अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
गुरुग्राम: हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि गुरूग्राम जिला में ट्रैफिक व्यवस्था को स्मार्ट बनाने व वाहनों चालकों को यातायात नियमों के प्रति संवेदी बनाने के लिए डिजिटल ट्रैफिक मॉनिटरिंग सिस्टम का ब्लू प्रिंट तैयार किया जाएगा। विदेशों की तर्ज पर सीसीटीवी कैमरे की मदद से सडक़ पर यातायात का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई में यह प्रयोग बेहद कारगर साबित होगा। उन्होंने यह निर्देश शुक्रवार को गुरूग्राम के पुलिस कमिश्नर कार्यालय में लॉ एंड ऑर्डर की समीक्षा बैठक के दौरान दिए। पुलिस कमिश्नर कला रामचंद्रन ने गृह मंत्री का गुरुग्राम पहुंचने पर स्वागत किया और पुलिस की गतिविधियों की जानकारी दी। अनिल विज ने बैठक के दौरान बताया कि वे सभी पुलिस कमिश्नरेट व रेंज ऑफिस में जाकर लॉ एंड ऑर्डर की समीक्षा करेंगे। जिसकी शुरुआत उन्होंने गुरुग्राम से की है। उन्होंने जनता दरबार में आने वाली शिकायतों को लेकर भी पुलिस अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि जिला से संबंधित मामलों में जनमानस को संतुष्ट करना विभाग का ध्येय होना चाहिए। उन्होंने कहा कि गुरुग्राम एक बढ़ता हुआ शहर है जिसकी वैश्विक स्तर पर अपनी एक अलग पहचान है।
ऐसे में हरियाणा प्रदेश में 24 घंटे चलने वाले इस शहर में ट्रैफिक व्यवस्था को किस प्रकार से और बेहतर बनाया जाए इसके लिए हमें प्रभावी कदम उठाने होंगे। इसके लिए स्मार्ट डिजिटल व्यवस्था तैयार करनी होगी। इससे सडक़ों पर अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती का दबाव कम होगा साथ ही लोगों में यातायात नियमों के प्रति जनभावना भी पैदा होगी। उन्होंने पुलिस कमिश्नर को निर्देश देते हुए कहा कि डिजिटल ट्रैफिक मॉनीटरिंग सिस्टम का शीघ्र ब्लू प्रिंट तैयार कर उनके पास भिजवाया जाए। उन्होंने बैठक में पहुंचे सभी डीसीपी से जोन वाइज क्राइम रेट, अपराध नियंत्रण, पुलिस थानों की स्थिति के साथ-साथ ऑपरेशन मुस्कान व आक्रमण आदि की प्रगति के बारे में जानकारी ली। पुलिस कमिश्नर कला रामचंद्रन ने गृह मंत्री को जानकारी देते हुए बताया कि गुरूग्राम में ऑपरेशन मुस्कान के तहत अब 79 बच्चों को तलाश कर उनके परिजनों तक पहुंचाया जा चुका है। ऑपरेशन आक्रमण के तहत जिला में 95 मामले दर्ज किए और 358 लोगों को गिरफ्तार किया गया। उन्होंने बताया कि इस वर्ष अब तक 626 पीओ, बेल जंपर व मोस्ट वांटेड अपराधी पकड़े जा चुके हैं। उन्होंने साइबर अपराध से जुड़े मामलों की जानकारी देते हुए बताया कि बीते आठ दिनों में 800 मामलों को डिस्पोज ऑफ किया जा चुका है। साथ ही यातायात व्यवस्था के तहत इस वर्ष 31 मार्च तक नियमों का उल्लंघन करने वालों के 4,22,541 चालान किए गए और आठ करोड़ 42 लाख 88 हजार 300 रुपए का राजस्व जुर्माने के रूप में वसूला गया। सडक़ों पर यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए व्हीकल माउंटेड स्पीड राडार गन व एलको सेंसर भी बढ़ाए जाएंगे। गृह मंत्री ने बढ़ते साइबर अपराध जिनमें बैंक खाते व सोशल मीडिया हैक करने के मामलों का जिक्र करते हुए कहा कि शीघ्र ही पुलिस कर्मियों को आईटी की नवीनतम तकनीकों का प्रशिक्षण भी दिलवाया जाएगा। उन्होंने पुलिस थानों में पुलिसकर्मियों के ठहरने व फरियादियों की सुविधा के इंतजामों की भी जानकारी दी। पुलिस कमिश्नर ने गृह मंत्री को साइबर अपराध की तर्ज पर आॢथक अपराध के मामलों में संसाधन बढ़ाने की जरूरत से अवगत कराया। जिस पर गृह मंत्री ने तुरंत आॢथक अपराध यूनिट को थाने में अपग्रेड करने का प्रस्ताव भिजवाने की बात कही। इस अवसर पर डीसीपी क्राइम विजय प्रताप, डीसीपी वेस्ट भूपेंद्र सिंह, डीसीपी ईस्ट नितीश अग्रवाल, डीसीपी साउथ सिद्धांत जैन, बादशाहपुर के एसडीएम सतीश कुमार सहित सभी एरिया के एसीपी व विभिन्न सेल के इंचार्ज भी उपस्थित रहें।
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