अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
गुरुग्राम: गुरुग्राम जिला के मानेसर में बनने वाले कर्मचारी राज्य बीमा निगम(ईएसआईसी) के 500 बेड के अस्पताल में श्रमिकों के साथ साथ आम लोगों को भी स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध होंगी और मानेसर में नर्सिंग कॉलेज भी खोला जाएगा। ये घोषणाएं आज आईएमटी मानेसर में ईएसआईसी के 500 बेड के अस्पताल के शिलान्यास अवसर पर की गई । इस कार्यक्रम में मनोहर लाल मुख्य अतिथि थे जबकि भूपेन्द्र यादव कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे थे।आईएमटी मानेसर में 500 बेड का यह ईएसआईसी अस्पताल लगभग 8 एकड़ भूखंड पर बनेगा। इस अस्पताल के निर्माण पर 500 करोड़ रूपये से अधिक की लागत आएगी जिसमें लोगों को आपातकालीन, ओपीडी, आईसीयू, स्त्री रोग एवं प्रसूति , बाल रोग, हृदय रोग, कैंसर उपचार , ब्लड बैंक आदि उच्च स्तरीय सुविधाएं दी जाएंगी।गुरूग्राम जिला के अलावा इस अस्पताल से रेवाड़ी, नूंह और आस -पास के जिलों के लोगों को भी लाभ होगा। समारोह में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि श्रम शक्ति समाज का बहुत बड़ा वर्ग है और इस वर्ग की विश्व के निर्माण में बड़ी भागीदारी है। इस वर्ग की खुशहाली के लिए सरकारी स्तर पर प्रयास हो रहे हैं और आज अस्पताल के शिलान्यास से श्रम शक्ति का विश्वास जगा है। व्यक्ति की शिक्षा, स्वास्थ्य और सम्मान के साथ रोटी, कपड़ा और मकान की मूलभूत आवश्यकता होती है । उन्होंने कहा कि श्रम शक्ति का स्वस्थ होना उद्योगो के विकास का द्ययोतक है और इससे उत्पादन बढ़ेगा तथा देश की उन्नति होगी।
उन्होंने कहा कि हरियाणा में श्रम शक्ति पोर्टल पर 50 लाख से ज्यादा श्रमिक पंजीकृत हैं और श्रम विभाग में 25 लाख लोगों का पंजीकरण है। मुख्यमंत्री ने परिवार पहचान पत्र का उल्लेख करते हुए कहा कि राज्य सरकार का प्रयास है कि सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पात्र व्यक्तियों को मिले। उन्होंने कहा कि पात्र व्यक्ति को योजनाओं का लाभ लेने के लिए आवेदन करना होता है लेकिन राज्य सरकार ने परिवार पहचान पत्र में दर्शाई गई आय के आधार पर पात्र व्यक्तियों के घर पर जाकर सरकारी योजनाओं का लाभ उन्हें देने की मुहिम शुरू की है। इसके अलावा, प्रदेश में श्रम शक्ति पोर्टल को परिवार पहचान पत्र सहित सरकार के सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के अन्य पोर्टलो से भी जोड़ा जा रहा है ताकि जैसे ही व्यक्ति इन योजनाओं के लिए पात्रता सुनिश्चित करें उसे इनका लाभ मिले।उन्होंने गुरूग्राम के मानेसर में ईएसआईसी का नर्सिंग कॉलेज खोलने के प्रस्ताव को स्वीकृत करने पर केन्द्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव का आभार जताया और आश्वस्त किया कि इस कॉलेज के लिए राज्य सरकार 5 एकड़ भूमि की पहचान करके जल्द उपलब्ध करवाएगी। इसके साथ मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि हरियाणा सरकार के कर्मचारियों के ईलाज के लिए शुरू की गई कैशलेस सुविधा की तर्ज पर श्रमिकों के लिए भी सूचीबद्ध