अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
गुरूग्राम: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के 14 जिलों में 40 सॉयल टेस्टिंग लैब का उद्घाटन किया। इनमें गुरूग्राम जिला के फरूखनगर में नई स्थापित की गई मिनी सॉयल टेस्टिंग अर्थात् मृदा परीक्षण लैब भी शामिल है। इसे मिला कर जिला में अब कुल 3 सॉयल टेस्टिंग लैब हो गई हैं। उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान गुरूग्राम में बादशाहपुर के विधायक एवं हरियाणा एग्रो इंडस्ट्रीज कारपोरेशन के चेयरमैन राकेश दौलताबाद तथा उपायुक्त डा. यश गर्ग भी अन्य संबंधित अधिकारियों के साथ उपस्थित रहे। इस मौके पर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बोलते हुए कहा कि तकनीक की मदद से फसलों की गुणवत्ता और मात्रा बढ़ाने के लिए सरकार प्रयासरत है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इसके लिए कृषि भूमि की मिट्टी के स्वास्थ्य की जांच करने का कार्यक्रम चलाया है। इसी कार्यक्रम के तहत हरियाणा प्रदेश में कुल उपलब्ध 75 लाख एकड़ कृषि योग्य भूमि की मिट्टी के स्वास्थ्य की जांच की जाएगी। इस कार्य में अर्न वाइल यू लर्न अर्थात् शिक्षा ग्रहण करने के साथ साथ आय भी अर्जित करें नामक कार्यक्रम के तहत स्कूल व कॉलेजों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों का सहयोग लिया जाएगा। वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय तथा कॉलेजों की कैमिस्ट्री लैब में सॉयल टेस्टिंग की सुविधा शुरू की जाएगी। अपने खेत की मिट्टी के नमूने लेकर आने वाले विद्यार्थियों को 40 रूप्ये प्रति परीक्षण मिलेंगे। उन्होंने कहा कि खेत की मिट्टी का परीक्षण होने के बाद किसानों को अपने खेत में कौन सी फसल की बिजाई करनी चाहिए , इस बारे में ठीक से परामर्श दिया जा सकेगा। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि जैसे डॉक्टर द्वारा व्यक्ति का ईलाज उसके टैस्ट रिपोर्ट के आधार पर किया जाता है, उसी प्रकार मृदा परीक्षण के उपरांत किसानों को भूमि की उर्वरा शक्ति में अवरोध उत्पन्न करने वाले कारकों का पता लगेगा जिसके बाद वे आवश्यकता अनुरूप उसमें खाद या अन्य उर्वरको का इस्तेमाल कर सकते हैं। ये लैब ‘हर खेत-स्वस्थ खेत‘ की अवधारणा को मूर्त रूप देने के उद्देश्य से स्थापित की जा रही हैं। इससे किसानों को पता लगेगा कि भूमि की उर्वरा में क्या कमी है और कितनी मात्रा में क्या डालना चाहिए। इसके लिए प्रदेश सरकार द्वारा टोल फ्री नंबर- 1800-180-2117 भी संचालित किया गया है जिस पर संपर्क करके किसान इन लैब के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
उद्घाटन अवसर पर गुरूग्राम में उपस्थित हरियाणा एग्रो इंडस्ट्रीज कारपोरेशन के चेयरमैन राकेश दौलताबाद ने बताया कि पूरे प्रदेश की समुची 75 लाख एकड़ कृषि योग्य भूमि में गुरूग्राम जिला की लगभग सवा लाख एकड़ कृषि भूमि भी शामिल हैं जिसकी मिट्टी की सॉयल टेस्टिंग अगले तीन वर्षों में की जाएगी। इसमें इस वर्ष पहले चरण में प्रदेश भर में 25 लाख एकड़ भूमि की मिट्टी की उर्वरकता का परीक्षण करने का लक्ष्य रखा गया है। इसमें से गुरूग्राम जिला में पहले चरण में लगभग 25 हजार एकड़ भूमि की मिट्टी की जांच होगी। पहले चरण में जिला के दो ब्लॉक नामतः सोहना व गुरूग्राम के किसानों के खेतों की भूमि का मृदा परीक्षण किया जाएगा। इसके बाद, अन्य शेष भूमि का अगले दो चरणों में मृदा परीक्षण होगा। कृषि विभाग के उप निदेशक डा. प्रताप सिंह सभ्रवाल ने बताया कि गुरूग्राम जिला में वर्तमान में मृदा परीक्षण लैब लघु सचिवालय के समीप तथा कृषि विज्ञान केन्द्र शिकोह पुर में संचालित की जा रही हैं। फरूखनगर में आज नई मिनी लैब का उद्घाटन होने के बाद अब जिला में तीन सॉयल टेस्टिंग लैब हो गई हैं। इस मिनी मृदा परीक्षण लैब की कुल लागत लगभग 14 लाख रूपये है जिसमें अत्याधुनिक उपकरणों के माध्यम से मृदा परीक्षण किया जाएगा। गुरूग्राम जिला में इस अवसर पर बादशाहपुर के विधायक राकेश दौलताबाद, उपायुक्त डा. यश गर्ग, गुरूग्राम की एसडीएम अंकिता चौधरी, हरियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड गुरूग्राम की जोनल एडमिनिस्ट्रेटर मीतू धनखड़, कृषि एवं किसान कल्याण विभाग गुरूग्राम के उप निदेशक डा. प्रताप सिंह सभ्रवाल , मंडल मृदा संरक्षण अधिकारी डा. उमेश यादव सहित संबंधित विभाग के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।
—