अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
गुरुग्राम :वीरवार को दोपहर के वक़्त मां -बेटी की पिस्तौल कनपटी पर तान कर अपहरण कर, 50 लाख रूपए की फिरौती मांगने वाले दोनों अपरहणकर्ता को पुलिस ने मात्र 12 घंटों के अंदर में ही गिरफ्तार कर लिया और मां -बेटी को सुरक्षित उनके कब्जे से छुड़ा लिया। इनमें से एक आरोपी पीड़िता के लड़के को घर पर टियूशन पढ़ाता था। दोनों मां -बेटी को गांव टिकड़ी के एक मकान में बंधक बना कर दोनों अपरहणकर्ता रखे हुए था।
पुलिस प्रवक्ता सुभाष का कहना हैं कि वीरवार को दोपहर के 3 :30 बजे के करीब इस घटना की सूचना मिली कि पुलिस की क्राइम ब्रांच व साइबर क्राइम व अन्य एजेंसी के लोग हरकत में आ गए इस केस की तेजी से छानबीन शुरू कर दी। छानबीन के दौरान पुलिस को मालूम हुआ कि गांव टिकड़ी के एक कमरे से बंधक बनाए हुए हैं। इसके बाद उस इलाके को चारों तरफ से घेर लिया और सुरक्षित तरीके से दोनों मां -बेटी को छुड़ा लिया। इस दौरान पुलिस ने आरोपी अंशुमान निवासी गांव मासरु,जिला भागलपुर ,बिहार जोकि हाल में गांधीनगर,बादशाहपुर में एक किराए के मकान में रहता था और वह खिड़की डाला स्थित एक मिल्क वास्केट नामक कंपनी में डिलेवरी बॉय की नौकरी करता था तथा आकाश यादव निवासी खामपुर,जिला महेंद्रगढ़ हाल गांधी नगर,बादशाहपुर में एक किराए के मकान में रहता था और वह जीनियस कॉर्नर,फरीदाबाद को गिरफ्तार किए हैं।
गहनता से की गई पूछताछ में पुलिस को पता चला कि आरोपी आकाश यादव पीड़िता के लड़के को घर पर टियूशन पढ़ाता था। उनकी घर के अच्छे रहन सहन को देखते हुए उसके मन में लालच आ गया और उसने मा उम्र 42 साल व बेटी19 साल को अपहरण करने की योजना बना ली और इस साजिश में अपने दोस्त अंशुमान को शामिल कर लिया। एक देशी पिस्तौल भी खरीद लिया। इसके लिए वह परिवार के सभी लोगों अच्छी तरह से जनता था। इस भरोसे के साथ दोनों मा -बेटी को एक साजिश के तहत धोखे से अपने साथ ले गया जैसे ही वह लोग दरवारी रोड पर पहुंचे तो पहले से उसका दोस्त अंशुमान वहां पर मौजूद था वहां पर दोनों मां -बेटी को अपहरण कर लिया और उसी महिला के फोन से कॉल करके अपहरण की सूचना उसके परिजन को दी और उन से 50 लाख रूपए की मांग की इसके बाद परिजन ने इस अपहरण की सूचना सम्बंधित थाने में दी और पुलिस ने मात्र 12 घंटों के अंदर ही दोनों मां -बेटी को अपहरणकर्ताओं के चंगुल से सुरक्षित छुड़ा लिया और दोनों आरोपियों को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।