अरविन्द उत्तम की रिपोर्ट
नोएडा के कोतवाली सेक्टर-58 पुलिस ने क्रिक लाइन गुरु और क्रिक बज एप पर क्रिकेट मैच दिखाकर ऑनलाइन सट्टा लगवाने वाले गैंग का पर्दाफाश करते हुए मास्टर माइंड समेत सट्टेबाज टी-20 वर्ल्ड कप से लेकर अबू धाबी क्रिकेट लीग में सट्टा लगवाकर करोड़ों रुपये की कमाई कर रहे थे। सट्टेबाजो उनके पास से 26 एटीएम कार्ड, नौ फर्जी आधार कार्ड, छह मोबाइल, एक बाइक, सट्टे संबंधित 13 प्रिंटआउट और चार लाख 50 हजार रुपये नकद बरामद किए हैं।
पुलिस की गिरफ्त में खड़े पंकज गिरी, शिवम चौहान और शिवम कुमार को साढ़े चार लाख रुपये के साथ कोतवाली सेक्टर-58 ने सेक्टर-60 के पास चेकिंग के दौरान पकड़ा था. पूछताछ की तो पता चला कि तीनों सट्टेबाज हैं। एडीसीपी ने रणविजय बताया कि गैंग का मास्टर माइंड पंकज गिरी है जो एनसीआर में सट्टा किंग के नाम से जाना जाता है। गिरोह एनसीआर से लेकर आसपास के राज्यों में सक्रिय है। एडीसीपी ने बताया कि आरोपी सोशल मीडिया पर सक्रिय रहकर एनसीआर व अन्य शहरों के लोगों को जोड़ते थे और पचास रुपये से लाखों रुपये तक का सट्टा लगवाते थे। किसी भी मैच में आरोपी टीम, विकेट, चौके, छक्के, जीत, हार, नो बॉल से लेकर अन्य पर पैसे लगवाते थे। जीतने पर पैसों को अलग-अलग खातों में ट्रांसफर कर लेते थे। गिरोह दिल्ली, गाजियाबाद, मेरठ, नोएडा सहित अन्य कई शहरों में सक्रिय था। एडीसीपी ने बताया कि आरोपियों की हर माह की कमाई लगभग डेढ़ करोड़ रुपये थी। इनके 14 बैंक खातों की जांच की गई है जिसमें लगभग 70 लाख रुपये के लेनदेन का पता चला है। अभी 14 और खातों की जांच चल रही है। इस मामले में सेक्टर-22 निवासी सलमान फरार है। पंकज सट्टे के पैसे को ट्रांसफर कराने के लिए दूसरों के खाते का इस्तेमाल करता था। इसके लिए संदीप व हिमांशु से 30-30 हजार रुपये में खाते व एटीएम कार्ड खरीदे थे। हिमांशु व संदीप इस वक्त गाजियाबाद के डासना जेल में बंद हैं। गिरफ्तार आरोपियों के पास से 9 फर्जी आधार कार्ड मिले हैं। आरोपी इनसे खुद ही खाते खुलवाने की तैयारी कर रहे थे
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