नई दिल्ली: दिल्ली महिला आयोग ने बंधक बनाई गई एक 20 वर्षीय लड़की को हरियाणा के हिसार से छुड़ाया। बीते 12 फरवरी को पीड़िता की मां ने दिल्ली महिला आयोग की सदस्य फिरदौस खान को अपनी बेटी की गुमशुदगी की बात बताई थी।
दिल्ली महिला आयोग के अनुसार, कुछ साल पहले महिला की बेटी का विवाह दिल्ली के रहने वाले एक शख्स से हुआ था, लेकिन बार-बार दहेज की मांग और मारपीट से तंग आकर मायके में रहने आ गई। कुछ समय बाद उनकी बेटी को घर के पड़ोस में रहने वाला एक शख्स अगवा कर हरियाणा ले गया। उसने लड़की से जबरन विवाह कर लिया। कुछ दिनों बाद यहां भी दहेज को लेकर मारपीट होने लगी। इस बीच लड़की को बेटी पैदा हुई। इसके बाद भी शख्स उसके साथ मारपीट करता रहा। इस बीच लड़की की तबीयत बिगड़ने लगी तो शख्स उसे उसके मायके छोड़ गया।
कुछ दिनों बाद शख्स के परिवार वाले लड़की को अपने घर ले जाने की जिद करने लगे। हालांकि, लड़की की मां ने उसे भेजने से मना कर दिया तो कुछ दिनों बाद शख्स उसे जबरन अपने साथ हरियाणा ले गया। वहां शख्स ने लड़की को लंबे समय तक एक कमरे में बंद रखा और उसे खाना तक नहीं दिया। पीड़िता की मां की शिकायत सुनने के बाद महिला आयोग की सदस्य फिरदौस खान ने हिसार के एसएसपी को वारदात से अवगत कराया। शिकायत मिलने के दो घंटे में ही उसे हिसार से रेस्क्यू कर दिल्ली लाया गया।
उधर, आयोग के मुताबिक लड़की की हालत बहुत ज्यादा खराब है, वह देखने में पूरी तरह कुपोषित नजर आ रही थी। महिला आयोग ने लड़की और उसकी बेटी को सुरक्षित उसके घर वापस भेज दिया है। आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने बताया कि यह मामला बहुत ही संगीन और डराने वाला है। इस महिला के साथ जिस प्रकार का उत्पीड़न हुआ वो बहुत ही क्रूर था।