अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
चंडीगढ़: हरियाणा पुलिस द्वारा कम्युनिटी पुलिसिंग को बढावा देने की दिशा में एक और पहल करते हुए पुलिस मुख्यालय में एक अलग “कम्युनिटी पुलिसिंग विंग” की स्थापना की गई है। यह विंग अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक रैंक के अधिकारी की देखरेख में कार्य करेगी। आज यहां यह जानकारी देते हुए पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) मनोज यादव ने बताया कि पुलिस द्वारा मुख्यमंत्री मनोहर लाल के कुशल मार्गदर्शन में राज्य भर में पुलिसिंग की प्रक्रिया में कम्युनिटी को शामिल करने के लिए कई पहल की गई हैं।
केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा प्रायोजित स्टूडेंट पुलिस कैडेट कार्यक्रम राज्य सरकार के सक्रिय सहयोग एवं समर्थन से प्रदेश में शुरू किया गया। पुलिस सेवा ओं को और बेहतर व अधिक लोगों के अनुकूल बनाने के लिए ‘मित्र कक्ष’ की स्थापना की गई। इसके अतिरिक्त, लोगों के जीवन में खुशी बढ़ाने, समाज में भाईचारे की भावना को मजबूत करने तथा राज्य के युवाओं को स्वस्थ और नशीली दवाओं के दुरुपयोग से मुक्त रखने के लिए राहगिरी और मैराथन जैसे कार्यक्रम शुरू किए गए। उन्होंने कहा कि गृह मंत्री अनिल विज ने भी हाल ही में पुलिस-कम्युनिटी संबंधों में सुधार लाने और पुलिस बल द्वारा किए जा रहे सिटीजन फ्रैंडली प्रयासों को बढ़ावा देने के निर्देश दिए थे।
नई कम्युनिटी पुलिसिंग विंग की स्थापना न केवल पुलिस बल को नागरिकों के करीब लाने में मददगार साबित होगी बल्कि इससे हरियाणा पुलिस की कम्युनिटी पुलिसिंग पहलों की सही माॅनिटरिंग में भी मदद मिल सकेगी। डीजीपी ने बताया कि नई विंग मुख्य रूप से पुलिस स्टेशनों में कम्युनिटी पुलिसिंग, कम्युनिटी लायजन ग्रुप, स्टूडेंट पुलिस कैडेट कार्यक्रम, राहगिरी व मैराथन सहित मित्र कक्ष पर ध्यान केंद्रित करने के लिए काम करेगी। इसके अतिरिक्त, प्रदेश में कम्युनिटी आउटरीच के उद्देश्य से हरियाणा पुलिस की अन्य सभी पहलों की निगरानी भी संभव हो सकेगी। उल्लेखनीय है पुलिस और समुदाय के बीच अपराध, अव्यवस्था की समस्याओं की पहचान करने के लिए कम्युनिटी पुलिसिंग एक सहयोगात्मक प्रयास है और इन समस्याओं के समाधान की तलाश में समुदाय के सभी तत्वों को शामिल करता है। यह अवधारणा पुलिस और समुदाय को एक करीबी वर्किंग रिलेशनशिप में लाती है और नागरिकों पर अधिक जिम्मेदारी का आह्वान करती है।