अरविन्द उत्तम की रिपोर्ट
नॉएडा: गौतम बुध्द नगर कि आईटी सेल की टीम ने बैंक खाते में लिंक लोगों के मोबाइल नंबर की नई सिम इश्यू करा कर धोखाधड़ी करने वाले गैंग का पर्दाफाश किया है। इस गैंग के दो आरोपियों को बीटा 2 कोतवाली पुलिस ने आईटी एक्ट का मुकदमा का दर्ज कर गिरफ्तार किया है। जबकि बैंक कर्मी समेत तीन लोग अभी फरार हैं। बैंककर्मी और मोबाइल कंपनी के स्टोर पर सिम बेचने वाले कर्मचारी की मिलीभगत से यह गोरखधंधा चल रहा था।
ये तस्वीरे सतीश राणा और अनुज की है जो बैंककर्मी और मोबाइल कंपनी के स्टोर पर काम करने वाले व्यक्ति की मिलीभगत से फर्जीवाड़ा करते थे। आरोपी बैंक खाते में लिंक लोगों के मोबाइल नंबर की नई सिम इश्यू करवाते थे, जिसके बाद उस व्यक्ति के फर्जी दस्तावेज तैयार करा कर उसके नाम से डेबिट कार्ड जारी करवा लेते थे। डेबिट कार्ड से उस व्यक्ति के बैंक खाते को खाली कर देते थे। ग्रेटर नोएडा के एडिशनल डीसीपी विशाल पांडे ने बताया पकड़े गए आरोपियों के साथी बैंक कर्मी और सतीश राणा का भाई प्रदीप राणा और रवि नाम के आरोपी अभी फरार हैं। पुलिस ने पकड़े गए आरोपियों के पास से साथ मोबाइल फोन बरामद किए हैं। एडीसीपी ने बताया कि ग्रेटर नोएडा के की बीटा दो कोतवाली में सुरेश यादव नाम के व्यक्ति ने धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज करवाया था। इसके बाद आईटी सेल की टीम ने गैंग को पकड़ने में कामयाबी हासिल की।
सुरेश यादव के पिता के बैंक खाते में लिंक मोबाइल की नई सिम इश्यू कर और उनके फर्जी दस्तावेज तैयार कराकर डेबिट कार्ड जारी करवाया था, जिस के बाद आरोपियों ने सुरेश के खाते से 67 लाख 30 हजार धोखाधड़ी कर निकाल लिए थे। इन लोगों ने अभी तक कितने लोगों के साथ धोखाधड़ी कर कितना पैसा लोगों का पैसा हड़पा है इसके बारे में अभी जानकारी की जा रही है। इनके बैंक खातों की जानकारी भी हासिल की जा रही है। यह लोग कितने दिन से इस गोरखधंधे में जुटे थे उसके बारे में भी छानबीन की जा रही है। गैंग में शामिल फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद सही घटना की जानकारी का पता चल सकेगा।