अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
चण्डीगढ़: हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अनुराग अग्रवाल ने कहा कि भारत के निर्वाचन आयोग द्वारा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा करने के साथ ही प्रदेश में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है। चुनाव में पूरी तरह पारदर्शिता सुनिश्चित करना हमारी वैधानिक ही नहीं बल्कि नैतिक जिम्मेदारी भी है। अग्रवाल आज वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जिला निर्वाचन अधिकारियों तथा मंडलायुक्तों और पुलिस आयुक्तों व अधीक्षकों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि नए वोट 24 सितम्बर तक बनाए जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि फार्म 6 पर फोकस करके इनका निपटान सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि अब तक बनाए गए 10 जिलों के मतदाताओं के पहचान पत्र जारी किए जा चुके हैं जिन्हें बंटवाना सुनिश्चित करें तथा शेष जिलों के पहचान पत्र 23 सितम्बर तक पहुंचा दिए जाएंगे।
अग्रवाल ने कहा कि सभी उपायुक्त अपनी जिला स्तरीय चुनाव प्रबंधन योजना को अंतिम रूप दें और इसके तहत डयूटी मेजिस्ट्रेट, सैक्टर ऑफिसर, वीडियो व्यूविंग टीम, स्टेटिकल सर्वेलांस टीम तथा पोलिंग पार्टियों का गठन किया जाए। इसके अलावा, बूथ स्तरीय योजना भी बनाई जाए और इसकी सूचना सेक्टर सुपरवाइजर तथा पोलिंग एजेंट को दी जाए। उन्होंने कहा कि यदि मतदान केन्द्र के लिए नामित कोई स्कूल अपग्रेड हो गया है तो उसमें संशोधन के लिए संबंधित जिला निर्वाचन अधिकारी सक्षम होगा।उन्होंने कहा कि पोलिंग स्टाफ को ईवीएम संबंधित हैंड्स ऑन ट्रेनिंग समेत सभी प्रकार की टीमों को सभी प्रशिक्षण देना सुनिश्चित करें। ईवीएम के बारे में प्रशिक्षण कार्यक्रम गूगल डाक्यूमेंट में डाटा भरा जाए जिसमें जिलावार प्रशिक्षण की पूरी जानकारी दी जाए। उन्होंने कहा कि स्टेटिकल सर्वेलांस टीम वीडियोग्राफी के साथ 24 घण्टे कार्य करेंगी।
अग्रवाल ने कहा कि इस चुनाव में मतदान केन्द्रों की दो तरह की श्रेणियां बनाई गई हैं-वल्नरेबल और क्रिटिकल। ऐसे मतदान केन्द्रों का जिलावार चुनाव प्रबंधन योजना में उल्लेख करें और इनकी मेपिंग भी की जाए।
उन्होंने कहा कि राजनीतिक पार्टियों के लिए विभिन्न प्रकार की स्वीकृतियां लेने के लिए सुविधा एप शुरू की गई है। इस एप को डाउनलोड करके जनसभा,लाउडस्पीकर, वाहन इत्यादि समेत सभी तरह की अनुमतियां प्राप्त की जा सकती हैं।मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि स्वीप एक्टिविटी कार्यक्रम के तहत मंडल स्तर पर विशेष अभियान चलाया जाएगा जिसके तहत ग्राम स्तर पर नागरिकों को ज्यादा से ज्यादा वोट डालने के लिए जागरूक किया जाएगा और मोबाइल वैन के माध्यम से मॉक पोल ड्रिल करवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनावों के दौरान जिन गांवों ने मतदान का बहिष्कार किया था, संबंधित जिला निर्वाचन अधिकारी ऐसे गांवों का दौरा कर ग्रामीणों को मतदान के लिए प्रोत्साहित करें। वीडियो कांफ्रेंस में अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री डी.के.बेहरा, संयुक्त निर्वाचन अधिकारी इन्द्र जीत व अपूर्व कुमार और डीआईजी (कानून व्यवस्था) राकेश आर्य के अलावा चुनाव डयूटी में मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय की सहायता के लिए नियुक्त किये गए भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी श्री महेश्वर शर्मा और महावीर कौशिक भी उपस्थित थे।