अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
पंचकूला/चंडीगढ़: हरियाणा पुलिस द्वारा महिलाओं और बेटियों को उनके अधिकारों के बारे में जागरूक करने के लिए शुरू की गई साइकिल रैली ‘जागृति यात्रा‘ का समापन आज पंचकूला में पुलिस महानिदेशक (डीजीपी), हरियाणा प्रशांत कुमार अग्रवाल की उपस्थिति में हुआ।इस अवसर पर डीजीपी ने महिलाओं की टीम द्वारा सफलतापूर्वक 1400 किलोमीटर की दूरी तय करने में दिखाए गए समर्पण और जोश की सराहना करते हुए कहा कि हरियाणा पुलिस के इतिहास में यह पहली बार है जब हमारी महिला पुलिस ने इस कठिन कार्य को पूरा किया। उन्होंने कहा कि जिस उद्देश्य को लेकर यह साइकिल यात्रा रवाना की गई थी उस दायित्व को चुनौतियों का सामना करते हुए इन 16 महिला पुलिसकर्मियों ने बखूबी निभाया है।
जागृति यात्रा के पीछे हमारा प्राथमिक उद्देश्य राज्य भर में महिलाओं को महिलाओं के खिलाफ अपराध की रिपोर्ट करने की आवश्यकता के बारे में जागरूक करके उन्हें सशक्त बनाना था। उन्होंने कहा कि हमारी महिला साइकिल चालकों के प्रयास महिला सुरक्षा एवं सशक्तिकरण की दिशा में क्रांतिकारी बदलाव लाने में सहायक सिद्ध होंगे। उन्होंने यह भी बताया कि इस तरह की सभी महिला दस्ते के साथ साइकिल यात्रा शुरू करने का प्रस्ताव तत्कालीन एडीजीपी महिला सुरक्षा श्रीमती कला रामचंद्रन द्वारा दिया गया था। उनका मत था कि इस तरह की साइकिल यात्रा पूरे राज्य में चलाई जानी चाहिए। आज यहां से साइकिल रैली का तो समापन हो रहा है लेकिन महिला सुरक्षा के प्रति इस तरह के अभियान की यह शुरुआत है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में हरियाणा पुलिस द्वारा इस दिशा में और भी कदम उठाए जाएंगें। डीजीपी ने सभी जागृति यात्रा प्रतिभागियों को प्रशस्ति प्रमाण पत्र और नकद पुरस्कार देकर सम्मानित भी किया।
इस यात्रा के दौरान महिलाओं को उनके अधिकारों, अपराध निवारण युक्तियों और विभिन्न एजेंसियों की भूमिका के बारे में जागरूक करने के लिए 23 पुलिस जिलों में आयोजित सामाजिक जागरूकता कार्यक्रमों में 7000 से अधिक महिलाओं और बेटियों ने भागीदारी की। हरियाणा के ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों को ‘जागृति यात्रा‘ अभियान के सामाजिक जागरूकता कार्यक्रमों में शामिल किया गया था। प्रतिकूल मौसम की स्थिति के बावजूद, 16 पुलिस महिला साइकिल चालकों ने परिश्रम और कर्मठता के बल पर प्रदेशभर में जाते हुए 1400 किलोमीटर की दूरी तय कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया।
इन साइकिल चालकों ने न केवल सक्रिय रूप से एक गतिविधि आयोजित करने के अपने जुनून को प्रदर्शित किया, बल्कि उन्होंने अन्य महिलाओं को सशक्त बनाने और उनकी क्षमताओं का एहसास करने के लिए एक उदाहरण भी स्थापित किया है।‘‘जागरूक नारी, शक्ति हमारी‘‘ नारे के साथ, हरियाणा पुलिस का उद्देश्य महिलाओं को उनके अधिकारों और उन्हें उपलब्ध सहायता-सुविधाओं के बारे में जागरूकता करना है। हम यह भी मानते हैं कि सशक्त महिलाएं एक मजबूत राष्ट्र की नींव रखने में एक प्रमुख भूमिका निभाती हैं। इस अवसर पर एडीजीपी आधुनिकीकरण एवं कल्याण आलोक कुमार रॉय, एडीजीपी एडमिन ए एस चावला, एडीजीपी लॉ एंड ऑर्डर नवदीप सिंह विर्क, सीपी पंचकूला सौरभ सिंह, डीआईजी ओपी नरवाल, एसपी महिला सुरक्षा हामिद अख्तर, डीसीपी पंचकुला श्री मोहित हांडा और एसीपी पंचकुला श्रीमती ममता सौदा भी मौजूद रहे।
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