अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
गुरुग्राम : क्राइम ब्रांच, सेक्टर -10 ने थाना राजेंद्र पार्क इलाके में मोस्ट वांटेड व ईनामी बदमाशों के साथ पुलिस की हुई मुठभेड़ में एक बदमाश की पैर में गोली लग गई जिसे घायल अवस्था में सिविल अस्पताल में ईलाज हेतु भर्ती कराया गया हैं और दूसरे बदमाश को पकड़ लिया गया हैं। पुलिस की माने तो दोनों बदमाशों के कब्जे से दो विदेशी पिस्टल,3 जिंदा कारतूस व आई 20 कार बरामद किए हैं,पकडे गए बदमाश कौशल गैंग से तालुक रखते हैं, इन दोनों पर हत्या ,हत्या की कोशिश, रंगदारी,ब्यापारियों और प्रॉपर्टी डीलरों से फिरौती मांगने के कुल 15 मुकदमें दर्ज हैं।
डीसीपी क्राइम सुमित कुमार ने आज अपने कार्यालय में प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि पुलिस को सूचना मिली थी कि कौशल गैंग के कुछ बदमाश थाना राजेंद्रा पार्क इलाके में किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के उद्देश्य से घूम रहे हैं। इस सूचना के बाद उन्होनें क्राइम ब्रांच ,सेक्टर -10 प्रभारी सज्जन सिंह के नेतृत्व एक टीम गठित की । इसके बाद गठित की गई टीम ने द्वारका एक्सप्रेसवे,घनवापुर चौक के समीप नाकेबंदी कर दी , इस दौरान मुखबिर द्वारा बताए गए नंबर की एक आई 20 कार आता हुआ दिखाई दिया जिसे नाके पर उपस्थित उप निरीक्षक विनोद कुमार ने रुकने का इशारा किया पर कार में सवार बदमाशों ने अपनी कार को रोकने के बजाए, पुलिस पार्टी पर ताबड़ तोड़ गोलियां चला दी। उनका कहना हैं कि पुलिस ने भी जवावी फायरिंग की, जिस में एक बदमाश के पैर में गोली लग गई ,जिसे घायल अवस्था में सिविल अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया हैं जहा पर उसका अभी ईलाज चल रहा हैं, इस दौरान पुलिस ने दूसरे बदमाश को भी काबू कर लिया गया हैं।
उनका कहना हैं कि घायल बदमाश का नाम अमित डागर हैं, जोकि मकान न. 277,राजीव कालोनी, गुरुग्राम, इसका मूल पता गांव महेशपुर ,जिला पलवल हैं, जबकि दूसरे बदमाश का नाम अनिल उर्फ़ लट्ठू निवासी ककरौला ,दिल्ली हैं। तलाशी के दौरान पुलिस ने अमित व अनिल के पास एक -एक विदेशी पिस्टल व तीन जिंदा कारतूस बरामद किए हैं। जानकारी हेतु बतादें कि यह आरोपी कौशल गैंग का मुख्य सदस्य है तथा गुरुग्राम पुलिस के मोस्ट वांटेड अपराधियों की लिस्ट मे सबसे ऊपर था। यह पिछले लगभग 15 सालों से अपराध की दुनियाँ मे सक्रिय था। गाँव नाहरपुर रूपा के पास स्थित राजीव कॉलोनी मे इसका घर है। कौशल के साथ मिलकर इसने हत्या जैसी कई संगीन वारदातों को अंजाम दिया था।
इसने वर्ष 2006 मे नाहरपुर रूपा निवासी सुदेश उर्फ छैलू की हत्या की थी। कुछ साल पहले ये अपने गैंग के साथ कैथल हरियाणा के एक और मोस्ट वांटेड सुरेंदर ग्योंग से मिल गया था तथा उसके साथ मिलकर इसने काफी अपराध किए थे। पैरोल पर आने उपरांत इसने लगभग 8 हत्याओं की वारदात की हैं। फ़रारी के दौरान यह लोगों से जबरन उगाही (रंगदारी) करने के लिए कॉल करने लगा तथा जबरन उगाही करता था। इसके लिए यह मुख्य रूप से बुक्की या इस तरह के काम करने वालों को निशाना बनाते थे। इन्होने गाड़ियों की लूट की कई वारदात कई बिजनेसमैन/प्रापर्टी डीलरो को फोन करके रंगदारी मांगने की वारदातो को भी अन्जाम दिया है। फिरौती ना देने पर इसने कई व्यक्तियों पर भी जान से मारने की नीयत से फायरिग करने की वारदातो मे भी वांछित रहा है। पिछले कुछ समय मे अमित डागर ने मर्डर की कई वारदातों मे शामिल रहा है जो कि निम्न हैं:-
1. महेश उर्फ अटैक का मर्डर गांव झाडसा,
2. सतबीर शऱाब ठेकेदार गांव बिरहेडा (फरुखनगर)
3. जोनी की माँ गांव नाहरपुर रुपा का मर्डर
4. गिरदावर गांव तिहाडा (रिवाडी) का मर्डर
5. संजय सरपंच वासी ततारपुर का मर्डर
उपरोक्त के अतिरिक्त अमित डागर उपरोक्त पर जानलेवा हमला करना, जबरन उगाही जैसे लगभग एक दर्जन से भी अधिक संगीन मामले दर्ज हैं। इन मामलों मे इसने दुश्मनी व सुपारी लेकर हत्या की कई वारदात की थी। गुरुग्राम पुलिस की इस सफलता से इस प्रकार के अपराधों पर अंकुश लग जाएगा।
इनके अतिरिक्त कई गाड़ियों की लूट वा शहर गुरुग्राम मे कई बिजनेसमैन व प्रापर्टी डीलरो को फोन करके फिरौती मांगने की वारदातो को अन्जाम दिया है। फिरौती ना देने पर इसने कई अन्य व्यक्तियों के ऊपर भी जान से मारने की नीयत से फायरिग करने की वारदातो मे भी वांछित रहा है। इनसे विस्तार से पूछताछ करने पर अन्य वारदातों का खुलासा होना की भी सम्भावना है। इसकी गिरफ्तारी पर गुरुग्राम पुलिस द्वारा 1 लाख व कैथल पुलिस द्वारा 5 हजार रुपए ईनाम की घोषणा थी। अन्य स्थानों पर इस पर कोई ईनाम है इस बारे पता किया जा रहा है।