अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
चंडीगढ़: हरियाणा के नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विभाग ने आज सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शनकारी राज्य नामित एजेंसी श्रेणी में भारत सरकार के ऊर्जा मंत्रालय से 30 वें राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार-2020 में द्वितीय पुरस्कार प्राप्त किया है। नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव टी.सी. गुप्ता ने डीएनआरई (DNRE) और हरेडा (HAREDA) के महानिदेशक डॉ. हनीफ कुरैशी के साथ यह पुरस्कार बिजली और नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय में राज्य मंत्री,आर के सिंह से प्राप्त किया। भारत सरकार के ऊर्जा मंत्रालय द्वारा आयोजित आभासी राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार (एनईसीए) समारोह का नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में आयोजन किया गया था।
एनईसीए NEC 2020 में 409 इकाइयों की भागीदारी रही और उनके प्रदर्शन के आकलन के आधार पर, 57 इकाइयों को विभिन्न श्रेणियों में पुरस्कारों के लिए चुना गया। राज्य में 36 राज्य नामित एजेंसियां हैं, जिनमें से नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा विभाग हरियाणा, जो हरियाणा के लिए राज्य नामित एजेंसी के रूप में कार्य कर रही है, को दूसरा पुरस्कार मिला। टी.सी. गुप्ता ने बताया कि हरियाणा का नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा विभाग राज्य में ऊर्जा संरक्षण को बढ़ावा दे रहा है। 2019-20 के दौरान, विभिन्न ऊर्जा संरक्षण उपायों से राज्य में 94 मेगावाट से अधिक बिजली की बचत हुई। ऊर्जा संरक्षण गतिविधियों को सुविधाजनक बनाने और ऊर्जा संरक्षण के तहत विभिन्न गतिविधियों के अनुपालन को सुनिश्चित करने के लिए विभाग द्वारा 2019-20 के दौरान निरीक्षण अधिकारियों की नियुक्ति की गई है।
नौ जिलों ने सभी सरकारी भवनों में पारम्परिक लाइटों के स्थान पर 100 प्रतिशत एलईडी लाइटें लगा दी हैं। राज्य में 50,000 सौर ऊर्जा संचालित पम्प स्थापित करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके तहत चालू वर्ष के दौरान, 75 प्रतिशत सरकारी सब्सिडी वाले 15,000 सौर पंप स्थापित किए जा रहे हैं। डॉ. हनीफ कुरैशी ने बताया कि विभाग ने 330 से अधिक स्कूलों में ऊर्जा-बचत के उपायों को लागू किया है, जिनमें से 220 स्कूलों को 2019-20 में कवर किया गया था। राज्य के सभी जिला नागरिक अस्पतालों में भी ऊर्जा संरक्षण उपायों को लागू किया गया है। जेलों और नगरपालिका क्षेत्र में भी विभिन्न अन्य परियोजनाओं को 2019-20 के दौरान लागू किया गया।