अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: हरियाणा में महिलाओं को उद्यमिता और व्यवसाय विकास के क्षेत्र में प्रेरित करने के लिए महिला उद्यमिता पर एक नियमित पाठ्यक्रम शुरू किया जायेगा। श्री विश्व कर्मा कौशल विश्वविद्यालय के अंतर्गत चलाये जाने वाले इस पाठ्यक्रम में उद्यमिता के क्षेत्र में इच्छा रखने वाली छात्राओं को उद्यम शुरू करने के लिए आवश्यक औपचारिक प्रशिक्षण दिया जायेगा। यह घोषणा हरियाणा के उद्योग,वाणिज्य तथा औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री विपुल गोयल ने फरीदाबाद के जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद में इंटीग्रेटेड एसोसिएशन ऑफ माइक्रो, स्मॉल, मीडियम एंटरप्राइजेज ऑफ इंडिया (आईएमएसएमईआफइंडिया) के महिला उद्यम प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित लड़कियों के लिए एक वर्षीय उद्यमिता कार्यक्रम के समापन समारोह को संबोधित करते हुए दी। इस अवसर पर जे.सी. बोस विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो दिनेश कुमार विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे।
उद्योग मंत्री ने छात्राओं के लिए आईएमएसएमईआफइंडिया द्वारा एक वर्षीय उद्यमिता कार्यक्रम के संचालन की सराहना की तथा आईएमएसएमईआफइंडिया को श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के साथ मिलकर महिला उद्यमिता पर पाठ्यक्रम शुरू करने के लिए एक आधिकारिक प्रस्ताव प्रस्तुत करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि कौशल विश्वविद्यालय के साथ मिलकर महिला उद्यमिता पर एक नियमित कार्यक्रम शुरू करने की संभावनाओं पर विचार किया जा सकता है। इससे पहले, आईएमएसएमईआफइंडिया के चेयरमैन श्री राजीव चावला ने मंत्री को लड़कियों के लिए चलाये गये उद्यमिता कार्यक्रम के बारे में अवगत कराया। उन्होंने बताया कि आईएमएसएमईआफइंडिया के महिला उद्यमी प्रकोष्ठ ने पिछले साल 12 कॉलेजों और 200 से अधिक लड़कियों की भागीदारी के साथ इस कार्यक्रम की शुरुआत की थी। कार्यक्रम के दौरान प्रतिभागी लड़कियों में से 45 लड़कियों को उनके स्टार्ट-अप प्रस्तावों को चुना गया है। इस अवसर पर श्री चावला ने उद्योग मंत्री से विद्यार्थियों के स्टार्ट-अप प्रस्तावों को सहयोग देने की अपील की, जिस पर उद्योग मंत्री ने विद्यार्थियों के चुनिंदा प्रस्तावों को सहयोग देने की आश्वासन दिया तथा शैक्षिक संस्थानों, स्थानीय प्रशासन और उद्योग से जुड़े लोगों से भी विद्यार्थियांे के स्टार्ट-अप प्रस्तावों को सहयोग देने का आह्वान किया।
इस अवसर पर, उद्योग मंत्री ने विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र भी प्रदान किये।
उद्योग मंत्री के आह्वान पर, कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने भी कुछ छात्रों के स्टार्ट-अप का समर्थन करने का आश्वासन दिया। विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए, उन्होंने कहा कि नई प्रौद्योगिकियां जिस तरह से आगे बढ़ रही हैं कि इसने व्यवसाय के तौर तरीकों को पूरी तरह से बदल दिया है। इसलिए, उद्यमशीलता के इच्छुक विद्यार्थियों को बदलती जरूरतों के अनुसार उद्योग के नये तौर-तरीकों को भी सीखना होगा और खुद को अपडेट रखना होगा। हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण की प्रशासक तथा फरीदाबाद महानगर विकास प्राधिकरण की अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्रीमती सोनल गोयल ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया गया। उन्होंने उद्यमशीलता को लेकर राज्य सरकार की नीतियों पर चर्चा की। इस अवसर पर शिक्षण संस्थानों के प्रतिनिधि और कई उद्योगपति भी उपस्थित थे।