अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
गुरूग्राम:आयुक्त मंडल हिसार एवं डीएचबीवीएन के प्रबंध निदेशक ए श्रीनिवास ने दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के स्थानीय कार्यालय में रेवाड़ी और नारनौल ऑपरेशन सर्कल की ऑपरेशनल समीक्षा बैठक (ओआरसी) की। उन्होंने बैठक में रेवाड़ी और नारनौल ऑपरेशन के दोनों सर्कल की ऑपरेशनल बैठक के दौरान उपभोक्ता हित में आवश्यक बिंदुओं पर समीक्षा करते हुए अधिकारियों की कार्य प्रगति का आंकलन किया। उन्होंने सर्कल में हर स्तर पर स्थिति में सुधार करते हुए और बेहतरी करने के निर्देश दिए। प्रबंध निदेशक ने कहा कि चोरी पकड़ने के कार्य में तेजी लाएं और जमा होने वाली राशि में भी बढ़ोतरी हो। सभी प्रबंधकीय व्यवस्था के अनुसार कार्य करें, गत वर्षों के मुकाबले मे सुधार हो। लाइन लॉस को कम करके सीमित किया जाए और सिंगल डिजिट में लाया जाए। संभावित दुर्घटनाओं को रोकने के लिए उचित उपाय किए जाने चाहिए।
बैठक में बताया गया कि रेवाड़ी सर्कल का एक सबस्टेशन 33 केवी धवाना इसी फरवरी माह में चालू कर दिया जाएगा और सेक्टर 10 के पावर हाउस में अतिरिक्त ट्रांसफार्मर भी लगा दिया जाएगा। रेवाड़ी जिले के 4 और नारनौल के 6, 33 केवी सबस्टेशन अप्रैल 2025 के अंत तक चालू कर दिए जाएंगे। इसमें
रेवाड़ी के भांडेर, लिलोड, जखाला और सेक्टर 18 का सब स्टेशन तथा नारनौल के देवास, बलाना, मेहरामपुर, कटकई, छाज़ियावास, चिन्डालिया 33 केवी सबस्टेशन शामिल है।प्रबंध निदेशक ए श्रीनिवास ने बताया कि बिजली उपभोक्ताओं को सुविधाओं का लाभ देने के लिए इस तरह प्रगतिशील कार्यों की समीक्षा आवश्यक है और यह निरंतर जारी रहेगी। कार्यों के विकास में तेजी लाने के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। सभी के लक्ष्य निर्धारित हैं और किसी भी अधिकारी की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।प्रवक्ता ने बताया कि प्रबंध निदेशक ए श्रीनिवास द्वारा दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के सभी सर्कल की इस तरह की समीक्षा की जाती है। गत दिवस गुरुग्राम सर्कल एक और दो की समीक्षा बैठक की गई और आज रेवाड़ी और नारनौल सर्कल की बैठक की गई। आगे भी सर्कल वार ओआरसी बैठक जारी रहेगी।इस बैठक में सिलसिले वार सभी बिंदुओं पर विचार विमर्श किया गया। बैंक में प्रेषण, राजस्व लक्ष्य की स्थिति और लक्ष्य प्राप्ति, एटीएंडसी-वितरण हानियों और संग्रह दक्षता की स्थिति, वितरण ट्रांसफार्मरों के क्षतिग्रस्त होने की स्थिति, “म्हारा गांव, जगमग गांव” योजना के तहत स्थिति की प्रगति, आरडीएस फीडर, 24 घंटे चलने वाले फीडरों की हानि, शहरी फीडर एलआरपी की स्थिति व इसके नुकसान की समीक्षा की गई।
बकाया राशि की स्थिति व उसके बढ़ने के कारण, सरकार के विभागों पर बकाया के समाधान की स्थिति, बिलों के लंबित होने व चोरी का पता लगाने की स्थिति, उपकेन्द्रों, फीडरों एवं वितरण ट्रांसफार्मरों के निवारक व अनुरक्षण की स्थिति एवं उनकी भौतिक व वित्तीय प्रगति जानी गई। ट्यूबवेल कनेक्शन जारी करने की स्थिति सुझाव व टिप्पणियां, अधोसंरचना के सुदृढ़ीकरण की प्रगति, ऑपरेशन सर्कल में गर्मी की तैयारी, तार-कंडक्टरों को कसने व बदलने के लिए अभियान तथा निर्धारित लक्ष्य, परिवार पहचान पत्र से 100 प्रतिशत कनेक्शन लिंक करने, कार्यालय नीट एंड क्लीन आदि की समीक्षा भी की गई।आज की बैठक में डीएचबीवीएन के निदेशक विपिन गुप्ता, मुख्य अभियंता वीके अग्रवाल, एसई कृष्ण स्वरूप, एसई रेवाड़ी प्रदीप कुमार चौहान, एसई नारनौल जोगिंदर हुड्डा, मॉनिटरिंग कार्यकारी अभियंता प्रदीप ढुल, रेवाड़ी के कार्यकारी अभियंता कुलदीप नेहरा, विजय पाल, धर्मेंद्र रूहिल, नारनौल के कार्यकारी अभियंता शिवराज सिंह, रणवीर सिंह सहित अन्य संबंधित कार्यकारी अभियंता प्रवीण यादव, हर्ष कुमार. मुकेश हुड्डा आदि शामिल हुए।
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