अरविन्द उत्तम की रिपोर्ट
हाईटेक शहर नोएडा-ग्रेटर नोएडा की हवा खराब है, यह हम नहीं कह रहे है यह केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की रिपोर्ट है जिसके अनुसार नोएडा और ग्रेटर नोएडा में एयर क्वालिटी इंडेक्स को गंभीर श्रेणी में दर्ज किया गया है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार नोएडा में एक्यूआई 334 और ग्रेटर नोएडा में 414 दर्ज किया गया। सुबह सूरज निकलने के बावजूद आसमान में धुंध छाई रही जिससे विजिबिलिटी खराब श्रेणी में दर्ज की गई हवा की रफ्तार कम होने से वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ने लगा है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार शनिवार तक वातावरण में सुबह के समय कोहरा और धुंध रहने की संभावना है। नोएडा प्राधिकरण ने ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान लागू कर दिया है।
नोएडा की सड़कों पर छाया हुए स्मॉग के कारण सड़कों पर विजिबिलिटी खराब नजर आ रही है जिसके कारण लोग परेशानियों का सामना भी करना पड़ रहा है। लोगों में सांस और अस्थमा जैसे बीमारियों बढ़ रहे है। शहर की आबोहवा खराब हो के कारण नोएडा प्राधिकरण के ओएसडी अविनाश त्रिपाठी ने बताया कि ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान लागू कर दिया है। नोएडा के मुख्य मार्गों पर और पेड़ पौधों पर टैंकरों के माध्यम से पानी का छिड़काव कर रहा है। बृहस्पतिवार को नोएडा की सड़कों 44 टैंकरों के माध्यम से 58.99 किलोमीटर लंबाई में पानी का छिड़काव किया गया है. प्रतिबंधित पॉलीथिन का प्रयोग करने पर पांच हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के निर्देशों के पर निर्माण सामग्री को खुले में रखने एवं निर्माण कार्य करते हुए वायु प्रदूषण सम्बंधी नियमों का उल्लंघन कर प्रदूषण फैलाने पर नोएडा प्राधिकरण ने अलग-अलग स्थानों पर 16 मामलों में तीन लाख 20 हजार रुपये का जुर्माना लगाया। जन स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रतिबन्धित पालीथीन का प्रयोग करने करने पर पांच हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया। जन स्वास्थ्य विभाग द्वारा कुल 67 मार्गों पर लगभग 243 किलोमीटर लम्बाई में मैकेनिकल स्वीपिंग मशीनों के माध्यम से सड़कों की सफाई कराई गई। धूल पर प्रभावी नियंत्रण हेतु सेंट्रल वर्ज पर भी छिड़काव कराया गया। साथ ही एसण्टीपी के शोधित जल से पेड़-पौधों की भी धुलाई कराई गई।