अरविन्द उत्तम की रिपोर्ट
एक पुरानी फिल्म बावर्ची से आइडिया लेकर बिहार के बदमाशों गैंग ने कई हफ्तों से डकैती करने की साजिश रची, और नोएडा के सेक्टर-61 में 22 फरवरी को नोएडा में रियल एस्टेट कारोबारी के घर पर पत्नी को बंधक बनाकर लूटपाट की। घटना को अंजाम देते हुए 60 लाख रुपये कैश,ज्वेलरी और प्रॉपर्टी दस्ता वेज लेकर टोयोटा फॉर्च्यूनर कार लेकर घर से भाग निकले. इस वारदात की गुत्थी को सुलझाते हुए कोतवाली 58 पुलिस ने बिहार के गैंग के 4 बदमाशों को गिरफ्तारी किया. दिल्ली क्राइम ब्रांच ने इस गैंग दो सदस्यों पहले ही को गिरफ्तार कर चुकी है, इन बदमाशों के कब्जे से लूटे गए 10 लाख 70 हजार रूपये बरामद हो चुके है।
पुलिस की कस्टडी खड़े बदमाश को रमन कुमार को बिहार के मधुबनी और अमित कुमार रावत, देवेन्द्र कुमार उर्फ राहुल, गुड्डू कुमार कामत को सेक्टर-62, नोएडा से गिरफ्तार किया गया है. डीसीपी ने बताया कि राम बदन सिंह ने बताया कि ये पूरा का पूरा गैंग बिहार का है। इसमें एक रमन कामत बिहार से पकड़ा गया है, उसे ट्रांजिट रिमांड में लाया गया है और अभी हम इन लोगों को कस्टडी पुलिस रिमांड मिलेंगे और जो बाकी का ज्वेलरी है और पैसा है उसे बरामद करेंगे। डीसीपी ने बताया कि इस गैंग के बदमाश पूरे तरह से ह्यूमन साइकोलॉजी को समझते थे, कि जो लोग बड़े हैं।
उनकी नौकरों पर डिपेंडेंसी बहुत ज्यादा है. नौकरों को रखने के लिए ये अपना नंबर जैसे गार्ड को,एजेंसीज को दे देते है और अपने जानने वालों के माध्यम से बता देते है कि हमें नौकर की जरूरत है। हर लोग चाहता है कि मुझे ठीक से नौकर मिल जाए. इसी का फायदा इस गैंग ने उठाया फेक आई कार्ड और आधार कार्ड देकर एक सदस्य कुक बन गया हैं और फिर इस घर में कितना माल इसका आंकलन कर अपने साथियों के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया.
डीसीपी ने बताया कि अब तक की पूछताछ में बताया कि हम लोग सामूहिक रूप से योजना बना कर इस तरह की घटनाओं को अंजाम देते हैं। इस घटना की योजना हमारे द्वारा 05 माह पूर्व बिहार मधुबनी में बनाई गई थी, योजना के लिए सबसे पहले मोबाइल सिम किसी अन्य के नाम एक्टिवेट सिम खरीदे गए तथा रमन व अमित द्वारा पूर्व से मधुबनी के रहने वाले जो सिक्योरिटी व कुक अथवा घरेलू नौकर के रूप में कार्य करने वाले लोगों के नंबर ढूंढ कर उन्हें बताया कि एक लड़के को कुर्क की नौकरी चाहिए किसी नोएडा अथवा दिल्ली की किसी कोठी में नौकरी हो तो बताना। इनके द्वारा एक राहुल नाम से बना एक फर्जी आधार कार्ड एडिट कर बनवाया गया तथा अपना नम्बर रविकांत जो सेक्टर-44, नोएडा में काम करता था उसको दिया गया। इसके बाद वे लोग चिराग दिल्ली आए व कमरा किराए पर लिया और एक पुराना मोबाइल फोन 2800 रूपये में खरीदा गया, जिसमें पूर्व से खरीदे गए सिम डाले गए ।सेक्टर-61, नोएडा के रहने वाले राकेश को एक कुक की आवश्यकता थी और राकेश द्वारा अखिलेश का विश्वास कर राहुल को काम पर रख लिया गया। फिर योजना के अनुसार यह सभी लोग शाम के समय जब घर पर कोई नहीं था केवल राकेश की पत्नी सुमन घर पर थी तो राहुल (देवेन्द्र) ने अपने साथियों को बुलाया, इनके साथियों में से गुड्डू व राजेश घर के अन्दर गए तथा सोनू जो ड्राइवरी का काम करता है घर के बाहर खड़ा था तथा दो लोग अमित व रमन गली में रैकी कर रहे थे, घर में घुसे राहुल (देवेन्द्र), गुड्डू व राजेश द्वारा सुमन को बंधक बनाकर घर में रखे लगभग 53 लाख रूपये व ज्वेलरी लूट लिया तथा घर से फायूंनर की चाबी लेकर गाड़ी में बैठकर ये लोग फरार हो गए । इन लोगों द्वारा गाड़ी साईं मंदिर पर छोड़ी गई। इसके बाद यह लोग आटों से चिराग दिल्ली पहुंचे। प्रत्येक ने आपस में सोढे 08-08 लाख रूपये बांट लिया, इसके बाद दो लोगों को छोड़कर बिहार चले गए.
Related posts
0
0
votes
Article Rating
Subscribe
Login
0 Comments
Oldest
Newest
Most Voted
Inline Feedbacks
View all comments