अस्पतालों में कैशलेस ईलाज की सुविधा शुरू की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार के सहयोग से मानेसर में ईएसआईसी का 500 बेड का अस्पताल बनेगा। इसके साथ ही उन्होंने केन्द्रीय मंत्री के समक्ष मांग रखी कि बीमित कामगारों के पंजीकरण के आधार पर गुरुग्राम में भी 500 बेड का ईएसआई अस्पताल मंजूर करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रम शक्ति के बच्चों को मेडिकल कॉलेज में शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिले, इसका प्रावधान भी सरकार ने किया है। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य सुविधाओं में इजाफा करने के लिए हरियाणा में प्रत्येक जिला केंद्र पर 200 बेड का अस्पताल बनाने का प्रावधान किया गया है। वर्तमान में प्रदेश के पीजीआई रोहतक तथा नल्लहड़ मेडिकल कॉलेज में 500-500 बेड और बाढ़सा में 600 बेड से अधिक क्षमता के अस्पताल हैं। इससे पहले कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि हरियाणा सरकार ने मानेसर के इस अस्पताल के लिए भूखंड उपलब्ध करवाने की प्रक्रिया जल्द पूर्ण की जिसकी वजह से आज शिलान्यास हो पाया है। उन्होंने यह भी बताया कि हरियाणा के हिसार में 100 बेड का ईएसआई अस्पताल बनेगा और रोहतक , सोनीपत , करनाल तथा बहादुरगढ़ में ईएसआई अस्पताल खोलने के लिए केन्द्रीय मंत्रालय की तकनीकी टीम ने निरीक्षण कर लिया है। इसके अलावा, बावल में 100 बेड का ईएसआई अस्पताल खोलने के लिए टेंडर हो चुके हैं। उन्होंने यह भी कहा कि भविष्य में किलोमीटर तथा बीमित व्यक्तियों की संख्या के आधार पर ईएसआईसी के अस्पताल खोले जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि गुरुग्राम में बीमित कामगारों की ज्यादा संख्या को देखते हुए गुरुग्राम के ईएसआई अस्पताल में जो भी मरम्मत तथा डॉक्टरों आदि की आवश्यकता होगी, उसे पूरा किया जाएगा। यही नहीं, उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा संचालित ईएसआई अस्पताल के वार्षिक मरम्मत व रख रखाव के लिए स्थानीय पीएसयू को भी अधिकृत किया जाएगा ताकि जरूरत अनुसार मरम्मत के कार्य करवाए जा सकें। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की यह सरकार गरीब कल्याण के लिए समर्पित है। यादव ने यह भी कहा कि मानेसर का 500 बेड का ईएसआई अस्पताल पर्यावरण हितैषी अस्पताल होगा और इसका इको फ्रेंडली नक्शा तैयार करवाने के लिए 20 फरवरी से 20 मार्च तक देशभर के आर्किटेक्चर कॉलेजोे के नौजवानों की प्रतिस्पर्धा करवाई जाएगी। उसमें सबसे अच्छा नक्शा बनाने वाले नौजवान को 2 लाख रूपए का पहला पुरस्कार , दूसरे स्थान पर रहने वाले को डेढ़ लाख रूप्ये तथा तीसरा स्थान प्राप्त करने वाले युवा विद्यार्थी को एक लाख रूप्ये की राशि पुरस्कार स्वरूप दी जाएगी। उन्होंने कहा कि यह राशि प्रोत्साहन राशि नही है बल्कि इन आकांक्षीय युवाओं के भविष्य के भारत का अस्पताल बनाने में भागीदार बनाया जाएगा। यादव ने बताया कि आयुष्मान भारत योजना के तहत सोशल सिक्योरिटी कोड जब लागू होगा तो बीमित व्यक्तियों के साथ साथ स्थानीय लोगों को भी ईएसआई के अस्पतालों का लाभ होगा।हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने इस अवसर पर स्वास्थ्य सुविधाओं को और बेहतर बनाने संबंधी अपने विचार रखें। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में उद्योगों की संख्या बढ़ी है और प्रदेश में 14 छोटे औद्योगिक क्षेत्र विकसित हुए हैं। उन्होंने कहा कि छोटे क्षेत्रों में ईएसआई के दो से पांच डॉक्टरों की नियुक्ति करके डिस्पेंसरी खोली जा सकती है।उन्होंने यह भी कहा कि ईएसआईसी को अपना हॉस्पीटल स्ट्रक्चर बढ़ाना चाहिए और अगले वित वर्ष में टारगेट तय करें कि जहां-जहां जमीन उपलब्ध है वहां पर अस्पताल अथवा डिस्पेंसरी खोली जाएं। उन्होंने यह भी कहा कि हरियाणा में पानीपत हैंडलूम का हब है और वहां पर ईएसआई का 75 बेड का अस्पताल है। पानीपत में एक लाख 60 हजार बीमित व्यक्ति पंजीकृत है और ईएसआई का नियम है कि डेढ़ लाख से ज्यादा बीमित व्यक्ति होने पर वहां पर 200 बेड का अस्पताल बनाया जा सकता है। दुष्यंत ने पानीपत में भी 200 बेड का अस्पताल बनवाने की मांग रखी। उन्होंने यह भी कहा कि श्रमिकों को स्वास्थ्य सुविधाएं त्वरित उपलब्ध करवाने के लिए ईएसआई की छोटी-छोटी पाबंदियों में रियायत दी जानी चाहिए।समारोह में केंद्रीय श्रम एवम रोज़गार राज्यमंत्री रामेश्वर तेली ने कहा कि मानेसर में ईएसआईसी अस्पताल के निर्माण के लिए हरियाणा सरकार द्वारा 8 एकड़ भूमि दी गई है। उन्होंने कहा कि यह योजना हरियाणा प्रदेश के सभी 22 जिलों में लागू है। उन्होंने कहा कि इस अस्पताल के बनने से मानेसर में डेढ़ लाख से ज्यादा बीमित व्यक्तियों तथा छह लाख से ज्यादा लाभार्थियों को बड़े पैमाने पर लाभ होगा।प्रदेश के श्रम एवम रोज़गार राज्यमंत्री अनूप धानक ने कहा कि ईएसआईसी अस्पतालों को कैशलेस चिकित्सा सुविधाओं से जोड़ा गया है। उन्होंने कहा कि मानेसर में यह नया अस्पताल बनने से औद्योगिक कामगारों को बड़े स्तर पर लाभ होगा। उन्होंने बताया कि प्रदेश के सोनीपत, रोहतक तथा करनाल में 100 बेड का ईएसआई अस्पताल खोलने की जमीन उपलब्ध करवाई गई है जबकि हिसार में 100 बेड का ईएसआई अस्पताल खोलने की अनुमति प्रदान की गई है। इसके अलावा, नूंह और नारायणगढ़ में ईएसआई की डिस्पेंसरी भी शुरू की गई है।पटौदी के विधायक सत्यप्रकाश जरावता ने इस अवसर पर स्थानीय विधायक होने के नाते सभी अतिथियों का स्वागत किया और कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल इस क्षेत्र को एक से बढ़कर एक सौगात दे रहे हैं। पहले मानेसर में नगर निगम बनाई और अब ईएसआई का नया अस्पताल बनाने के लिए जमीन उपलब्ध करवाई है। उन्होंने कहा कि इस अस्पताल के बनने से गुरुग्राम ही नहीं बल्कि आसपास के जिलो राजस्थान तक के लोगों को लाभ होगा । इस अवसर पर उन्होंने क्षेत्र के स्थानीय निवासियों की ओर से मांग भी मुख्यमंत्री के समक्ष रखी।समारोह में ईएसआई कोविड-19 रिलीफ योजना के लाभार्थियों को स्वीकृति पत्र व असंगठित क्षेत्र के पंजीकृत कामगारों को ई- श्रम कार्ड भी वितरित किए गए।
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