
गुरुग्राम :अपराध शाखा ,सोहना ने डा. महासिंह हत्याकांड के मामले में गांव अहिर माजरा ,जिला सोनीपत के पूर्व सरपंच व जेबीटी धर्मबीर को गिरफ्तार किया हैं. आरोपी पूर्व सरपंच पर 25 लाख रूपए की सुपारी देकर डा. महा सिंह की हत्या करवाई थी। क्यूंकि मृतक डा. महासिंह की पत्नी से उस के अवैध संबंध थे। इस प्रकरण में चार बदमाशों को पहले ही पुलिस गिरफ्तार कर चुकी हैं। एसीपी क्राइम शमशेर सिंह ने आज सीपी कार्यालय के कांफ्रेंस हाल में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में दिए। यह मामला तक़रीबन 7 साल पुराना हैं।
एसीपी क्राइम शमशेर सिंह ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि उनकी अपराध शाखा, सोहना के प्रभारी सतेंद्र रावल ने आज डा. महासिंह हत्याकांड के मुख्य सरगना पूर्व सरपंच व जेबीटी टीचर धर्मबीर को चाबा प्राइमरी स्कूल ,जिला कैथल से गिरफ्तार किया हैं। इससे पहले इसके चार साथी को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी हैं. जिनके नाम रिजवान निवासी खेड़ी गुर्जर, थाना गन्नौर , जिला सोनीपत, विक्रम निवासी खेड़ी गुर्जर, थाना गन्नौर , जिला सोनीपत, जयदीप निवासी समास पुर ,गामड़ा ,थाना गुन्नौर ,जिला सोनीपत व राजू निवासी पालड़ी खुर्द ,थाना राई ,जिला सोनीपत हैं। उनका कहना हैं कि डा. महासिंह की पत्नी रेखा और वह एक साथ वर्ष 2008 -9 में एक ही कॉलेज से जे.बी.टी की पढ़ाई की थी। उस दौरान उसके साथ अवैध संबंध स्थापित हो गए। इसके बाद उस की शादी वर्ष 2010 में डा. महासिंह निवासी गांव मनुवास ,जिला नूहं के साथ हो गई। इसके बाद डा. महा सिंह अपनी पत्नी रेखा अपने ससुराल से लेकर अपने गांव जा रहा था तो रास्ते में सरपंच धर्मबीर ने बातचीत थी। उस दौरान दोनों की आपस में बहसबाजी हुई थी।
उनका कहना हैं कि 25 फ़रवरी 2018 को डा. महासिंह की साली व रेखा की बहन की शादी थी। उस दौरान डा. महासिंह भी अपने ससुराल आया हुआ था. के ससुराल वाले ने गांव में पंचायती जमीन कब्ज़ा किया हुआ था उस जमीन को खाली कराने के लिए सरपंच धर्मबीर ने पुलिस बुला ली थी। इस दौरान उसका उसके ससुराल वालों से झगड़ा चल रहा था। इस बीच में डा. महासिंह भी उससे झगड़ा करने लगा। जब मैंने उससे कहा कि तू यहां का रिश्तेदार हैं तेरा झगड़ा करने का क्या मतलब हैं.रिश्तेदार तो झगड़ा सुलझाते हैं ना कि झगड़ा करता हैं। इसके बाद डा. महा सिंह ने उसे देख लेने की धमकी देने लगा। उनका कहना हैं कि इसके बाद सरपंच धरबीर ने डा. महा सिंह के प्रति रंजिश रखने लगा और उसकी हत्या करने की साजिश रच डाली और गिरफ्त में आए बदमाशों को 25 लाख रूपए में डा. महासिंह की हत्या करने की सुपारी दे दी। इसके बाद सरपंच धर्मबीर उक्त बदमाशों को डा. महा सिंह की दूकान गांव सिलानी ,गुरुग्राम को दिखा दी। इसके लिए सरपंच धर्मबीर ने बदमाशों को दो लाख रूपए एडवांस दे दिया। उनका कहना हैं कि 7 अगस्त 2012 को डा. महासिंह जब अपनी दुकान का शटर बंद कर रहा था उस समय गिरफ्त में आए बदमाशों ने डा. महा सिंह पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दी जिससे उसकी घटना स्थल पर ही मौत हो गई थी।