नई दिल्ली / अजीत सिन्हा
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता अमित शाह ने आज मंगलवार को कर्नाटक के तेरदल (बगलकोट) एवं देवरा हिप्पार्गी (विजयपुरा) में दो विशाल जन सभाओं को संबोधित किया और कर्नाटक की जनता से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में राज्य में भाजपा की डबल इंजन वाली सरकार बनाने की। अपील की। ज्ञात हो कि श्री शाह कर्नाटक विधान सभा चुनाव प्रचार के मद्देनजर कल से कर्नाटक में हैं। उन्होंने कल हुबली में प्रेस वार्ता भी की थी और चामराजनगर एवं हासन में भव्य रोड शो भी किया था। जनसभाओं को संबोधित करने से पूर्व आज सर्वप्रथम शाह ने तेरदल में अल्लमप्रभु मंदिर में पूजा-अर्चना भी की। विदित हो कि अल्लमप्रभु भगवान् बसवन्ना की बातों को आगे ले जाने वाले एक प्रमुख प्रचारक और संत होने के साथ-साथ महान कवि भी थे। उन्होंने अपनी कविता के माध्यम से भगवान् बसवन्ना के वचनों को हर गाँव में पहुँचाया। शाह ने कर्नाटक की जनता से अपील करते हुए कहा कि जनसभा में उमड़ी भीड़ बता रही है कि कर्नाटक की जनता ने राज्य में पुनः प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में डबल इंजन वाली गरीब हितैषी सरकार बनाने का मन बना लिया है।
यह चुनाव कर्नाटक के भविष्य को प्रधानमंत्री के हाथों में देने वाला चुनाव है। गलती से भी कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार बनी तो कर्नाटक रिवर्स गियर में चला जाएगा। इसलिए, यहाँ भाजपा की सरकार फिर से बननी बहुत जरूरी है। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि पिछले चार सालों में हमारे वरिष्ठ नेता बी एस येदियुरप्पा और हमारे मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कर्नाटक के विकास के लिए बहुत कुछ किया है। भाजपा को वोट मतलब विकास को वोट और कांग्रेस को वोट मतलब ऑल टाइम हाई करप्शन, ऑल टाइम हाई तुष्टिकरण और दंगे। कांग्रेस पार्टी रिवर्स गियर वाली पार्टी है। कांग्रेस की सरकार जब-जब आती है – विकास ठप्प पड़ जाता है और भ्रष्टाचार चरम पर पहुँच जाता है। जेडीएस को वोट देने का मतलब है कांग्रेस को वोट देना और कांग्रेस को वोट देने का मतलब है पीएफआई को बढ़ावा देना। शाह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने वोट बैंक के लालच में पड़े बिना धर्म के आधार पर दिए गए मुस्लिम आरक्षण को ख़त्म कर दिया। हमारा स्पष्ट मानना है कि धर्म के आधार पर आरक्षण असंवैधानिक है। धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं होना चाहिए। भाजपा सरकार ने मुस्लिम आरक्षण को खत्म कर एससी, एसटी, वोक्कालिगा और लिंगायत समाज के आरक्षण में बढ़ोत्तरी की है। एससी भाईयों के आरक्षण में भी आंतरिक तौर पर आरक्षण का प्रावधान किया गया है। एससी लेफ्ट के लिए 6 प्रतिशत और एससी राइट के लिए 5.50 प्रतिशत आरक्षण की है। बाकी के लिए भी 5.50 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान किया गया है। भारतीय जनता पार्टी ने आंतरिक आरक्षण करके सामाजिक न्याय की भावना को और मजबूत किया है। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष कहते हैं कि कांग्रेस की सरकार आयी तो मुस्लिम आरक्षण फिर से आएगा। मैं कांग्रेस अध्यक्ष से पूछना चाहता हूं कि यदि आप 4 प्रतिशत मुस्लिम आरक्षण को कर्नाटक में फिर से लागू करेंगे तो आप फिर किसके आरक्षण में कटौती करेंगे? क्या आप वोक्कालिगा समाज का आरक्षण कम करेंगे, लिंगायत समाज का आरक्षण कम करेंगे या दलित और आदिवासी समुदाय के लोगों के आरक्षण पर प्रहार करेंगे? भाजपा किसी भी कीमत पर एससी, एसटी, वोक्कालिगा और लिंगायत समाज का आरक्षण कम नहीं होने देगी। कांग्रेस पर हमला जारी रखते हुए शाह ने कहा कि हमारे एक दो नेता अभी पार्टी छोड़ गए। इससे कांग्रेस को लगता है कि उनको बहुत बड़ा फायदा हो गया। मैं कांग्रेस पार्टी को कहना चाहता हूं कि इससे आपको कोई फायदा नहीं होने वाला है क्योंकि कांग्रेस ने हमेशा लिंगायत समाज का अपमान ही किया है। इतने लंबे समय में कांग्रेस ने सिर्फ दो ही लिंगायत मुख्यमंत्री दिए। एक एस निजलिंगप्पा और दूसरे वीरेंद्र पाटिल। कांग्रेस ने दोनों को अपमानित करके बाहर निकाला। उन्होंने कांग्रेस और जेडीएस, दोनों पार्टियों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने जब येदियुरप्पा को कर्नाटक का मुख्यमंत्री बनाया था तो जेडीएस के साथ मिलकर येदियुरप्पा को पद से हटने पर मजबूर करने वाली यही कांग्रेस पार्टी थी। कांग्रेस अब भाजपा से आये हुए नेताओं के आधार पर चुनाव लड़ने की बात करती है, यही बताता है कि कांग्रेस में कितनी बैंकरप्सी आ गई है। इसे कर्नाटक और ख़ासकर उत्तरी कर्नाटक और कित्तूर-कर्नाटक के लोग सहन नहीं करेंगे।
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