अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
चंडीगढ़: हरियाणा को नशा मुक्त राज्य बनाने की राज्य सरकार की प्रतिबद्धता के अनुरूप पुलिस द्वारा साल 2021 में नशा तस्करों पर शिकंजा कसते हुए जनवरी से नवंबर माह तक प्रदेश में कुल 19.03 टन मादक पदार्थ की बरामदगी की गई है। हरियाणा के पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार अग्रवाल ने आज इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि इस अवधि में मादक पदार्थ अधिनियम के तहत कुल 2361 मामले दर्ज कर भारी मात्रा में नशीला पदार्थ जब्त किया गया। ड्रग्स की तस्करी में संलिप्त नशे के सौदागरों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई के परिणामस्वरूप 2021 के पहले 11 महीनों के दौरान हेरोइन, चरस, सुल्फा, स्मैक, अफीम, चूरा व डोडा पोस्त,गांजा सहित 19036 किलोग्राम मादक पदार्थ की बरामदगी की जा चुकी है।
डीजीपी ने जब्त मादक पदार्थ का ब्योरा देते हुए बताया कि इस साल काबू किए आरोपियों से 271-किलोग्राम अफीम, 140 किलो से अधिक चरस व सुल्फा,6931 किलो चूरा व डोडा पोस्त, 8 किलो 218 ग्राम स्मैक, 11666 किलो गांजा और 16 किलो 882 ग्राम हेरोइन बरामद की गई। नशे के खतरे से लड़ने के लिए प्रवर्तन और जागरूकता के बहु-आयामी दृष्टिकोण के उपयोग पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा मुख्यमंत्री मनोहर लाल और गृह मंत्री अनिल विज के कुशल मार्गदर्शन में समाज को नशामुक्त कर ने के लिए अथक प्रयास निरंतर जारी हैं। हमने नशे के खिलाफ एक बहु-आयामी दृष्टिकोण अपनाया जिसके परिणामस्वरूप इतनी भारी मात्रा में मादक पदार्थों को जब्त किया गया। राज्य नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो और स्पेशल टास्क फोर्स समेत हमारी फील्ड इकाइयों ने अन्य राज्यों से प्रदेश में तस्करी कर आने वाले लगभग सभी प्रकार के मादक पदार्थों की संभावित आपूर्ति को नष्ट कर दिया। हरियाणा को नशा मुक्त राज्य बनाने की सरकार की प्रतिबद्धता के अनुरूप इस दिशा में कार्रवाई की जा रही है। एनडीपीएस अधिनियम के तहत सबसे अधिक 397 मामले सिरसा में दर्ज किए गए, इसके बाद गुरुग्राम में 204, फतेहाबाद में 186, करनाल में 173, रोहतक में 144, हिसार में 130 और कुरुक्षेत्र में 113 मामले दर्ज किए गए।मादक पदार्थ तस्करों पर कार्रवाई करने के अतिरिक्त, ड्रग तस्करी के जाल पर लगाम लगाने के लिए पुलिस द्वारा एनडीपीएस अधिनियम के तहत दर्ज मामलों में गिरफ्तार आरोपियों की चल-अचल संपत्तियों को भी जब्त करने की दिशा में लगातार कार्रवाई जारी है। पुलिस द्वारा लोगों विशेषकर युवाओं को नशीले पदार्थों के खतरे से बचाने के लिए मादक पदार्थ तस्करों व इस अवैध धंधे में शामिल लोगों के खिलाफ अभियान जारी रहेगा। इसके साथ-साथ, युवाओं को नशीले पदार्थों के दुष्परिणामों और समाज पर उनके समग्र प्रभाव के प्रति जागरूक करने के लिए विशेष अभियान भी चलाए जा रहे हैं।