अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
चंडीगढ़:मौजूदा मौसम की स्थिति को देखते हुए हरियाणा पुलिस ने धुंध व कोहरे के दौरान सफर को सुरक्षित बनाने के लिए वाहन चालकों से अतिरिक्त सावधानी बरतते हुए कुछ एहतियाती उपायों की अनुपालना करने का आग्रह किया है। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था), नवदीप सिंह विर्क ने आज यहां इस संबंध में जारी एक एडवाइजरी में बताया कि यात्रियों से अनुरोध किया गया है कि वे ड्राइविंग से पहले मौसम के पूर्वानुमान की निगरानी करने के बाद ही गंतव्य के लिए प्रस्थान करें। धुंध में एहतियाती उपायों से आप स्वयं ही नहीं बल्कि दूसरे को भी सुरक्षित रखेंगे। उन्होंने धीमी और रक्षात्मक ड्राइविंग पर बल देते हुए कहा कि जितना अधिक लोग ट्रैफ़िक नियमों का पालन करते हुए सावधानी से वाहन चलाएंगे, उतना ही सफर सुरक्षित होगा।
सड़क पर वाहनों के बीच एक उचित दूरी के महत्व पर प्रकाश डालते हुए विर्क ने कहा कि मोटर चालकों को आगे जाने वाले वाहनों से सुरक्षित दूरी बनाए रखना चाहिए और फाॅग लाइट्स व इंडीकेटरस को लगातार आॅन रखना चाहिए। इसके अतिरिक्त, पुलिस ने लो-बीम पर हेड-लाइट्स के साथ ड्राइव करने का भी अनुरोध किया है क्योंकि हाई-बीम धुंध व कोहरे में बैक रिफलेक्ट कर विज़िब्लिटी को बाधित करती है। उन्होंने वाहन चालकों से अनुरोध करते हुए कहा कि वे लेन बदलने व ट्रैफिक क्राॅस करने से बचें। विज़िब्लिटी बेहद खराब होने की स्थिति में वाहन चालक सड़क पर पेंट की गई लाइन को गाइड के रूप में उपयोग करते हुए वाहन चलाएं। वाहनों की गति सीमा नियंत्रित रखने व मोबाइल फोन तथा म्यूजिक सिस्टम का उपयोग करने से बचने की सलाह दी गई है। साथ ही, घना कोहरा होने पर एक सुरक्षित स्थान पर वाहन को रोककर धुंध कम होने तक प्रतीक्षा करने के लिए भी आग्रह किया गया है।
उन्होंने कहा लोगों को अपने वाहनों को मुख्य सड़क पर पार्क नहीं करना चाहिए। इसकी विपरीत वाहनों के इंडीकेटरस को आॅन कर ले-बाई या मेन रोड़ से दूर वाहनों को पार्क करें। सुरक्षित ड्राइविंग संबंधी टिप्स देते हुए यात्रियों को स्पीड का खास ध्यान रखकर धीमी गति से वाहन चलाने का आग्रह किया है। साथ ही, वाहन मालिक यह भी सुनिश्चित करें कि वाहनों की हेड लाइट, टेल लाइट, फॉग लाइट सहित इंडिकेटर, ब्रेक, टायर, विंडस्क्रीन वाइपर, बैटरी व कार हीटिंग सिस्टम सही तरीके से काम कर रहे हैं। इसके अतिरिक्त, बाहर की आवाज का ध्यान रखने के लिए वाहनों के शीशे थोड़ा नीचे रखें ताकि जो दिखाइे न दे सके उसे सुनकर यात्रा को पूर्ण रूप से सुरक्षित बनाया जा सके। इमरजेंसी स्टाॅप होने पर, जहां तक संभव हो सड़क से नीचे वाहन को उतारने की सलाह दी गई है। ओवरटेकिंग नही करने के अतिरिक्त, लेन बदलने, फ्री-वे और व्यस्त सड़कों पर वाहन रोकने से बचने के लिए भी आग्रह किया गया है।