अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
चण्डीगढ: हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि प्रदेश के हर जिला में साइबर क्राइम के थाने खोले जाएंगे ताकि साइबर के बढ़ते अपराध पर नकेल कसी जा सके। उन्होंने कहा कि साइबर क्राइम के थानों में प्रशिक्षित स्टाफ को तैनात किया जाएगा ताकि त्वरित कार्यवाही अमल में जा सके। इसके अलावा, इन साइबर थानों में आईटी प्रोफेशनल को भी रखा जाएगा, जिसके लिए जल्द ही पदों को सृजित किया जाएगा।विज आज यहां गृह व पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर रहे थे। इस बैठक में गत दिनों लखनऊ में प्रधानमंत्री व केंद्रीय गृह मंत्री की अध्यक्षता में आयोजित पुलिस अधिकारियों की बैठक में लिए गए निर्णयों व बिंदुओं पर चर्चा की गई ताकि प्रदेश में इनको अमलीजामा पहनाया जा सके।
बैठक में उन्हें अवगत कराया गया कि गत दिसंबर माह तक राज्य के सभी पुलिस थानों में साइबर हेल्प डेस्क स्थापित कर दिए गए हैं। इसके अलावा, गुरुग्राम, फरीदाबाद व पंचकूला कमिश्नरेट के साथ-साथ पांच आईजी रेंज के जिलों में भी साइबर क्राइम थानों को स्थापित किया गया है। इस पर, विज ने अधिकारियों से कहा कि आईटी अपराध पर अंकुश के लिए साइबर क्राइम थानों को स्थापित किया जाना बहुत आवश्यक है । इसी प्रकार, बैठक में संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि गुरुग्राम व फरीदाबाद के साइबर थानों में प्रोफेशनल व इकोनॉमिक्स के जानकार लोगों को तैनात किया जाए ताकि साइबर अपराधों को जल्द से जल्द सुलझाया जा सकें।इसी प्रकार, बैठक में विज ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रदेश के हर शहर, जिनमें रेलवे स्टेशन, बस अडडा, मार्किट व भीडभाड़ वाले क्षेत्रों सहित अन्य जरूरी स्थानों पर एचडी/नाईटविजन सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं ताकि अपराधोें पर पूरी से तरह अंकुश लगाया जा सके। इसके लिए, पूरे राज्य में इन कैमरों को स्थापित करने के लिए योजना बनाई जाए। बैठक में गृह मंत्री को बताया गया कि अभी तक स्थापित किए गए सीसीटीवी कैमरों को कमांड सेंटर के साथ इंटीग्रेटिड करने का काम किया जा रहा है। इसके अलावा, निजी संस्थाओं व निजी व्यक्तियों द्वारा स्थापित किए गए कैमरों को भी कमांड सेंटर से जोड़ने के लिए आह्वान किया गया है, इस पर श्री विज ने कहा कि अपराधों की रोकथाम के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाना अति आवश्यक हैं। बैठक में पुलिस के अधिकारियों ने विज को अवगत कराया कि 90 प्रतिशत अपराध सीसीटीवी फुटेज की मदद से सुलझा लिए जाते हैं। बैठक में पुलिस अधिकारियों व पुलिस जवानों के प्रशिक्षण के संबंध में श्री विज को अवगत कराया गया कि अब पुलिस अधिकारियों व जवानों को केंद्र द्वारा निर्धारित नए सिलेबस के तहत प्रशिक्षण कोर्स करवाए जाएंगे। इसी प्रकार, विज ने अवगत कराया कि अपराधियों पर अंकुश लगाने के लिए एक केन्द्रीयकृत डाटा बैंक भी तैयार किया जा रहा है ताकि किसी भी अपराधी की जानकारी आसानी से उपलब्ध हो सकें।बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा को देखते हुए गृह मंत्री को प्रदेश स्तर की तैयारियों की भी जानकारी दी गई जिसके तहत बताया गया कि गुरूग्राम व फरीदाबाद में स्कैड टीमों का गठन किया गया हैं और मॉल इत्यादि भीडभाड़ वाली जगहों पर ध्यान दिया जा रहा है।बैठक में विज ने कहा कि आजकल ड्रोन का चलन तेजी से बढता जा रहा है और यह राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा भी हो सकता है इसलिए सुरक्षा के दृष्टिगत ड्रोन से संबंधित कार्यवाही पर पूरी नजर रखनी होगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि ड्रोन को संचालित करने के लिए विभिन्न स्थानों को चिन्हित किया जाए जहां पर ड्रोन उड़ाने के लिए मंजूरी ली जानी चाहिए। बैठक में बताया गया कि केन्द्र सरकार ने ड्रोन से संबंधित गत वर्ष ड्रोन पोलिसी-2021 जारी की है जिसके तहत ड्रोन के लिए लाईसेंस लेना होगा और ड्रोन के पायलट को भी ड्रोन प्रशिक्षण के पश्चात लाईसेंस लेना होगा। प्रदेश के हर जिले में खुलेंगे नशामुक्ति केन्द्र-विज उन्होंने बताया कि नशे के कारोबार में संलिप्त लोगों पर नकेल कसने के लिए अब सभी जिलों में कार्यवाही की जाएगी जिसके तहत समन्वयक समितियों का गठन किया जाएगा। साथ ही सभी जिलों में नशा मुक्ति केन्द्र खोले जाएंगे जिसके लिए इन केंद्रों में न्यूनतम 10 बिस्तरों का प्रावधान किया गया है तथा लोगों को जागरूक किया जाएगा। बैठक में बताया गया कि रोहतक व हिसार-1 की जेलों में नशामुक्ति केन्द्र खोले गए हैं तथा जल्द ही हर जेल में नशामुक्ति केन्द्र स्थापित किए जाएंगे।बैठक में गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा, पुलिस महानिदेशक पी के अग्रवाल, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक ए.एस. चावला, ओपी सिंह, श्रीकांत जाधव, आलोक मित्तल सहित गृह विभाग के सचिव बलकार सिंह भी उपस्थित थे।
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