अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
गुरुग्राम:सूचना, जनसम्पर्क एवं भाषा विभाग हरियाणा के गुरुग्राम मंडल से संबंधित भजन पार्टियां, खंड प्रचार कार्यकर्ता तथा सूचीबद्ध पार्टियों को गीत, संगीत व प्रस्तुति की नई विद्याओं में पारंगत करने के उद्देश्य से वीरवार को डीसी निशांत कुमार यादव ने तीन दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ किया। गुरूग्राम के सेक्टर 27 स्थित कम्युनिटी सेंटर में आयोजित कार्यशाला में गुरुग्राम के डीआईपीआरओ बिजेंद्र कुमार ने पौधा भेंट कर डीसी निशांत कुमार यादव का स्वागत किया। इस दौरान रेवाड़ी के डीआईपीआरओ दिनेश कुमार व झज्जर के डीआईपीआरओ कुलदीप बांगड़ भी उपस्थित रहे। डीसी निशांत कुमार यादव ने कार्यशाला का दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ करने उपरांत अपने संबोधन में कहा कि जनकल्याण की नीतियां बनाना सरकार का काम है लेकिन वो नीतियां तभी सार्थक होती हैं। जब पात्र लाभार्थी तक उसका सीधा प्रचार हो।
ऐसे में शासन-प्रशासन और आम जनता के बीच सूचना, जनसम्पर्क एवं भाषा विभाग से संबंधित भजन पार्टियां, खंड प्रचार कार्यकर्ता तथा सूचीबद्ध पार्टियां अहम रोल अदा करती हैं। उन्होंने कहा कि बदलते परिवेश के साथ प्रचार के माध्यम में, खासकर शहरी क्षेत्र में व्यापक बदलाव हुए हैं, लेकिन भजन पार्टियों व खंड प्रचार कार्यकर्ताओं द्वारा किया जाने वाला प्रचार सबसे प्रखर है। उन्होंने कहा कि आज आप लोगों की जिन लोगों के साथ प्रतिस्पर्धा है उनके पास टीवी, रेडियो व मोबाइल जैसे बड़े संसाधन हैं लेकिन आपके पास जो लोक कला है उसकी तुलना किसी से नही की जा सकती। ऐसे में जरूरी है कि प्रचार अमला अपनी फील्ड विजिट का आंकलन करते हुए स्वयं को अपडेट रखे। इस मौके पर डीआईपीआरओ बिजेंद्र कुमार ने आए हुए अतिथियो का स्वागत किया और तीन दिवसीय कार्यशाला की रूपरेखा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि चंडीगढ़ मुख्यालय से मिले निर्देशों के तहत प्रत्येक वर्ष प्रदेशभर में ऐसी मंडल स्तरीय कार्यशालाओं का आयोजन किया जाता है। उन्होंने बताया कि कार्यशाला में राज्य सरकार की नीतियों व उपलब्धियों के प्रचार को किस प्रकार से और अधिक प्रभावी बनाया जाए व मौजूदा वर्ष में सरकार द्वारा जनहित में लिए गए निर्णयों व बनाई गई नीतियों को गीतों का रूप प्रदान किया जाता है।कार्यशाला के अपराह्न सत्र में सेक्टर 14 के प्रिंसिपल जितेंद्र मलिक ने अपने व्याख्यान में लोकगीतों व लोक कला पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह सीधे मन से मन का संबंध स्थापित करते हैं। यानी आप अपने गीतों व भजनों के माध्यम से जो कहना चाहते है वह सीधे श्रोताओं के मन मे उतरता है। ऐसे में आप जब भी प्रचार के लिए लोगों के बीच जाए तो सर्वप्रथम उनकी भाषाई व भौगोलिक स्थित का आंकलन जरूर करें ताकि संबंधित व्यक्तियों को उनकी बोली में ही उनके हितों की बात को सरल तरीके से समझाया जा सके। कार्यशाला में झज्जर के डीआईपीआरओ कुलदीप बांगड़ ने सभी कलाकारों को उनके दायित्वों से जुड़ी जानकारी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि समाज के लिए उपयोगी योजना का प्रचार-प्रसार करना आपका पहला कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि प्रस्तुति के दौरान सामने वाले व्यक्ति से हम से कैसे कनेक्ट हो यह हमारा पहला काम है। उन्होंने कहा कि प्रचार अमले को सरकार की योजना की पूर्ण जानकारी होना अत्यंत आवश्यक है, इसको धयान में रखते हुए आप अखबार में रोजाना सरकार की नीतियों से जुड़ी खबरों को जरूर पढ़ें साथ ही विभाग द्वारा समय समय पर दी जाने वाली प्रचार सामग्री का भी अवलोकन अवश्य करें।
इस अवसर पर ड्रामा इंस्पेक्टर पवन व भजन लीडर धर्मबीर सहित अन्य गणमान्य उपस्थित रहे।
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