अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
गुरुग्राम: धार्मिक मान्यता के अनुसार, पौष पूर्णिमा के दिन व्रत, गंगा स्नान एवं दान-पुण्य करने का विशेष महत्व व पुण्य की प्राप्ति होती है। परिणाम स्वरुप मोक्ष मिलता है। प्रत्येक व्यक्ति का अपने जीवन काल में अपने सत्कर्मों द्वारा मोक्ष प्राप्ति करना भी एक उद्देश्य होना चाहिए और मोक्ष प्राप्त करने की दिशा में हम सभी को हर संभव कदम उठाने चाहिए। मोक्ष प्राप्ति के लिए किसी भी सुपात्र व्यक्ति या संस्था को दान देना उत्तम माना गया है क्योंकि दान से ही वह व्यक्ति या संस्था समाज कल्याण के कार्य करती है।
इसलिए दान देना भी एक बहुत बड़ी समाज सेवा करना है। परिणाम स्वरूप पौष पुर्णिमा पर समाज के कल्याण के लिए निस्वार्थ सेवा में तत्पर दि अर्थ सेवियर फाउंडेशन अनाथालय के फाउंडर एवं प्रेसिडेंट रवि कालरा (कर्म योगी) को सूर्य देव ने अपनी नेक कमाई से चेक नंबर 702003 द्वारा ₹5100/- रूपये दान देकर फाउंडेशन को जो सहयोग किया है उससे इस अनाथालय में की जा रही सेवा कार्यक्रम को सहयोग मिलेगा। सूर्य देव ने आगे कहा कि इस तरह की जनकल्याण सेवा में कार्य कर रही संस्था को दान देकर उन्होंने समाज के प्रति यह अति वरिष्ठ निस्वार्थ सेवा की है।
इस दान राशि से कुछ हद तक मानव कल्याण, समाज कल्याण, पर्यावरण व जीव जंतुओं के उत्थान में योगदान मिलेगा। पौष पूर्णिमा के बाद से माघ माह प्रारंभ हो जाता है, इसलिए पूर्णिमा के दिन से ही प्रयाग राज में संगम तट पर माघ मेला शुरु हो जाता है, जिसमें देश-विदेश से आने वाले लाखों श्रद्धालु संगम तट पर डुबकी लगाते हैं। संगम नगरी में यह मेला शिवरात्रि तक चलता है।