अरविन्द उत्तम की रिपोर्ट
नोएडा में एक फिर सैकड़ो बेरोजगार युवा ठगी का शिकार हुए है। नोएडा के सेक्टर-63 स्थित एक प्लेसमेंट एजेंसी के संचालको पर विदेशो मे अच्छी नौकरी का सपना दिखा कर नौकरी दिला ने के नाम पर 250 से अधिक लोगों से करोड़ों की ठगी करने के मामले में एक महिला समेत तीन आरोपियों गिरफ्तार कर इनसे 6.90 लाख रुपये, पांच मोबाइल फोन, एक टैब और पैन ड्राइव बरामद की हैं। गिरोह का मास्टर माइंड का नाम जानी दस जो दुबई में बैठा, बताया जा रहा है। विदेशों में नौकरी दिलाने के सपने दिखा कर सैकड़ो बेरोजगार युवा को ठगने वाले एक गिरोह के महिला समेत तीन आरोपियों को ए ब्लॉक ग्रीन बेल्ट से दबोच लिया।
जिनके नाम योगेंद्र उर्फ अनीस, मनोज उर्फ रिजवान, कोमल उर्फ ज्योति है. आरोपी योगेंद्र 10वीं, मनोज 12वीं जबकि कोमल उर्फ ज्योति टीचर का कोर्स कर चुकी है। डीसीपी सेंट्रल जोन शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि पूछताछ में तीनों ने कबूला कि तीन महीने पहले सेक्टर-63 के एच ब्लॉक में ग्लोबल ट्रैवर्ल्स के नाम से ऑफिस खोला था। आरोपी कोमल फेसबुक पर पेज बनाकर लोगों को अजर बैजान, दुबई, सऊदी अरब,आयरलैंड, लक्जमबर्ग, मालदीव, ओमान और कुवैत में नौकरी का झांसा देती थी। फेसबुक पेज के माध्यम से जो भी लोग गिरोह से संपर्क करते थे। उनका फोन नंबर व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ लेते थे।डीसीपी सेंट्रल जोन ने बताया, इसके बाद में उन्हें कंपनी का अपॉइंटमेंट लेटर, पासपोर्ट, वीजा, साक्षात्कार अन्य बहनों से प्रति व्यक्ति चार से पांच लाख रुपये खाते में जमा करा लेते थे। पुलिस को अभी तक उत्तरप्रदेश, दिल्ली, हरियाणा के 75 लोगों ने शिकायत दी है। तीनों शातिर अपने फर्जी कॉल सेंटर में ही डमी टिकट बनाकर लोगों को देते थे। इससे पहले हर काम के लिए रकम वसूलते थे। इतना ही नहीं, शातिर कॉल सेंटर बंद करने से पहले लोगों के पासपोर्ट खत्म कर देते थे। धोखाधड़ी का पूरा पैसा प्रेमपाल रैकवार के खाते में जमा कराते थे। तीनों आरोपित अपनी पहचान छिपाने के लिए लोगों से नाम बदल-बदलकर कर बात करते थे। गिरोह का सरगना दुबई में बैठा जानी दास है जो शातिर बताया है। पुलिस इनके खातों की जांच करा रही है।
Related posts
0
0
votes
Article Rating
Subscribe
Login
0 Comments
Oldest
Newest
Most Voted
Inline Feedbacks
View all comments