अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
गुरुग्राम: सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी का हरियाणा मांगे हिसाब अभियान आज पटौदी विधान सभा क्षेत्र में पहुंचा। इस अभियान के तहत दीपेन्द्र हुड्डा ने ओल्ड कोर्ट बिल्डिंग भोडाकलां से पदयात्रा शुरू की जो शहीद स्मारक पटौदी होते हुए पेट्रोल पम्प रेवाड़ी रोड पर सम्पन्न हुई। इस दौरान भारी बारिश के बावजूद पटौदी की सड़कों पर जनसैलाब उमड़ गया था, जो इस बात का प्रतीक है कि लोगों ने बीजेपी सरकार को सत्ता से हटाने का मन बना लिया है। दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि प्रदेश के खिलाडियों ने पूरी दुनिया में देश का नाम रोशन किया है। ओलंपिक में 6 में से 5 पदक हरियाणा के खिलाड़ियों ने जीते जो पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की खेल नीति का कमाल है। उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती हुड्डा सरकार ने खिलाड़ियों के हित की खेल नीति ‘पदक लाओ, पद पाओ’ बनाकर हरियाणा को खिलाड़ियों की खान बना दिया। इस नीति का ही परिणाम रहा कि प्रदेश के युवाओं में खेल को करियर बनाने का नया जुनून तैयार हुआ और ओलिंपिक, कामनवेल्थ, एशियन गेम्स और विश्व चैंपियनशिप में हरियाणा के खिलाडिय़ों ने सबसे ज्यादा मेडल जीतकर देश की झोली में डाले।
दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि दु:ख की बात ये है पिछले 10 साल से हरियाणा की BJP सरकार ने ‘पदक लाओ, पद पाओ’ नीति को बंद कर रखा है। उन्होंने कहा कि अगर पदक जीतने हैं तो देश भर में कांग्रेस की हुड्डा सरकार वाली खेल नीति को लागू करना होगा। इस दौरान विधायक कुलदीप वत्स मौजूद रहे। दीपेन्द्र हुड्डा ने खेलो इंडिया के बजट में हरियाणा के साथ हुए भेदभाव और केवल 3% यानी 65 करोड़ बजट दिए जाने का मुद्दा उठाते हुए कहा कि गुजरात को 600 करोड़ रुपए और यूपी को 500 करोड़ से ज्यादा का बजट मिला। उन्होंने यह भी कहा कि ओलंपिक में प्रतिभाग करने वाले 21% खिलाड़ी हरियाणा के हैं। पिछले 4 ओलंपिक, एशियाई और कॉमनवेल्थ खेलों में देश के लिए 40% से 50% मेडल हरियाणा के खिलाड़ियों ने जीते। उन्होंने बताया कि हुड्डा सरकार के समय ‘पदक लाओ पद पाओ की नीति’ के तहत 750 से ज्यादा खिलाड़ियों को डीएसपी, इंस्पेक्टर, सब-इंस्पैक्टर व अन्य अलग-अलग सरकारी पदों पर सीधे नौकरियां दी गई थी। इतना ही नहीं, बच्चों में शुरुआती उम्र से ही खेल प्रतिभा को निखारने के लिए हुड्डा सरकार ने स्कूली बच्चों के लिये अनिवार्य ‘स्पैट’ नीति बनाई थी, जिसके तहत शीर्ष प्रदर्शन करने वाले बच्चों को 1500-2000 रुपये का मानदेय मिलता था।उन्होंने पटौदी हलके में सड़कों की खराब हालत का जिक्र करते हुए कहा कि यही पता नहीं चलता कि सड़क में गड्ढे हैं कि गड्ढों में सड़क है। पीने के साफ पानी, सीवर, सफाई की व्यवस्था बदहाल है। नहर में पानी नहीं आता। यहां बाईपास बनना था वो भी भाजपा राज में नहीं बन पाया। दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि 10 साल में बीजेपी ने प्रदेश का भट्ठा बैठा दिया है। कांग्रेस सरकार के समय उन्होंने काफी प्रयास करके गुरुग्राम में इंडियन नेशनल डिफेंस यूनिवर्सिटी मंजूर कराई लेकिन बीजेपी सरकार उसे भी उठाकर गुजरात ले गयी। दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि भारत सरकार संसद में बता रही है कि देश के 29 राज्यों में सबसे ज्यादा बेरोजगारी हरियाणा में है। प्रदेश की भाजपा सरकार ने पढ़े-लिखे नौजवानों को सीईटी, अग्निपथ, कौशल निगम, कच्ची भर्तियों में उलझा दिया और बेरोजगारों की फौज खड़ी कर दी। जय जवान जय किसान का हरियाणा अग्निवीर का हरियाणा बन गया। पहले देश की फौज में हर साल 5000 पक्की भर्ती होती थी, अग्निपथ योजना के बाद सिर्फ 900 भर्ती हो रही है उसमें भी 4 साल बाद 225 अग्निवीर ही पक्के हो पाएंगे। दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि हरियाणा में भाजपा की 29 दिन की सरकार ही बची है। लोगों ने इस सरकार को चलता करने का मन बना लिया है। यही कारण है कि आखिरी महीने में भाजपा सरकार एक के बाद एक घोषणाएं कर रही है। जो इस बात का कबूलनामा है कि 10 साल में बीजेपी ने कोई काम नहीं किया।
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