह से विश्लेषण किया गया और यह पाया गया कि अपराध के कमीशन में इस्तेमाल होने वाले सभी बैंक खाते और मोबाइल नंबर फर्जी व फर्जी पहचान पर खोले गए थे । तकनीकी विश्लेषण, साइबर निगरानी के आधार पर और गुप्त सूचना पर शादाब मलिक निवासी मकान न.426 , हिंडन विहार, गाजियाबाद, उत्तरप्रदेश, यूपी ने पहले इसी तरह के अपराध में गिरफ्तार किए गए एक व्यक्ति की पहचान की गई थी, जो यूपी के नोएडा के सेक्टर-12 स्थित एस-ब्लॉक से कॉल सेंटर चला रहा था । इसके बाद पुलिस थाना पालम गांव की एक संयुक्त टीम में एएसआई मुकेश, एएसआई जगत, एचसी महेश प्रताप और एचसी विशाल के साथ साइबर सेल के स्टाफ के साथ आरोपी व्यक्तियों के हर संभावित ठिकानों पर छापे मारे गए।छापे के दौरान आरोपी व्यक्ति में से एक की पहचान बाद में कुमुद राजन कमलेश@मनीष कमलेश निवासी 1-एच, पॉकेट-02, मयूरविहार फेज-3, दिल्ली-96, उम्र 40 वर्ष, जो पिछली संलिप्तता में आरोपी शादाब का साथी भी था, को मयूरविहार, फेज-3, दिल्ली के क्षेत्र से पकड़ा गया। आगे की जांच के दौरान उसके सहयोगी नामत प्रियंका गोस्वामी निवासी मंडोली, दिल्ली, उम्र-22 साल जो आरोपी शादाब मलिक के साथ एस-89 सेक्टर-12, नोएडा में मकान मालिक के सामने पति-पत्नी के रूप में खड़ी थी और फर्जी नाम का इस्तेमाल करते हुए एयर इंडिया की लेडी ऑफिसर (एचआर) के रूप में खुद को पोज दिया करती थी, उसे भी गिरफ्तार किया गया है ।