अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
चंडीगढ़: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने रविवार को करनाल में हरियाणवी लोक गायक दादा लखमी पर बनी फिल्म “दादा लखमी” के प्रीमियर शो को देखा। इसके बाद उन्होंने फिल्म की पूरी टीम को बधाई दी और कहा कि यह फिल्म हरियाणवी लोक कला व संस्कृति को अपने में समेटे हुए है। फिल्म के निर्माता और निर्देशक ने इतने चैलेंजिंग विषय पर फिल्म बनाई, यह अपने आप में बेहद सराहनीय कदम है। उन्होंने कहा कि फिल्म के लिए हरियाणा सरकार हर संभव मदद करेगी। इसके साथ-साथ स्टेट जीएसटी मुफ्त करवाने के लिए भी प्रयास किया जाएगा।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि हमें दादा लखमी के विचारों को अपने जीवन में उतारना चाहिए। इस फिल्म के कलाकारों ने दादा लखमी के विचारों को ऐतिहासिक तथ्यों के साथ प्रस्तुत किया है। यह फिल्म युवा पीढ़ी को संदेश देगी। फिल्म के सभी कलाकारों ने अच्छी मेहनत की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस तरह की हरियाणवी फिल्मों को प्रमोट करने के लिए हरियाणा सरकार ने फिल्म पॉलिसी बनाई है। जिसके अंतर्गत आर्थिक सहायता व अन्य मदद दी जा रही हैं। उन्होंने कहा कि पंचकूला में फिल्म सिटी बनाई जा रही है, जो फिल्म बनाने वालों के लिए मददगार होगी। हरियाणा सरकार ने हरियाणवी कलाकारों व फिल्मों को आगे बढ़ाने के लिए प्रदेश में अनुकूल माहौल बनाया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणवी संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए इस तरह की फिल्मों पर निरंतर काम होना चाहिए, हालांकि बॉलीवुड में भी हरियाणवी बोली में फिल्में बन रही हैं लेकिन जब फिल्म इंडस्ट्री में काम कर रहे हरियाणा के लोग इस तरह के विषयों पर फिल्म बनाते हैं तो ज्यादा उत्साहवर्धन होता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा के बहुत से कलाकार बॉलीवुड में काम कर रहे हैं, उन्हें भी हरियाणवी संस्कृति व लोक कला को आगे बढ़ाने के लिए फिल्मों पर काम करना चाहिए। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि यह हरियाणा व सभी प्रदेश वासियों के लिए हर्ष व गर्व का विषय है कि दादा लखमी फिल्म को माननीय राष्ट्रपति द्वारा “राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार” से सर्वोत्तम हरियाणवी फिल्म के रूप में पुरस्कृत किया गया है। इसके अतिरिक्त 63 से ज्यादा अंतरराष्ट्रीय भी पुरस्कार मिल चुके है। ये हरयाणा की एक मात्रा फिल्म है जो आज तक के इतिहास में कांस फेस्टिवल में 2021 में ऑनलाइन प्रदर्शित की गई। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह फिल्म लगभग 300 लोगों की 6 साल की कड़ी मेहनत का परिणाम है।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि पंडित लखमी चंद हरियाणा और हरियाणवी की शान थे। सोनीपत जिले के गांव जाटी में उनका जन्म हुआ। छोटी उम्र में ही वह इतने प्रसिद्ध हो गए थे कि लोग 50-50 मील से बैलगाड़ी पर उनकी रागनी सुनने और सांग देखने के लिए आया करते थे। उन्हें हरियाणा का शेक्सपियर कहा जा सकता है। उनके द्वारा रचित रचनाओं को आज भी नए दौर के गायक नए-नए रूप में प्रस्तुत करते हैं। हरियाणा और हरियाणवी बोली के लिए दादा लखमी का योगदान अतुलनीय है।इस अवसर पर सांसद संजय भाटिया, पूर्व शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा, पूर्व विधायक बख्शीश सिंह विर्क, दादा लखमी फिल्म की पूरी टीम व अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
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