अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
हथीन (पलवल):सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की प्रचार मंडली ने हथीन क्षेत्र के गांवों में जागरुकता अभियान चलाकर लोगों को नए वोट बन वाने तथा लोकतंत्र की मजबूती में योगदान के लिए 12 मई को अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए प्रेरित किया। जिला निर्वाचन अधि कारी एवं उपायुक्त डा. मनीराम शर्मा व अतिरिक्त उपायुक्त एवं स्वीप कार्यक्रम लोस चुनाव के नोडल अधिकारी सुरेंद्र सिंह के निर्देशा नुसार विभाग की प्रचार मंडलियों ने हथीन क्षेत्र के उन गांवों व मदातन केंद्रों पर जागरुकता अभियान चलाया, जहां पिछले चुनाव में मत प्रतिशत कम रहा था। प्रचार मंडलियों ने गीतो, भजनों व भाषणों के माध्यम से लोगों को बताया कि देश की तरक्की में मजबूत लोकतंत्र के लिए हर व्यक्ति को अपने मताधिकार का प्रयोग करना चाहिए।
भजन मंडली में लोक गायक राजाराम, शिब्बन सिंह और विक्रम सिंह ने वीरवार को हथीन विधानसभा क्षेत्र के गावं मलाई और आलीमेव के लोगों को ज्यादा से ज्यादा सं या में मतदान करना व नए वोट बनवाने के लिए भजनों व गीतों के माध्यम से भारत निर्वाचन आयोग के स्वीप प्लान के अनुसार जागरूक किया। भजन मंडलियों ने गीतों के माध्यम से लोगों को बताया कि नागरिक 12 अप्रैल तक अपना नाम मतदाता सूची में दर्ज करवा सकते हैं, जिनकी आयु 1 जनवरी 2019 को 18 वर्ष या इससे अधिक हो गई है और जिनका नाम मतदाता सूची में दर्ज नहीं है, वे अपना वोट बनवाने के लिए 12 अप्रैल 2019 को दोपहर 03 बजे तक अपने संबंधित बूथ के बीएलओ के समीप जाकर फार्म न बर-6 भरकर अपना वोट अवश्य बनवाए। उन्होंने बताया कि टोल फ्री नंबर 1950 पर जिले का कोई भी नागरिक फोन करके नए वोट बनवाने तथा वोट से संबंधित जानकारी प्राप्त कर सकता है।
उन्होंने उपस्थित सभी लोगों से आह्वान किया कि जिनका नाम मतदाता सूची में दर्ज नहीं है वे अपना वोट बनवाएं तथा अन्य मतदाताओं को शत प्रतिशत मतदान करने के लिए जागरूक किया।नागरिक अपना वोट डालकर लोकतंत्र में अपनी प्रतिभागिता अवश्य दर्ज करवाएं। उन्होंने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग के वैबपोर्टल एनवीएसपी पर ऑनलाइन अपना फार्म भी भर सकते है। और इस प्रकार अपना नाम मतदाता सूची में जुड़वा सकते है। कार्यक्रम में भजन मंडली ने उपस्थिति को शत प्रतिशत मतदान करने की शपथ भी दिलाई। इस अवसर पर अकरम, आजम, जाहिद, अजमद, तैयुब, समसु, रोददार, जावेद, मुस्ताक, खालिद, आजादी, हारूण, जु मा, इरफान, यासीन, सहाबुद्धीन, इस्राइल, आयूब, जमील सहित गांवों के अन्य नागरिक व महिलाएं और बच्चे मौजूद रहे।