अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
गुरुग्राम: सोमवार सुबह तुफान के साथ गुरूग्राम में हुई भारी बारिश के बाद जिला प्रशासन और गुरूग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) की सतर्कता और सजगता से इस बार बरसाती पानी ज्यादा देर सड़कों पर जमा नही रहा और इसकी निकासी जल्द संभव हो पाई। बरसात के रूकते ही जिला प्रशासन और जीएमडीए की राहत व बचाव टीमें उन स्थानों पर पहुंच गई जहां पर जल भराव संभावित था। जीएमडीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुधीर राजपाल के मार्गदर्शन में जीएमडीए का अमला काम कर रहा था। वहीं दूसरी ओर जिला प्रशासन ने पानी निकासी के प्रबंधों की बागडोर स्वयं उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने संभाल रखी थी।
उपायुक्त यादव स्वयं आज शहर में जलभराव की स्थिति और बरसाती पानी निकासी के प्रबंधों का जायजा लेने के लिए फील्ड में उतरे और उन्होंने पिछले वर्षों के अनुभव के आधार पर उन स्थलों का निरीक्षण किया जहां पर जलभराव होता रहा है। उपायुक्त के फील्ड निरीक्षण दौरे में जीएमडीए के इंफ्रास्ट्रक्चर -2 डिवीजन के कार्यकारी अभियंता विक्रम सिंह सहित अन्य अधिकारी भी उनके साथ मौजूद रहे। डीसी यादव ने अपनी फील्ड विजिट के दौरान सर्वप्रथम सेक्टर 10 ए व उमंग भारद्वाज चौक का निरीक्षण किया। इसके उपरांत उन्होंने हीरो होंडा चौक के नजदीक राष्ट्रीय राजमार्ग 48 के नीचे से गुजरने वाली बादशाहपुर ड्रेन की ‘लेग थ्री’ कलवर्ट क्रॉसिंग से हो रही पानी की निकासी का जायजा लिया।
जीएमडीए के अधिकारियों ने उपायुक्त को कलवर्ट क्रोसिंग से हो रही पानी की निकासी के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि लेग थ्री की इस कलवर्ट में पानी की निकासी निर्बाध गति से हो रही है। उन्होंने बताया कि इस कलवर्ट के सुचारू रूप से चलने से सेक्टर 10ए व हीरो होंडा चौक के साथ लगते क्षेत्रों में लोगों को अब जलभराव की स्थिति का सामना नही करना पड़ता। इस दौरान डीसी यादव ने जीएमडीए के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि रिहायशी इलाकों व प्रमुख मार्गों पर पानी की निकासी करवाना जिला प्रशासन की पहली प्राथमिकता है। ऐसे में कोई भी अधिकारी इस विषय में कोताही न बरते।
उपायुक्त ने अपनी फील्ड विजिट के दौरान नरसिंहपुर क्षेत्र में बरसात के समय गुरुग्राम से जयपुर की तरफ जाने वाली सर्विस लेन व हाईवे की मुख्य लेन का भी जायजा लिया। जीएमडीए के अधिकारियों ने यहां जल निकासी के लिए किए गए प्रबंधों की जानकारी देते हुए बताया कि पूर्व में यहां पानी की निकासी के लिए दो पंपों की व्यवस्था थी लेकिन उपायुक्त द्वारा अप्रैल माह में फील्ड विजिट के दौरान दिए गए निर्देशों के उपरांत पानी की निकासी के लिए यहां तीन अतिरिक्त पंपों की व्यवस्था की गई है। इसके चलते राष्ट्रीय राजमार्ग 48 पर आज वाहनों का आवागमन सुचारू रूप से जारी रहा है। वहीं सर्विस लेन पर जलभराव की स्थिति में 5 से 6 घंटो में पानी की निकासी की जा सकेगी। उपायुक्त ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जब तक जलभराव वाले क्षेत्र का पानी निकल न जाए तब तक यह पंप निरंतर चलते रहने चाहिए। डीसी यादव ने शहर में बरसाती पानी की निकासी के लिए गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि जीएमडीए के अधिकारियों ने तत्परता से ना केवल बरसाती पानी निकासी के प्रबंध किए बल्कि जहां कमी नजर आई वहां पर ज्यादा पंप लगाकर पानी निकासी के कार्य को गति दी। इससे गुरूग्राम वासियों को काफी राहत मिली। जीएमडीए में इंटीग्रेटेड कमांड कंट्रोल सेंटर में स्क्रीन पर दिखाई दे रहे जलभराव के स्थानों पर जल निकासी के लिए पुख्ता कार्रवाई करते हुए शीतला माता मंदिर रोड, सेक्टर 21 व 22, सिग्नेचर टॉवर, मेफिल्ड गार्डन, गुडअर्थ मॉल सहित पालम विहार व डीएलएफ फेस वन के अंडरपास, द्वारका एक्सप्रेस-वे, गोल्फकोर्स रोड़ आदि स्थानों पर जलनिकासी का कार्य जल्द करवाकर लोगों को राहत पहुँचाई है। जीएमडीए के मुख्य अभियंता राजेश बंसल के अनुसार गोल्फकोर्स रोड़ पर जल भराव संबंधी विषयों के लिए डीएलएफ ने भी जीएमडीए के साथ एक क्विक रिस्पोंस टीम बनाई है। बंसल ने यह भी बताया कि जीएमडीए ने शहर के प्राकृतिक ढलान या बहाव के अनुसार जलाशय भी बनाए हैं ताकि बरसाती पानी आवासीय क्षेत्रों में ना जाए और भू-जल भी रिचार्ज हो जाए। बंसल ने यह भी कहा कि शहर के सभी प्रमुख मार्गों पर कहीं भी जलभराव की सूचना नहीं है और अंदरूनी मार्गों पर भी यातायात सुचारू रूप से चल रहा है।
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