अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
गुरुग्राम: जिले के पुलिसकर्मियों को अनिर्धारित घंटों की ड्यूटी से निजात मिल गई है। पुलिस वालों की अब 8 घंटे की ड्यूटी होगी। उनकी तीन शिफ्टों में ड्यूटी निर्धारित कर दी गई है। यही नहीं पीसीआर, राइडर्स एवं नाकों पर तैनात पुलिसकर्मियों को नियमित रूप से साप्ताहिक अवकाश भी मिलेगा। नई व्यवस्था वीरवार से लागू कर दी गई है।
यह जानकारी पुलिस कमिश्नर के.के राव ने आज शुक्रवार को दी। उन्होंने बताया कि पीसीआर, राइडर्स एवं नाकों के लिए शिफ्ट के हिसाब से 2500 पुलिस कर्मियों की जिम्मेदारी तय की गई है। इन सभी की ड्यूटी अब थानों से नहीं बल्कि पुलिस मुख्यालय से तय होगी। पहले ड्यूटी थाना के स्तर पर तय की जाती थी। यह व्यवस्था अगले चार महीने तक लागू रहेगी। बार-बार ड्यूटी बदलने से पुलिसकर्मी बेहतर परिणाम नहीं दे पाते हैं। सभी पीसीआर, राइडर्स में वायरलेस सिस्टम, जीपीएस की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। इससे कंट्रोल रूम को पता चल सकेगा कि पीसीआर निर्धारित जगह से कहीं अलग क्यों व कब गई। अपराध नियंत्रण के लिए लगाए 61 नाके जिले में अपराध नियंत्रण के लिए 61 नाके लगाए गए हैं। कुल 79 पीसीआर एवं 123 राइडर्स की तैनाती की गई है।
क्राइम मैपिग (अपराध के आंकड़ों का विश्लेषण) कराके उन सभी इलाकों में पुलिस की सक्रियता बढ़ाई गई है या नाके लगाए गए हैं जिन इलाकों में वारदात अधिक होती है। क्राइम मैपिग से यह पता किया गया है कि किन इलाकों में किस तरह की वारदात व किस समय के दौरान होती है। जिले के सीमावर्ती इलाकों में नाके लगाए गए हैं ताकि बाहर से आने वालों पर भी नजर रहे। यही नहीं वारदात करने के बाद बदमाश आसानी से शहर से बाहर भाग न सकें, इसे ध्यान में रखकर भी नाके लगाए गए हैं।
उच्च गुणवत्ता के कैमरे लगाए जाएंगे पुलिस कमिश्नर के.के राव ने कहा कि शहर में उन सभी जगहों पर कैमरे लगाए जाएंगे जहां से लोग कहीं आते-जाते हैं। कैमरे की गुणवत्ता ऐसी होगी कि चेहरे की पहचान हो सके। इस बारे में गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण से बातचीत शुरू की गई है। जल्द ही इस दिशा में काम शुरू होगा। इनके अलावा भी आने वाले दिनों में कई विषयों पर काम किया जाएगा। अपराध नियंत्रण को लेकर जिस स्तर पर प्रयास करने की आवश्यकता है, किए जाएंगे